trendingNow12755597
Hindi News >>धर्म
Advertisement

Chanakya Niti: जिंदगी बर्बाद कर देती हैं ये पांच आदतें, चाणक्य की नीतियों से जानिए क्या न करें

Chanakya Niti On Things That Harm A Person: मनुष्य का जीवन हमेशा उसके विचारों व उसकी आदतों और निर्णयों से चलता है लेकिन जब ये आदतें गलत दिशा की ओर बढ़ती हैं तो धीरे-धीरे ये व्यक्ति के पतन का कारण बन जाती हैं.

Chanakya Niti
Chanakya Niti
Padma Shree Shubham|Updated: May 13, 2025, 12:58 PM IST
Share

Chanakya Niti On Life: चाणक्य नीति के अनुसार किसी मनुष्य के पतन का कारण उसका उसके अंदर की कमियां हो सकती हैं. जैसे कि आलस्य, गलत संगत, समय की बर्बादी करना, भोग-विलास में डूबे रहना और असफलता के डर से प्रयास न करना, ये ऐसे कारण हैं जिससे व्यक्ति खुद को धीरे-धीरे गर्त में धकेल देता है. इन संकेतों को समय रहते अगर पहचान लिया जाए तो जीवन की दिशा को सही रास्ता मिल सकता है. आचार्य चाणक्य ने नीति ग्रंथों में स्पष्ट किया है कि कुछ ऐसी प्रवृत्तियां भी होती हैं जो व्यक्ति को मानसिक रूप से, सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर करने लगती हैं. समय रहते ही इन कमियों को न दूर किया गया तो पछतावे अलावा और कुछ नहीं बचेगा. 

आलस्य करने वाले लोग
आचार्य चाणक्य के अनुसार, व्यक्ति का सबसे बड़ा शत्रु आलस्य है जो न केवल समय को बर्बाद करता है बल्कि व्यक्ति की मानसिक व शारीरिक स्थिति पर भी असर डालता है. अपने लक्ष्यों को पाने में आलसी व्यक्ति असमर्थ रहता है और जीवन में कभी भी प्रगति नहीं कर पाता है. 

गलत संगत 
संगत का व्यक्ति के जीवन पर बड़ा प्रभाव होता है. अगर गलत संगत में व्यक्ति रहता है तो वह उनकी गलत आदतें और गलत विचारधारा को भी अपनाने लगता है और आखिरी में यही पतन का कारण बनने लगती हैं. ऐसे में हमेशा अच्छे और योग्य लोगों की संगत में व्यक्ति को रहने की सलाह आचार्य चाणक्य ने दी है.

अत्यधिक खर्च 
अत्यधिक खर्च व भोग विलासिता में लिप्त व्यक्ति आर्थिक संकट में पड़ सकता है. आचार्य चाणक्य की मानें तो ऐसा व्यक्ति जो बिना सोचे-समझे खर्च करे वह शीघ्र ही नष्ट हो जाता है. ऐसे में हमेशा अपने खर्च विवेकपूर्ण करने व संयमित जीवनशैली अपनाने के लिए आचार्य चाणक्य सलाह देते हैं.

और पढ़ें- Dhan Labh Ke Upay: कुबेर देव घर में खोल देंगे सोने का खजाना, केसर के पानी का यह उपाय कर देगा मालामाल! 

असफलता का भय
असफलता का भय प्रयासों में कमी लाने के लिए किसी व्यक्ति को प्रेरित करता है. आचार्य चाणक्य की मानें तो हार मानने की मानसिकता ही असफलता का मुख्य कारण है. ऐसे व्यक्ति असफलता के भय से कोशिश करना ही छोड़ देता है तो वे कभी भी सफल नहीं हो सकता है. 

समय की अनदेखी 
समय का महत्व जो व्यक्ति नहीं समझता है वह असफल ही होता है. समय का महत्व समझना व सही दिशा में समय को लगाना सफलता की एक बड़ी कुंजी है. आचार्य चाणक्य की मानें तो लोग समय की कीमत नहीं समझते. लोग समय को व्यर्थ में गंवाते हैं, ऐसे लोग जीवन में हमेशा पीछे रहते हैं. ऐसे में समय का सदुपयोग करना चाहिए और उसका उपयोग सही दिशा में करना चाहिए. 
(Disclaimer - प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
और पढ़ें- Bada Mangal 2025: जेठ माह के हर मंगलवार पर करें ये जाप, बुढ़वा मंगल पर पवन पुत्र हनुमान जी हर लेंगे एक एक दुख

Read More
{}{}