trendingNow12805786
Hindi News >>धर्म
Advertisement

Mantra Upay: कुबेर देव की पूजा कर पा सकते हैं अथाह धन, इन 3 शक्तिशाली मंत्रों का जाप गरीबी को मार भगाएगा!

Kuber Mantra And Puja Vidhi: हिंदू धर्म शास्त्र में कुबेर देव को धन का देवता कहा जाता है. जिनकी कृपा से व्यक्ति को धन संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है. आइए जानें कि कुबेर देव की पूजा कैसे करें और किन मंत्रों का जाप करें,

Kuber Mantra
Kuber Mantra
Padma Shree Shubham|Updated: Jun 18, 2025, 11:55 AM IST
Share

Kuber Mantra  2025: हिंदू धर्म में मां लक्ष्मी धन की देवी के रूप में पूजी जाती हैं तो वहीं धन का खजाना कुबेर देव के पास है. सच्चे मन और श्रद्धा भाव से जो भी साधक कुबेर मंत्र का जाप करता है उसकी सभी आर्थिक परेशानियों का अंत होने लगता है. नियमित रूप से और विधि अनुसार कुबेर देव की पूजा और उनके मंत्रों का जाप जल्द ही साधक को धन की समस्याओं से छुटकारा दिला सकता है. आइए जानें कुबेर देव के तीन अति शक्तिशाली मंत्रों को और कुबेर देव की पूजा विधि.

कुबेर देव का अमोघ मंत्र
पहला मंत्र है : ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये, धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥
कुबेर देव के इस सबसे प्रिय मंत्र के 3 माह नियमित जाप से मनुष्य को किसी भी तरह की आर्थिक परेशानी से पार पा सकता है. इस मंत्र का जाप करते समय ध्यान रखें कि आपका मुख दक्षिण दिशा की ओर हो. 

अष्ट लक्ष्मी कुबेर मंत्र
दूसरा मंत्र है: "ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥"
मां लक्ष्मी और कुबेर देवता का यह मंत्र जाप करने से जीवन में ऐश्वर्य, पद, प्रतिष्ठा के साथ ही सौभाग्य की प्राप्ति होती है. मंत्र का जाप पूरे मन और श्रद्धा भाव से करें और नियमित रूप से शुक्रवार की रात को करें तो लाभ ही लाभ होगा.

भौतिक सुख के लिए कुबेर मंत्र
तीसरा मंत्र है: "ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥"
इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के भौतिक सुख में वृद्धि होती है और नियमित रूप से इस मंत्र का जाप करने से सभी प्रकार की आर्थिक समस्याओं का अंत होने लगता है. 

श्री कुबेर पूजा विधि

  • सुबह में या शाम के समय स्नानकर साफ कपड़े पहनकर में कुबेर देव की पूजा करें. 
  • श्री कुबेर की प्रतिमा को पूजाघर में चौकी पर स्थापित करें. 
  • प्रतिमा न हो तो तिजोरी या गहनों के बक्से को कुबेर देव मानते हुए पूजा करें.
  • तिजोरी पर सिंदूर से स्वस्तिक का चिह्न बनाएं और मौली बांधें.
  • कुबेर देव का ध्यानकर मंत्र जाप करें.
  • कुबेरजी का ध्यान कर आह्वान मुद्रा तिजोरी के सामने दिखाएं और कुबेर देव का आह्वान करें.
  • पांच पुष्प अंजलि में लें और तिजोरी के पास छोड़ें. इसके बाद फिर से एक कुबे मंत्र का जाप करें. 
  • इसके बाद चंदन, अक्षत, पुष्प, भोग आती कुबेर देव को अर्पित कर एक और मंत्र का जाप करें. 
  • कुबेर देव की आरती कर पूजा को संपन्न करें.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

और पढ़ें- Gemology: बहुत चमत्कारी है पुखराज रत्न, करता है ज्ञान भाग्य और धन में वृद्धि, जानें इसे कौन धारण करें और कौन नहीं

और पढ़ें- Astro Tips: बार बार बोलते हैं झूठ तो हो जाएं सतर्क, खराब हो जाएंगे ये दो ग्रह, आ जाएंगे अर्श से फर्श पर

Read More
{}{}