Kajari Teej 2025: भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की तृतीया को कजरी तीज पर्व मनाई जाती है. सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए कजरी तीज व्रत रखा जाता है. साथ ही कुंवारी महिलाएं मनचाहा वर पाने के लिए कजरी तीज का व्रत रखती हैं. कजरी तीज को बड़ी तीज, कजली तीज और सातुड़ी तीज भी कहा जाता है. इस साल कजरी तीज 12 अगस्त 2025 को मनाई जाएगी. कजरी तीज व्रत मुख्य रूप से राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे उत्तर भारतीय राज्यों में मनाया जाता है.
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कजरी तीज 2025 शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि यानी कि कजरी तीज तिथि 11 अगस्त को सुबह 10 बजकर 33 मिनट पर शुरू होगी और 12 अगस्त को सुबह 8 बजकर 40 मिनट पर समाप्त् होगी. उदयातिथि के अनुसार, कजरी तीज 12 अगस्त 2025 को मनाई जाएगी.
साथ ही इस साल कजरी तीज पर बेहद शुभ माने गए सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण होने जा रहा है जो सुबह 11 बजकर 52 मिनट से लेकर 13 अगस्त की सुबह 5 बजकर 49 मिनट तक रहेगा. सर्वार्थ सिद्धि योग में मां पार्वती की विधि-विधान से पूजन करना हर मनोकामना पूरी कर देगी.
कजरी तीज 2025 पूजन विधि
कजरी तीज के दिन महिलाएं निर्जला रखती हैं, इसलिए इसे बेहद कठिन व्रत माना गया है. कजरी तीज के दिन महिलाएं देवी पार्वती की पूजा करती हैं और उनसे सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद मांगती हैं. साथ ही कजरी तीज के दिन शाम को विशेष पूजा की जाती है. महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं और फिर पूजा करती हैं. मां पार्वती को कुमकुम, चावल, हल्दी, मेहंदी और श्रृंगार अर्पित करती हैं. फल और मिठाईयों का भोग लगाती हैं. कजरी तीज की कथा पढ़ती और सुनती हैं.
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(Disclaimer - प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.)