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Vastu Tips: घर में रखें बांसुरी और देखें चमत्कार, धन शांति और समृद्धि में होगी अथाह वृद्धि!

Bansuri Vastu Tips For Home: बांसुरी कोई साधारण वस्तु नहीं, बल्कि एक ऊर्जा उत्पन्न करने वाला माध्यम है। इसे घर में सही स्थान पर, सही विधि से रखने से धन की आवक बढ़ती है, परिवार में प्रेम बना रहता है और मानसिक शांति की प्राप्ति होती है।

Bansuri Vastu Tips
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Narinder Juneja|Updated: Jul 12, 2025, 06:07 PM IST
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Keeping Flute In House Benefits In Hindi: भारतीय संस्कृति में बांसुरी को सिर्फ एक वाद्य यंत्र नहीं, बल्कि एक दिव्य और शुभ प्रतीक माना गया है। श्रीकृष्ण की बांसुरी की ध्वनि ने गोपियों का मन मोहा और सम्पूर्ण ब्रह्मांड को दिव्यता प्रदान की। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वास्तु शास्त्र और फेंगशुई के अनुसार, बांसुरी घर में रखने से जीवन में सुख, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है?

तनाव या मानसिक अशांति के उपाय
अगर आपके जीवन में धन की कमी, कलह, तनाव या मानसिक अशांति बनी हुई है, तो यह छोटा सा उपाय आपको बड़े चमत्कार दिखा सकता है। इस लेख में जानिए कि घर में बांसुरी रखने के क्या फायदे हैं, इसे कहाँ और कैसे रखें, और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

1. बांसुरी का आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व
बांसुरी का वास्तु और धार्मिक दृष्टिकोण से विशेष महत्व है। इसे भगवान श्रीकृष्ण का प्रिय वाद्य माना गया है। बांसुरी को मोह, माया और सांसारिक दुखों से मुक्त करने वाला यंत्र कहा गया है। इसका संगीत आत्मा को शांत करता है और मन को एकाग्र बनाता है।
बांसुरी वायु तत्व से जुड़ी होती है, जिससे यह नकारात्मक ऊर्जा को हटाने और सकारात्मक कंपन उत्पन्न करने में सहायक बनती है।
यह सात सुरों की प्रतीक होती है, जो जीवन के सात प्रमुख क्षेत्रों (स्वास्थ्य, संबंध, धन, करियर, मानसिक शांति, समाज और आत्मा) को संतुलित करती है।

2. बांसुरी रखने से धन और समृद्धि में वृद्धि
अगर आप आर्थिक तंगी या रुके हुए धन से परेशान हैं, तो बांसुरी आपके लिए लाभकारी उपाय हो सकती है।
उत्तर दिशा में बांसुरी रखने से करियर और नौकरी में उन्नति मिलती है।
घर के तिजोरी कक्ष में या अलमारी के ऊपर बांसुरी रखने से धन की आवक बढ़ती है।
यदि व्यापार में नुकसान हो रहा है, तो दुकान या ऑफिस की मुख्य दीवार पर बांसुरी लगाना शुभ होता है।
बांसुरी में से जो कंपन निकलते हैं, वह आपके वातावरण में चल रही आर्थिक रुकावटों को दूर करते हैं और नई आर्थिक संभावनाओं के द्वार खोलते हैं।

3. पारिवारिक कलह और तनाव से मुक्ति
कई बार घर में बेवजह तनाव, लड़ाई-झगड़े, या भावनात्मक दूरी बनी रहती है। ऐसे में बांसुरी एक शांतिपूर्ण समाधान प्रदान कर सकती है।
दक्षिण-पश्चिम दिशा में जोड़ी में बांसुरी लगाने से पति-पत्नी के बीच प्रेम और समझ में वृद्धि होती है।
परिवार के मुख्य हॉल में बांसुरी रखने से घर में समरसता और मेलजोल बढ़ता है।
बच्चों के कमरे में बांसुरी रखने से उनका मन पढ़ाई में लगता है और उनमें अनुशासन आता है।
इस उपाय से घर के वातावरण में हल्कापन आता है और मनोवैज्ञानिक रूप से शांति महसूस होती है।

4. बांसुरी से मिलती है सकारात्मक ऊर्जा
बांसुरी नकारात्मकता को खींचने और ऊर्जा के स्तर को ऊपर उठाने की क्षमता रखती है। यह नेगेटिव वाइब्स को हटाकर पॉजिटिव वाइब्स को सक्रिय करती है।
फेंगशुई के अनुसार, घर के द्वार पर बांसुरी लगाने से बाहर से आने वाली बुरी ऊर्जा प्रवेश नहीं कर पाती।
ध्यान, योग या पूजा स्थल पर बांसुरी रखने से साधना में गहराई आती है और मानसिक संतुलन बनता है।
यह घर को एक आध्यात्मिक ऊर्जा केंद्र में बदल सकती है, जिससे सदस्यों की सोच सकारात्मक बनती है।

5. बांसुरी रखने की सही दिशा और तरीका
अगर आप बांसुरी से पूर्ण लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, तो इसे सही दिशा और नियमों के अनुसार रखें।

बांसुरी कहाँ रखें?
मुख्य द्वार: बांसुरी को दरवाजे के ऊपर तिरछे रूप में दोनों सिरों पर लाल रिबन बांधकर टांगें।
तिजोरी या लॉकर के पास: बांसुरी को क्षैतिज रूप में रखें और पूजा करें।
बेडरूम (पति-पत्नी के बीच मेल बढ़ाने के लिए): दो बांसुरियों को क्रॉस शेप में सिरहाने के ऊपर दीवार पर लगाएं।
बांसुरी रखने की गलतियाँ न करें:
टूटी या दरार वाली बांसुरी कभी न रखें।
बांसुरी को पूजा स्थान पर भगवान के समान न रखें।
बांसुरी को जमीन पर या गंदे स्थान पर न रखें।
हर 6 महीने में बांसुरी को साफ करें और यदि पुरानी हो जाए तो बदल दें।

6. किस प्रकार की बांसुरी रखें?
धातु की बांसुरी (ब्रास या कॉपर): व्यापारिक लाभ और नौकरी के लिए शुभ।
लकड़ी की बांसुरी: घर की शांति, पारिवारिक सौहार्द और प्रेम के लिए बेहतर।
बांस की पारंपरिक बांसुरी: धार्मिक, आध्यात्मिक और ऊर्जा संतुलन के लिए उत्तम।
आप अपनी आवश्यकता के अनुसार बांसुरी चुन सकते हैं और उसे नियमित रूप से साफ-सुथरा रखें।

7. बांसुरी और शास्त्रों में उल्लेख
वास्तु शास्त्र के साथ-साथ पुराणों में भी बांसुरी के महत्व का वर्णन है। श्रीमद्भागवत में कहा गया है कि श्रीकृष्ण की बांसुरी की ध्वनि इतनी मधुर थी कि पशु, पक्षी, मनुष्य सभी सम्मोहित हो जाते थे। इसी तरह, यदि घर में बांसुरी रखी जाए और उसे श्रद्धा से अपनाया जाए, तो नकारात्मकता दूर होकर सौभाग्य बढ़ता है।

(Disclaimer - प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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