Sub Ratna of Diamond Gemstone: हीरा एक ऐसा रत्न है जिसे पहनने वाला व्यक्ति जीवन में ऊंचाइयों तक पहुंच सकता है. इसे संपन्नता और ऐश्वर्य का प्रतीक माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हीरा शुक्र ग्रह से जुड़ा हुआ है और शुक्र को सुख-सुविधाओं, भोग-विलास और वैभव का कारक कहा गया है. इसीलिए कहा जाता है कि जो व्यक्ति जीवन में ऐशो-आराम चाहता है, उसे हीरा अवश्य धारण करना चाहिए. लेकिन कई बार परिस्थितियों या बजट के कारण हर कोई हीरा नहीं पहन सकता. ऐसे में हीरे के उपरत्न का सहारा लिया जाता है. ओपल (Opal) हीरे का श्रेष्ठ उपरत्न माना जाता है, जो हीरे जैसे ही शुभ फल प्रदान करता है.
हीरे के उपरत्न क्या हैं?
यदि कोई व्यक्ति हीरा धारण करने में असमर्थ हो तो वह इसके स्थान पर हीरे के उपरत्न पहन सकता है. इनमें प्रमुख रूप से ओपल (Opal), अमेरिकन डायमंड, जीबी स्टोन, मोजोनाइट, एक्वा मरीन ये शामिल हैं. हालांकि ज्योतिष शास्त्र कहता है कि यदि आप पूर्ण फल चाहते हैं तो मूल रत्न यानी हीरा धारण करना ही श्रेष्ठ है. उपरत्न साधारण फल देते हैं, लेकिन फिर भी यदि ओपल या अन्य उपरत्न सही विधि से धारण किए जाएं तो जीवन में सुख-समृद्धि अवश्य मिलती है.
धारण करने की विधि और शुभ मुहूर्त
हीरा और उसके उपरत्नों का संबंध शुक्र ग्रह से होता है, इसलिए इन्हें शुक्रवार के दिन धारण करना उत्तम होता है. शुक्रवार के दिन प्रात: स्नान करके साफ-सुथरे कपड़े पहनें. रत्न को पूजा स्थल पर रखें और भगवान शिव को समर्पित करें. इसके बाद भगवान शिव से प्रार्थना करें. इसके बाद “ॐ शुक्राय नमः” इस मंत्र का जाप करें. मंत्र जाप के बाद रत्न को दाहिने हाथ की छोटी उंगली (कनिष्ठिका) में धारण करें.
हीरा या ओपल रत्न के फायदे
वैभव और ऐश्वर्य में वृद्धि.
जीवन में प्रेम और सौंदर्य बढ़ता है.
वैवाहिक जीवन में मिठास आती है.
कला, संगीत और फैशन से जुड़े लोगों के लिए विशेष लाभकारी.
शुक्र ग्रह मजबूत होने से भाग्य का सितारा चमकता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)