Milk Vastu Tips: वास्तु टिप्स हो या शकुन अपशकुन संकेत, इनका प्रभाव हमारे जीवन पर बहुत गहरा होता है. हालांकि कुछ लोग इसे मानते हैं तो कुछ लोग इसे नहीं मानते हैं. हम सभी के साथ कभी न कभी ऐसा हुआ होगा कि चूल्हे पर उबलने को रखा दूध गिर गया होगा. वहीं दादी-नानी ने तो उबलते दूध को गिरने को लेकर कई बातें कही होंगी लेकिन आज की इस कड़ी में हम विस्तार से जानेंगे कि चूल्हे पर गर्म करने के लिए या उबलने के लिए रखे दूध का गिरना शुभ होता है या इसके कोई अशुभ संकेत मिलते हैं.
उबलते दूध के गिरने से जुड़े शकुन अपशकुन
जब हम गृह प्रवेश की पूजा करते हैं तो सबसे पहले घर के चूल्हे पर दूध उबालते हैं और फिर उसे उबलते हुए गिरने देते हैं. वास्तु अनुसार दूध पूर्व दिशा में अगर गिरता है तो इसे घर के लिए अति शुभ माना जाता है. दरअसल, पूर्व दिशा में बहता दूध शांति, समृद्धि, सौभाग्य के साथ ही अच्छी सेहत का संकेत देता है. पूर्व दिशा में दूध का गिरना घर में शुभ शुरुआत को दर्शाता है.
दूध समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक
किसी घर में अगर शादी हुई है और शादी के पहले ही दिन उलता दूध गिर जाए तो इसे दुर्भाग्य का संकेत माना जाता है. वहीं अगर घर का कोई सदस्य घर से बाहर जा रहा हो और उसी दौरान दूध गिर जाए तो इसे दुर्भाग्य के प्रतीक के रूप में देखा जाता है. ध्यान दें कि दूध समृद्धि और प्रचुरता को दर्शाता है. दूध को सकारात्मक उर्जा, पवित्रता के सात ही समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है. ऐसे में जब यही दूध गिरता है तो इसे शुभ और अशुभ संकेतों से जोड़ा जाता है.
बार बार दूध गिरना
अगर किसी व्यक्ति से अक्सर ही दूध गिरता रहता है तो उसे अन्नपूर्णा देवी से क्षमा मांगनी चाहिए. ऐसे व्यक्ति पर चंद्र दोष लगता है जिसके नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए मोती धारण करने की सलाह दी जाती है. ऐसे लोगों के लिए चंद्रदेव को जल चढ़ाना शुभ होता है. चंद्रमा और मंगल ग्रह को शांत करने के लिए भी जातक को कुछ कारगर उपाय करने चाहिए. घर से बाहर निकलते समय अगर दूध गिर जाए तो भगवान को कुछ मीठा भोग अर्पित करके ही घर से निकलना चाहिए.
(Disclaimer- प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.)