Guru Purnima 2025 Date: महाभारत से लेकर श्रीमद्भागवत समेत अट्ठारह पुराणों के रचयिता महर्षि वेद व्यास का आषाढ़ पूर्णिमा के दिन जन्म हुआ था. उन्हें संसार के पहले गुरु का दर्जा दिया जाता है और इसलिए सनातन धर्म में उनके जन्मदिवस को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाने का विधान है. हर साल आषाढ़ पूर्णिमा के दिन गुरु पूर्णिमा पर्व धूमधाम से मनाया जाता है. इसे व्यास पूर्णिमा व वेद व्यास जयंती के रूप में भी जाना जाता है. गुरु पूर्णिमा के दिन गुरुओं की पूजा करने का बहुत महत्व है. साथ ही पवित्र नदियों में स्नान करना भी महत्वपूर्ण बताया गया है. इसके साथ ही गुरुओं को भेंट देने की भी परंपरा है. इस तिथि पर दान-पुण्य किया जाता है.
गुरु पूर्णिमा तिथि 2025
इस साल गुरु पूर्णिमा कब है, इसे लेकर थोड़ा असमंजस है. दरअसल, पूर्णिमा तिथि 2 दिन पड़ रही है. लेकिन गुरु पूर्णिमा मनाने के लिए शुभ मुहूर्त 10 जुलाई को हैं, लिहाजा 10 जुलाई को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा.
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गुरु पूर्णिमा 2025 पूजा शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:10 से 4:50 बजे
अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:59 से 12:54 बजे
विजय मुहूर्त: दोपहर 12:45 से 3:40 बजे
गोधूलि मुहूर्त: शाम 7:21 से 7:41 बजे
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गुरु पूर्णिमा पूजा विधि
गुरु पूर्णिमा के दिन सभी गुरुओं को नमन किया जाता है. साथ ही इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है. इसके अलावा महर्षि वेद व्यास की पूजा प्रमुख तौर पर की जाती है. गुरु पूर्णिमा के दिन शुभ मुहूर्त में भगवान वेद व्यास, भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करें. उन्हें फल, फूल, अक्षत अर्पित करें. धूप-दीप करें. अपने गुरु की पूजन करें. गुरु को उपहार दें, उनके पैर छूकर आशीर्वाद लें. इस दिन जरूरतमंदों को दान जरूर करें.
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(Disclaimer - प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.)