Mangal Dosh Upay: हिंदू धर्म में प्रत्येक तिथि और वार का विशेष महत्व माना गया है, जिसका उल्लेख शास्त्रों में भी मिलता है. संकटमोचक हनुमानजी की पूजा सभी प्रकार की बाधाओं और परेशानियों से मुक्ति दिलाने वाली मानी जाती है. मंगलवार का दिन विशेष रूप से बजरंगबली को समर्पित होता है और यह दिन उन्हें अत्यंत प्रिय भी है. कहते हैं कि ज्येष्ठ के महीने में ही पहली बार हनुमान जी अपने आराध्य प्रभु श्रीराम से मिले थे. इसलिए ज्येष्ठ महीने के प्रत्येक मंगलवार पर हनुमान के वृद्ध स्वरूप की विधि-विधान से पूजा की जाती है. आइए जानते हैं कि मंगल दोष से मुक्ति पाने के लिए ज्येष्ठ के मंगलवार किस प्रकार सहायक है.
ज्येष्ठ का प्रत्येक मंगलवार होता है खास
हनुमानजी की उपासना का महत्व उस समय और भी बढ़ जाता है जब यह जेठ (ज्येष्ठ) महीने में पड़ने वाले मंगलवार को की जाती है. हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल ज्येष्ठ मास के दौरान कुल पांच बड़े मंगल पड़ रहे हैं, जो कि विशेष रूप से शुभ माने गए हैं.
ज्येष्ठ में कब-कब पड़ेगा बड़ा मंगल
क्यों प्रिय है हनुमानजी को ज्येष्ठ माह?
मान्यताओं के अनुसार, ज्येष्ठ मास का संबंध पवनपुत्र हनुमान से इसलिए भी है क्योंकि इसी महीने भगवान राम और हनुमानजी की पहली भेंट हुई थी. इस कारण से यह महीना विशेष रूप से हनुमानजी को समर्पित माना जाता है.
ज्येष्ठ में इन कार्यों से मिलता है पुण्य
ज्येष्ठ मास में प्यासे को पानी पिलाना, सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ लगाना, और जरूरतमंदों को दान देना अत्यंत पुण्यदायी माना गया है. शास्त्रों में कहा गया है कि इस महीने किए गए दान-पुण्य का फल कई गुना बढ़कर मिलता है.
जरूर करें ये उपाय
ज्येष्ठ मास के प्रत्येक मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ, सुंदरकांड का आयोजन, लाल वस्त्रों का दान और तेल-तिल से दीपक जलाकर हनुमान मंदिर में पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं. साथ ही अगर कुंडली में मंगल दोष है तो वह भी दूर होता है.