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Sawan Shivratri 2025: बाएं या दाएं, सावन शिवरात्रि पर नंदी के किस कान में बोलने से पूरी होगी मनोकामना

Nandi Maharaj Wish Fulfillment: नंदी महाराज को भगवान शिव का प्रमुख गण यानी संदेशवाहक कहा जाता है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि नंदी महाराज के कौन से कान में बोलने से मनाकामना पूरी होती है, अगर नहीं, तो आइए जानते हैं.  

Sawan Shivratri 2025: बाएं या दाएं, सावन शिवरात्रि पर नंदी के किस कान में बोलने से पूरी होगी मनोकामना
Dipesh Thakur|Updated: Jul 23, 2025, 01:06 PM IST
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Nandi Maharaj Wish Fulfillment: आज यानी 23 जुलाई को सावन की शिवरात्रि मनाई जा रही है. यह दिन भगवान शिव के भक्तों को अत्यंत प्रिय है. इस दिन भोलेनाथ के भक्त उपवास रखते हैं और शिवलिंग का जलाभिषेक कर बेलपत्र आदि अर्पित करते हैं. सावन शिवरात्रि के दिन अधिकांश शिवभक्त नंदी महाराज के कान में अपनी मनोकामना भी कहते हैं. पौराणिक मान्यता है कि नंदी यानी शिवजी के गण के कान में कही गई मनोकामना जरूर पूरी होती है. ऐसे में आइए जानते हैं कि सावन मास की शिवरात्रि पर नंदी महाराज के कौन से कान में कहने से मनोकामना पूरी होती है. 

शिवजी के संदेशवाहक हैं नंदी महाराज

पौराणिक मान्यता है कि नंदी केवल भगवान शिव के वाहन नहीं, बल्कि उनके परम भक्त और विश्वासपात्र संदेशवाहक भी हैं. ऐसी मान्यता है कि अगर कोई भक्त अपने मन की बात नंदी के कान में कहता है, तो नंदी एक संदेशवाहक की तरह उसे महादेव तक पहुंचाते हैं और वो जल्दी ही पूरी हो जाती है. 

ऐसे कहें नंदी के कान में प्रार्थना

सबसे पहले शिवलिंह की पूजा करें, जल अर्पित करें और ओम् नमः शिवाय का जाप करें. फिर नंदी महाराज के पास जाकर धीरे से उनके दाहिने कान में अपनी मनोकामना कहें. ध्यान रहे कि दाहिने कान में बात कहते हुए नंदी के बाएं कान को अपने दूसरे हाथ से बंद रखें. इसके बाद दोनों हाथ जोड़कर नंदी को प्रणाम करें और कुछ देर मौन बैठें फिर वहां से जाएं. 

नंदी के कान में मनोकामना बोलने की परंपरा कब और कैसे शुरू हुई?

मान्यता है कि यह परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है. शिव पुराण और लोककथाओं के अनुसार नंदी भगवान शिव के मुख्य गण और द्वारपाल हैं. भक्त जब मंदिर में प्रवेश करते हैं, तो सबसे पहले नंदी को प्रणाम कर अपनी मनोकामना उनके कान में कहते हैं ताकि नंदी उसे सीधे भगवान शिव तक पहुंचा दें.

नंदी को शिव का वाहन और संदेशवाहक क्यों माना जाता है?

नंदी केवल वाहन ही नहीं, बल्कि शिव के परम भक्त और उनके संदेशवाहक भी हैं. माना जाता है कि नंदी हर समय भगवान शिव के पास रहते हैं और भक्तों की प्रार्थना को सीधे शिव तक पहुंचाते हैं.

नंदी के कान में मनोकामना कैसे बोलनी चाहिए?

भक्त मंदिर में शिवलिंग दर्शन के बाद नंदी के पास जाते हैं. धीरे से उनके कान में अपनी मनोकामना बोलते हैं और प्रार्थना करते हैं कि वह इसे भगवान शिव तक पहुंचा दें. यह कार्य श्रद्धा और गोपनीयता के साथ किया जाता है.

क्या नंदी के कान में इच्छा बोलने से मनोकामना सच होती है?

हिंदू मान्यता के अनुसार, यदि श्रद्धा और सच्चे मन से इच्छा बोली जाए तो भगवान शिव उसे पूर्ण करते हैं. यह विश्वास और आस्था का प्रतीक है.

कौन-से दिन नंदी के कान में मनोकामना बोलना सबसे शुभ माना जाता है?

सोमवार, महाशिवरात्रि और सावन मास के सोमवार को यह विशेष रूप से शुभ माना जाता है. इन दिनों भक्त बड़ी संख्या में शिव मंदिरों में जाकर नंदी के कान में मनोकामना बोलते हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

 

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