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शाम के बाद भूलकर भी न लाएं ये वस्तुएं घर, वरना चली जाएगी सुख-शांति!

Evening Astro Tips: सूर्यास्त के बाद कुछ विशेष वस्तुओं को घर में लाना अशुभ माना जाता है, क्योंकि उस समय नकारात्मक ऊर्जा अधिक सक्रिय होती है.

शाम के बाद भूलकर भी न लाएं ये वस्तुएं घर, वरना चली जाएगी सुख-शांति!
Narinder Juneja|Updated: Jul 09, 2025, 02:31 PM IST
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Evening Astro Tips: भारतीय संस्कृति में हर कार्य का समय और तरीका निश्चित किया गया है. चाहे पूजा-पाठ हो, भोजन का समय, या घर में किसी वस्तु का प्रवेश हर चीज़ की एक मर्यादा है। हमारे ऋषियों और वास्तुशास्त्रियों ने यह पाया कि दिन और रात के समय में ऊर्जा का प्रवाह भिन्न होता है. विशेषकर सूर्यास्त के बाद कुछ विशेष वस्तुओं को घर में लाना अशुभ माना जाता है, क्योंकि उस समय नकारात्मक ऊर्जा अधिक सक्रिय होती है. यह न सिर्फ धार्मिक मान्यताओं से जुड़ा है, बल्कि वास्तु और पर्यावरणीय ऊर्जा संतुलन से भी इसका गहरा संबंध है.

क्यों माना जाता है सूर्यास्त के बाद कुछ चीजें अशुभ?

सूर्यास्त वह समय होता है जब दिन और रात की ऊर्जा एक-दूसरे में समाहित होती है. इस समय वातावरण में तमोगुणी (नकारात्मक) शक्तियां अधिक सक्रिय होती हैंइसलिए, हमारे धर्मग्रंथों और वास्तुशास्त्र में स्पष्ट कहा गया है कि कुछ चीजें अगर सूर्यास्त के बाद घर में लाई जाएं, तो वे शुभ फल देने की बजाय विपरीत प्रभाव डाल सकती हैं. इन वस्तुओं से घर में दरिद्रता, तनाव, अस्वस्थता, कलह और अपशकुन जैसे हालात उत्पन्न हो सकते हैं.

शाम के बाद भूलकर भी न लाएं ये वस्तुएं घर में

1. झाड़ू (Broom)

वास्तु दोष- झाड़ू को लक्ष्मी माता का प्रतीक माना गया है और उसका सम्मान किया जाना चाहिए. सूर्यास्त के बाद झाड़ू खरीदना या घर लाना दरिद्रता का कारण बन सकता है.

प्रभाव

धन हानि

पारिवारिक कलह

लक्ष्मी का घर से बाहर जाना

वास्तु सुझाव- झाड़ू को सूरज ढलने से पहले ही बदलें और कभी भी रात में न रखें खुले में.

2. नमक (Salt)

वास्तु दोष- नमक शुद्धता और संतुलन का प्रतीक है। यदि आप इसे रात में खरीदते हैं या लाते हैं, तो यह तनाव, रोग और रिश्तों में खटास लाता है.

प्रभाव- वैवाहिक जीवन में तनाव

सेहत में गिरावट

मानसिक अशांति

वास्तु सुझाव -नमक खरीदने का सबसे अच्छा समय प्रातःकाल है. कोशिश करें कि सप्ताह के पहले दिन (सोमवार) या शुक्रवार को खरीदें.

3. दूध (Milk)

वास्तु दोष -रात को दूध लाना राहु और चंद्र दोष को बढ़ाता है. इससे पारिवारिक सदस्यों में मानसिक अस्थिरता बढ़ सकती है.

प्रभाव

नींद की समस्याएं

बच्चों में चिड़चिड़ापन

वैचारिक मतभेद

वास्तु सुझाव- यदि आवश्यक हो, तो दूध सुबह या दोपहर में ही लाएं।

4. सरसों का तेल (Mustard Oil)

वास्तु दोष- सरसों का तेल शनि ग्रह से जुड़ा होता है. सूर्यास्त के बाद इसे लाना शनि की क्रूर दृष्टि को आमंत्रित कर सकता है.

प्रभाव

नौकरी में बाधा

वाहन दुर्घटना की संभावना

दांपत्य जीवन में समस्याएं

वास्तु सुझाव- तेल की खरीद शुक्रवार को दोपहर से पहले करें.

5. नुकीली वस्तुएं (Knives, Scissors, Blades)

वास्तु दोष- नुकीली वस्तुएं नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं, और रात के समय इनका प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है.

प्रभाव

रिश्तों में कटुता

घर में विवाद और अशांति

दुर्घटना का खतरा

वास्तु सुझाव- ऐसी वस्तुएं खरीदनी हों तो सुबह के समय खरीदें और उन्हें घर के पूजास्थान या रसोई में खुले में न रखें.

6. काले रंग की वस्तुएं

वास्तु दोष- काला रंग राहु और शनि का प्रतीक है. शाम के बाद काली वस्तुएं लाना घर में भारीपन और अनचाही घटनाओं को जन्म दे सकता है.

प्रभाव

मन पर बोझ

डरावने सपने

बच्चों में भय की भावना

वास्तु सुझाव- काले वस्त्र, पर्दे, या इलेक्ट्रॉनिक उपकरण दिन के समय ही खरीदें और शुभ मुहूर्त में लाएं.

7. लहसुन-प्याज

वास्तु दोष- ये तमसिक खाद्य पदार्थ माने गए हैं और सूर्यास्त के बाद इन्हें लाने से घर की शुद्ध ऊर्जा पर प्रभाव पड़ता है.

प्रभाव

ध्यान में विघ्न

पूजा-पाठ में अरुचि

घर में भारीपन का अनुभव

वास्तु सुझाव- इनका भंडारण सुबह करें और रात में इन्हें उपयोग करने से पहले धोकर प्रयोग करें.

रात में किन चीजों को लाना होता है शुभ?

फूलों की माला या ताजे फूल- सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देते हैं.

प्रसाद या भोग- मंदिर से घर लाना शुभ होता है.

पवित्र जल (गंगाजल)

घर को शुद्ध करता है, लेकिन इसे पूजन स्थान पर ही रखें.

सूर्यास्त के बाद की जाने वाली गलतियां जो सुख-शांति छीन सकती हैं:

घर की साफ-सफाई झाड़ू से सूर्यास्त के बाद करना

रसोई में खाली बर्तन रखकर छोड़ देना

बाथरूम या टॉयलेट की लाइट चालू छोड़ देना

दरवाजे पर चप्पलें बिखरी हुई रखना

पूजा स्थान में दीपक न जलाना

इन उपायों को अपनाएं और सुख-शांति बनाएं रखें

शाम होते ही घर के मुख्य दरवाजे पर दीपक जलाएं.

घर में हल्की सुगंधित अगरबत्ती या धूप जरूर जलाएं.

संध्या आरती और मंत्रोच्चार करें, इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है.

रात को सोने से पहले रसोई को साफ कर, गैस चूल्हे पर पानी से भरा बर्तन रखें.

घर में संगीत या मंत्र ध्वनि का वातावरण बनाएं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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