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सावन में इस दिन रखा जाएगा पुत्रदा एकादशी का व्रत, जान लें डेट, शुभ मुहूर्त और धन लाभ के उपाय

Putrada Ekadashi 2025 Date: सावन मास की पुत्रदा एकादशी व्रत और भगवान विष्णु की आराधना के लिए अत्यंत शुभ तिथि मानी जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन विधि-विधान से पूजा और कुछ विशेष उपाय करने से धन, सुख-संपत्ति और संतान सुख की प्राप्ति होती है.  

सावन में इस दिन रखा जाएगा पुत्रदा एकादशी का व्रत, जान लें डेट, शुभ मुहूर्त और धन लाभ के उपाय
Dipesh Thakur|Updated: Jul 03, 2025, 01:12 PM IST
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Sawan Putrada Ekadashi 2025: हिंदू कैलेंडर के पौष और सावन महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस व्रत को करने से सूनी गोद भर सकती है. पुत्ररत्न की प्राप्ति के लिए निसंतान दंपती भी इस व्रत को करते हैं. माताएं अपनी संतान की लंबी आयु और स्वस्थ्य जीवन के लिए यह व्रत रखती हैं. वहीं सावन माह में पड़ने वाली पुत्रदा एकादशी के दिन व्रत रखकर पूजन करने से शिवजी और भगवान श्रीहरि दोनों की कृपा प्राप्त हो जाती है. जानें सावन महीने में कब रखा जाएगा पुत्रदा एकादशी का व्रत. नोट कर लें तिथि, पूजा की विधि और व्रत का महत्व.

सावन पुत्रदा एकादशी 2025 डेट 

पंचांग के मुताबिक सावन महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को सावन पुत्रदा एकादशी का व्रत रखा जाता है, जोकि इस साल 5 अगस्त 2025 को है. दरअसल सावन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 4 अगस्त सुबह 11:41 से होगी और 5 अगस्त दोपहर 01:12 पर समाप्त हो जाएगी. उदयातिथि मुताबिक 5 अगस्त को पुत्रदा एकादशी का व्रत पूजन किया जाएगा और अगले दिन व्रत का पारण किया जाएगा. पारण के लिए 6 अगस्त सुबह 05:45 से सुबह 08:26 तक का समय शुभ रहेगा.  

पुत्रदा एकादशी के उपाय

तुलसी दल से करें विष्णु पूजन- सावन पुत्रदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु को तुलसी दल, पीले पुष्प और पंचामृत से अर्पित करें. साथ ही “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें. यह उपाय धन वृद्धि और लक्ष्मी कृपा के लिए अत्यंत फलदायी होता है.

विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें- इस दिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना बहुत शुभ माना गया है. इससे आर्थिक संकट दूर होते हैं और घर में समृद्धि का वास होता है. पाठ के समय दीपक और धूप जलाना न भूलें.

लक्ष्मी-नारायण को पीले वस्त्र चढ़ाएं- भगवान लक्ष्मी-नारायण को पीले वस्त्र और पीली मिठाई अर्पित करें. इससे जीवन में धन आगमन के नए स्रोत खुलते हैं. यह उपाय खासतौर पर व्यापार या नौकरी में लाभ दिलाने वाला माना जाता है.

श्रीसूक्त का पाठ करें- पुत्रदा एकादशी की रात श्रीसूक्त का पाठ करें और घी का दीपक जलाएं. यह उपाय माता लक्ष्मी को शीघ्र प्रसन्न करता है और धन संबंधी रुकावटों को दूर करता है.

जरूरतमंद को करें दान- इस दिन गरीबों या ब्राह्मणों को पीले वस्त्र, चना दाल और गुड़ का दान करें। यह पुण्य के साथ-साथ आर्थिक उन्नति के राह को भी आसान बनाता है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

 

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