trendingNow12785184
Hindi News >>धर्म
Advertisement

इस दिन रखा जाएगा रवि प्रदोष व्रत, नोट कर लें शुभ मुहूर्त, पूजन-विधि और उपाय

Pradosh Vrat June 2025: प्रदोष व्रत भगवान शिव की उपासना के लिए अत्यंत शुभ अवसर माना गया है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि जून महीने का पहला प्रदोष व्रत कब है, पूजन के लिए शुभ योग और शुभ मुहूर्त क्या और पूजन की विधि और खास उपाय क्या हैं.

इस दिन रखा जाएगा रवि प्रदोष व्रत, नोट कर लें शुभ मुहूर्त, पूजन-विधि और उपाय
Dipesh Thakur|Updated: Jun 03, 2025, 05:12 PM IST
Share

Ravi Pradosh Vrat June 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार, जून महीने का पहला प्रदोष व्रत रविवार, 8 तारीख को पड़ रहा है. भगवान शिव को समर्पित यह प्रदोष व्रत रवि प्रदोष व्रत के रूप में जाना जाएगा. चूंक, प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित है इसलिए इस दिन शाम के समय विधि-विधान से शिव समेत परिवार की पूजा की जाती है. कहते हैं प्रदोष व्रत के शुभ प्रभाव से जीवन के दुर्भाग्य दूर होते हैं. इसके साथ भी भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि जून में रवि प्रदोष व्रत के लिए शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और उपाय क्या है.

रवि प्रदोष व्रत पर बनेंगे ये शुभ योग

हिंदू पंचांग के अनुसार, रवि प्रदोष व्रत के दिन परिघ योग और शिव योग का खास संयोग बन रहा है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ये दोनों ही योग शुभ माने जाते हैं. इस दिन दोपहर 12 बजकर  18 मिनट तक परिघ योग रहेगा. इसके बाद शिव योग शुरू हो जाएगा. 

रवि प्रदोष व्रत मुहूर्त

त्रयोदशी तिथि आरंभ - 08 जून 2025 को सुबह 07 बजकर 15 मिनट से 
त्रयोदशी तिथि समाप्त - 9 जून को सुबह 9 बजकर 35 मिनट पर 

प्रदोष पूजा मुहूर्त - 07:18 पी एम से 09:19 पी एम

अवधि - 02 घण्टे 01 मिनट

दिन का प्रदोष समय - 07:18 पी एम से 09:19 पी एम

रवि प्रदोष व्रत पूजन-विधि

सबसे पहले प्रातः स्नान कर लें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें. भगवान शिव, माता पार्वती, और शिव परिवार सहित समस्त देवी-देवताओं की श्रद्धा भाव से विधिपूर्वक पूजा करें. यदि आप व्रत रख रहे हैं, तो दाएं हाथ में पवित्र जल, अक्षत (चावल) और फूल लेकर व्रत का संकल्प लें. संध्या समय, गोधूलि बेला में घर के मंदिर में दीपक जलाएं. भगवान शिव का अभिषेक करें और शिव परिवार की विधिवत पूजा करें. अब रवि प्रदोष व्रत की कथा श्रद्धा से सुनें. घी का दीपक जलाकर भगवान शिव की आरती करें और अंत में “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें. पूजा के अंत में भगवान से अनजाने में हुई भूल के लिए क्षमा प्रार्थना अवश्य करें.

रवि प्रदोष व्रत-मंत्र

ॐ नमः शिवाय

श्री शिवाय नमस्तुभ्यं

प्रदोष व्रत के विशेष उपाय

भगवान शिव की कृपा पाने के लिए शिवलिंग पर इन पवित्र वस्तुओं का अर्पण करें. घी, दही, पुष्प, फल, अक्षत (चावल), बेलपत्र, धतूरा, भांग, शहद, गंगाजल, सफेद चंदन, काले तिल, कच्चा दूध, हरी मूंग दाल, शमी पत्र.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

 

Read More
{}{}