Sawan Last Monday Jal Abhishek Muhurat 2025: सावन माह के सोमवार का बहुत महत्व है और इस दिन महादेव के भक्त व्रत का संकल्प भी करते हैं. अब सावन 2025 समाप्ति की ओर है और 4 अगस्त 2025 को सावन का चौथा और आखिरी सोमवार है. ऐसे में पूरे सावन अगर महादेव की आराधना करे में कोई कोर कसर रह गई हो तो इस आखिरी सोमवार को नियम अनुसार महादेव की पूजा करें और उनका जलाभिषेक करें. इससे जीवन के कष्टों को दूर करने का महादेव रास्ता दिखाएंगे. आइए जानें सावन के आखिरी सोमवार को कौन से योग बन रहे हैं और इस दिन जलाभिषेक के शुभ मुहूर्त क्या हैं.
सावन के आखिरी सोमवार को शुभ योग और नक्षत्र
सावन के चौथे सोमवार को सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है जिसे हिंदू धर्म में अति शुभ माना गया है. मान्यतानुसार इस अवधि में किए गए काम सफल और शुभ परिणाम देने वाले होते हैं. सोमवार को दशमी तिथि सुबह के 9.52 बजे तक होगी. अनुराधा नक्षत्र सुबह के 8.44 बजे तक होगा. इस दिन ब्रह्म योग सुबह 7.37 बजे तक बना रहेगा और फिर सुबह 7.38 बजे से ऐंद्र योग बनेगा जिसे अति पुण्यकारी योग माना गया है. इस योग में महादेव की आराधना करके दैहिक, दैविक व भौतिक कष्टों से भक्त मुक्त हो सकते हैं.
सावन के आखिरी सोमवार को जलाभिषेक के शुभ मुहूर्त
चौथे सावन सोमवार पर जलाभिषेक का ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:20 बजे से लेकर सुबह 05:02 बजे तक है.
जलाभिषेक का अभिजित मुहूर्त दोपहर 12 बजे से लेकर दोपहर 12:54 बजे तक है.
विजय मुहूर्त दोपहर 02:42 बजे से लेकर दोपहर 03:36 बजे तक है.
अमृत काल शाम 05:47 बजे से लेकर शाम 07:34 बजे तक है.
सावन सोमवार पर जलाभिषेक का महत्व
सावन सोमवार पर जलाभिषेक का विशेष महत्व है. सावन सोमवार को लेकर मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव का जलाभिषेक करने से जीवन में सुख का संचार होता है और घर में समृद्धि आती है. घर सदस्य रोगों से मुक्त रहते हैं और मनवांछित फल की प्राप्त करते हैं.
(Disclaimer- प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.)