How to please Hanuman Ji: हनुमान जी को संकट मोचक कहा गया है क्योंकि वे जीवन के सारे कष्ट हर लेते हैं. तुलसी बाबा ने हनुमान चालीसा में लिखा भी है 'और देवता चित्त न धरहीं, हनुमत सेई सर्व सुख करई' अर्थात और देवता भले ही ध्यान न दें किंतु हनुमान जी अपने भक्तों को सारे सुख प्रदान करते हैं. हनुमान जी प्रभु श्री राम के अनन्य भक्त हैं, उन पर श्री राम के अलावा अन्य देवी देवताओं की कृपा होने से वह कृपा भी हनुमान जी के भक्तों को प्राप्त होती है.
हनुमान का यह रूप हरेगा सारे कष्ट
बजरंग बली के उपासकों को हनुमान जी के चित्र या मूर्ति के सामने बैठकर ही ध्यान लगाना चाहिए. यदि आप घर पर उनकी तस्वीर या प्रतिमा रखते हैं, तो इस बात का ध्यान रखना भी जरूरी है कि उनकी कौन सी मुद्रा की तस्वीर या मूर्ति को घर पर रखना चाहिए या पूजा करनी चाहिए, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि आप भगवान के जिस स्वरूप की पूजा करते हैं, आपको उसके अनुसार ही फल मिलता है. सही चित्र की आराधना न करने से जीवन से संकट दूर होने के बजाय आ भी सकते हैं.
संकट दूर करने के लिए हनुमान जी के उस रूप की पूजा करें जिसमें वे वरद मुद्रा में हों, हाथ में गदा लिए और आशीर्वाद दे रहे हों. हनुमान जी यदि भजन कर रहे हों या राम नाम जप रहे हों तो भक्त को भी राम नाम का जाप करना चाहिए. ऐसा करने से जीवन के सारे कष्ट दूर होते हैं. ऐसी तस्वीर जिसमें हनुमान जी भगवान राम की सेवा कर रहे हों उसे अपने घर पर लगाने से घर में धन की वर्षा होती है.
जरूर करें ये काम
यदि जीवन में कोई ऐसा बड़ा संकट आ गया है, जिसे दूर करने की युति आपको नहीं सूझ रही है, तो हनुमान जी के सामने घी का दीपक जलाकर, उन्हें पसंदीदा भोग लगाएं. साथ ही फल, फूल माला अर्पित करें. धूप-दीप भी करें. इसके बाद संकल्प लेकर 100 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें. तुलसी बाबा ने हनुमान चालीसा में यह भी लिखा है कि 'जो सत बार पाठ कर कोई, छूटहि बंदि महासुख होई'. जिसका अर्थ है कि 100 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने से सभी तरह के संकटों से मुक्ति मिलती है. आप देखेंगे कि आपका संकल्प पूरा होते ही आप भी संकटों से मुक्त हो जाएंगे.