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Chanakya Niti: ऐसे लोगों से दुश्मनी मोल न लें, नहीं तो जीवन को जकड़ लेंगी मुश्किलें

Chanakya Niti: चाणक्य नीति में मित्र और शत्रु को लेकर भी कई बातें कही गई हैं. जिनकों अगर जीवन में उतारें तो इसके विशेष लाभ हो सकते हैं. आचार्य चाणक्य ने तीन ऐसे लोगों का जिक्र किया है जिनसे कतई दुश्मनी नहीं लेनी चाहिए.

Chanakya Niti On Enemies
Chanakya Niti On Enemies
Padma Shree Shubham|Updated: Mar 26, 2025, 02:14 PM IST
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Chanakya Niti On Enemies: प्राचीन भारत के महाविद्वानों में से एक आचार्य चाणक्य ने राजनीति, अर्थशास्त्र से लेकर समाजशास्त्र को लेकर जो सिद्धांत लोगों के सामने प्रस्तुत किए वो आज के समय के लिए भी हितकारी साबित होता है. चाणक्य की नीतियां आज के समय के लिए भी प्रासंगिक हैं. कहते हैं कि आचार्य चाणक्य नीति में दिए सुझावों और बातों को अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन में उतार लें तो उसका पूरा जीवन बदल जाएगा. ऐसा व्यक्ति कभी भी परेशानियों में नहीं पड़ेगा.  चाणक्य की नीतियों को जानने की इस कड़ी में हम जानेंगे कि किन तीन लोगों से कभी दुश्मनी नहीं करनी चाहिए. 

मित्र और शत्रु की पहचान
चाणक्य नीति में कुछ विशेष सूत्र दिए गए हैं जिसने एक व्यक्ति अपने सच्चे मित्र और शत्रु की तुरंत पहचान कर सकता है. चाणक्य तीन ऐसे लोगों का जिक्र करते हैं जिसे शत्रुता नही रखने के लिए कहा जाता है. ऐसे तीन जिनसें दुश्मनी लेने पर जीवन में बड़ी मुसीबतों का आगमन हो सकता है, आइए उन तीन लोगों के बारे में जानें. 

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धनवान व्यक्ति 
चाणक्य नीति की मानें तो किसी भी ऐसे व्यक्ति से दुश्मनी नहीं करनी चाहिए जो धनवान है. ऐसा व्यक्ति अपने धन के बल पर किसी को भी कोई भी हानि पहुंचा सकता है.  धनवान व्यक्ति से शत्रुता मोल लेना मतलब खुद का ही नुकसान करना. ऐसे में इन लोगों से शत्रुता नहीं लेनी चाहिए.

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बलवान व्यक्ति
आचार्य चाणक्य के अनुसार वो व्यक्ति जो शारीरिक रूप से तो बलवान हो साथ ही मानसिक से भी शक्तिशाली हो, उससे कभी नहीं भिड़ना चाहिए. ऐसे व्यक्ति से झगड़ा या दुश्मनी करने से कई तरह की हानियों को झेलना पड़ सकता है. ऐसे लोग शक्ति प्रदर्शन के लिए कुछ भी कर सकते हैं. वहीं धन और बल दोनों में अगर व्यक्ति श्रेष्ठ है तो उससे तो कतई दुश्मनी मोल नहीं लेनी चाहिए. ऐसा करना अपने ही पैर पर खुद कुल्हाड़ी मारने जैसा है.

सत्ताधारी व्यक्ति 
आचार्य चाणक्य की मानें तो राजा और सत्ताधारी व्यक्ति से शत्रुता नहीं करनी चाहिए. आज के समय की बात करें तो राजनेता या किसी प्रशासनिक अधिकारी या फिर सत्ता के किली प्रभावशाली व्यक्ति से दुश्मनी नहीं लेनी चाहिए. ऐसे लोग थोड़े अनबन में भी आपका बड़ा नुकसान करने की क्षमता रखते हैं. चाणक्य की इन नीतियों को जीवन में उतारकर खुद को सुरक्षित और सफल बनाया जा सकता है.

(Disclaimer - प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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