Chanakya Niti for Money: चाणक्य नीति में रोजमर्रा के काम को लेकर भी कई सलाह दी गई है. किस चीजों को लेकर सावधानी बरतें और किन लोगों से दूर रहें, अपने पैसे कहां और कैसे खर्च करें, जैसी कई चीजों के बारे में आचार्य चाणक्य बातें बताते हैं जिसका चाणक्य नीति में विस्तार से वर्णन है. आचार्य की बताई नीतियां आज भी प्रासंगिक हैं. जिनके जारिए व्यक्ति बड़ी से बड़ी दिक्कतों को अपने जीवन से दूर कर सकता है. इसी तरह आचार्य चाणक्य बताते हैं कि अपना धन किसे न दें और किन लोगों को अपना धन दे सकते हैं जिससे की धन का सही इस्तेमाल हो सके. आइए जानें इस बारे में विस्तार से कि आचार्य चाणक्य क्या कहते हैं.
आचार्य चाणक्य बताते हैं किन्हें न दें धन
चाणक्य नीति में आचार्य चाणक्य बताते हैं कि बुद्धिमान मनुष्य और किसी गुणी व्यक्ति को ही धन देना चाहिए. किसी बुद्धिहीन या अगुणी को कभी भी अपना धन न दें, ऐसे लोग धन तो ले लेंगे लेकिन इसका सही इस्तेमाल नहीं करेंगे और धन वापस मिलने की संभावना भी नहीं हो. ध्यान रहे कि जैसे बादल सागर से पानी लेता है और मीठी बारिश करता है वैसे ही धनी लोग उन को ही अपनी धन दें जो लोग योग्य हों. इसे ऐसे समझें कि बादल सागर से पानी लेकर बारिश करता है जिससे मनुष्य, पेड़-पौधों, जीव-जंतुओं को लाभ होता है और फिर यही जल नदियों से होकर समुद्र में लोट जाता है. ठीक ऐसे में योग्य व्यक्ति को जरूरत होने पर धन की मदद करें. वह कारोबार या काम के माध्यम से धन कमाकर और भी लोगों की मदद सकता है. इतना ही नहीं मदद करने वाले को धन का लाभ दे सकता है.
आचार्य चाणक्य से जानें किन कार्यों में खर्च करना चाहिए धन
चाणक्य नीति के मुताबिक कमाया हुए धन का हमेशा सही इस्तेमाल करना चाहिए. आचार्य चाणक्य के मुताबिक तालाब के जल को स्वच्छ रखने के लिए उसका बहना जरूरी है. ऐसे ही कमाए धन का अच्छे कार्यों में लगाना चाहिए. ऐसा नहीं करने से व्यक्ति में बुराइयां आने लगती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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