Vastu Tips For Cabin Right Direction: साल भर मेहनत के बाद हर व्यक्ति की इच्छा होती है कि उसका अप्रैजल अच्छा हो और उसे बढ़िया इंक्रीमेंट के साथ प्रमोशन भी मिले. वहीं कारोबार करने वालों की इच्छा मुनाफा बढ़ाने की होती है. लेकिन साल के अंत में अगर आपकी ये इच्छा पूरी न हो तो चेहरा लटक जाता है. वास्तु शास्त्र के मुताबिक, इसकी वजह कार्यस्थल पर आपके बैठने का स्थान भी हो सकता है. गलत दिशा में बैठने पर आपकी तरक्की के मार्ग रुक जाते हैं, लिहाजा वक्त रहते इसमें सुधार कर लेना चाहिए. आज हम इस बारे में आपको विस्तार से बताने जा रहे हैं, जिसे जानकर आपको काफी फायदा हो सकता है.
कार्यस्थल पर बैठने की सर्वोत्तम दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, नौकरी-कारोबार में सफलता के लिए बैठने की दिशा काफी अहम मानी जाती है. अगर इसके लिए सबसे शुभ दिशा की बात की जाए तो वह पश्चिमी दिशा है. यह लाभ की दिशा मानी जाती है. यानी कार्यस्थल पर इस दिशा में बैठने से फल मिलने की संभावना बलवती हो जाती है और अटके कार्य तेजी से संपन्न होने लग जाते हैं.
ये दिशाएं भी हैं विकल्प
धार्मिक विद्वानों के अनुसार, अगर किन्हीं वजहों से कार्यस्थल की पश्चिमी दिशा में बैठने लायक जगह न बन रही हो तो आप ज्योतिषाचार्य से संपर्क करके वैकल्पिक उपाय पूछ सकते हैं. ऐसी स्थिति में दक्षिण पश्चिम या उत्तर पश्चिम भी एक विकल्प हो सकता है. इसके साथ ही पश्चिम दिशा में दीवार पर दीवार पर सिल्वर या गोल्डन फ्रेम में खास फोटो या पेंटिंग लगानी चाहिए. ऐसा करने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और आत्मविश्वास मजबूत होता है.
बरसता है देवी-देवताओं का आशीर्वाद
यहां यह बात ध्यान रखने वाली है कि पश्चिम दिशा सभी के लिए एकसमान लाभदायक नहीं हो सकती है. यह प्रत्येक व्यक्ति की कुंडली पर भी निर्भर करती है. किसी-किसी व्यक्ति के लिए पश्चिम दिशा में बैठने से अप्रिय नतीजे आने भी शुरू हो सकते हैं. लिहाजा इस बारे में ज्योतिष आचार्य के सलाह के बाद ही फैसला करें. यही नहीं, इस दिशा में बैठने से पहले प्रतिदिन पूजा-पाठ अवश्य करें. ऐसा करने से देवी-देवताओं का आशीर्वाद बरसता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)