Vastu Tips For Positive Energy In Home: वास्तु शास्त्र केवल इमारतों की दिशा और बनावट का विज्ञान नहीं है, बल्कि यह जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, संतुलन और सुख-समृद्धि लाने का मार्ग भी है। वास्तु में कुछ विशेष प्रतीकों और चिन्हों को अत्यंत पवित्र और प्रभावशाली माना गया है, जिन्हें यदि घर में उचित दिशा में और विधिपूर्वक रखा जाए, तो जीवन के हर क्षेत्र में सफलता, शांति और उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है। आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे ऐसे ही कुछ पवित्र वास्तु चिन्हों के बारे में, जो न केवल आपके घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करेंगे, बल्कि हर दिशा से सुख और सौभाग्य को आकर्षित करेंगे।
1. शंख (Conch Shell):
शंख को धार्मिक और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। इसे घर में उत्तर-पूर्व दिशा में रखना शुभ होता है। शंख की ध्वनि से वातावरण शुद्ध होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।शंख मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का प्रिय है, इसलिए इसे नियमित रूप से बजाना और पूजा स्थल में रखना धन-लाभ के योग को बढ़ाता है।विशेषकर दक्षिणावर्ती शंख को घर में रखने से सुख-शांति बनी रहती है और दरिद्रता दूर होती है। शंख के पास दीपक जलाकर उसकी आरती करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं।
2. स्वस्तिक (Swastik):
स्वस्तिक को शुभता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसे मुख्य द्वार पर या पूजाघर में बनाया जाना अत्यंत लाभकारी होता है।यह प्रतीक नकारात्मक ऊर्जा को रोकता है और घर में स्थिरता बनाए रखता है। तांबे या चांदी से बने स्वस्तिक को घर में उत्तर-पूर्व दिशा में रखें।व्यापारिक संस्थानों में भी स्वस्तिक का चिन्ह लगाने से व्यापार में वृद्धि होती है और ग्राहक आकर्षित होते हैं।
3. गाय का चित्र या मूर्ति (Cow Symbol):
गाय को ‘कामधेनु’ कहा गया है और यह समृद्धि व शुभता की प्रतीक मानी जाती है। घर में गौमाता की तस्वीर या मूर्ति लगाने से पारिवारिक कलह दूर होती है।विशेष रूप से ‘गौ माता और बछड़ा’ का चित्र दक्षिण दिशा में लगाना अत्यंत शुभ होता है। यह मां-बेटे के संबंधों को मजबूत करता है।गाय की सेवा करना या उनके लिए भोजन रखना भी वास्तु अनुसार अति पुण्यदायी माना गया है।
4. नज़रबट्टू (Evil Eye Remover):
मुख्य द्वार पर नज़रबट्टू लटकाने से नकारात्मक ऊर्जा और बुरी नज़र घर से दूर रहती है। यह काले रंग का या नीले रंग की आंख वाला लटकन होता है।आजकल बाजार में कई तरह के स्टाइलिश और वास्तु-आधारित नजरबट्टू मिलते हैं जो सौंदर्य के साथ-साथ सुरक्षा भी प्रदान करते हैं।इसे मुख्य रूप से घर के बाहर दरवाजे पर या बालकनी में लगाया जाता है ताकि प्रवेश करते ही हर नकारात्मक शक्ति निष्क्रिय हो जाए।
5. ओम (ॐ) का चिन्ह:
ॐ को ब्रह्मांड की मूल ध्वनि और सर्वोच्च ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। घर के पूजा स्थल या मुख्य द्वार पर इसका चिन्ह लगाना बेहद शुभ होता है।ॐ से घर में मानसिक शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है। यह ध्यान और साधना को गहरा बनाता है।ॐ के साथ यदि त्रिशूल और स्वस्तिक भी हों, तो तीनों का त्रिवेणी संगम घर में पूर्ण शुभता लाता है।
6. कमल का फूल (Lotus Symbol):
कमल माँ लक्ष्मी का प्रतीक है और इसे घर में रखने से आर्थिक स्थिरता आती है। कमल का चित्र या कृत्रिम फूल उत्तर दिशा में रखने से धन लाभ के योग बनते हैं।ध्यान रखें कि कमल कभी भी मुरझाया या गंदा न हो; उसकी स्वच्छता और सुंदरता बनाए रखें।कमल पर बैठी लक्ष्मी माता की तस्वीर को पूजा स्थान में रखने से विशेष कृपा प्राप्त होती है।
7. क्रिस्टल बॉल (Crystal Ball):
क्रिस्टल बॉल को सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना गया है। इसे लिविंग रूम या ऑफिस डेस्क पर रखने से मानसिक स्पष्टता और निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है।सफेद क्रिस्टल शांति लाता है, जबकि गुलाबी प्रेम संबंधों को मधुर बनाता है। इसे सूर्य की रोशनी में न रखें, अन्यथा इसकी ऊर्जा प्रभावित हो सकती है।क्रिस्टल बॉल को समय-समय पर साफ करना जरूरी है ताकि उसकी ऊर्जा शुद्ध बनी रहे।
8. तोरण या बंदनवार:
मुख्य दरवाजे पर तोरण लगाने से घर में समृद्धि और शुभता का प्रवेश होता है। आम या अशोक के पत्तों से बनी तोरण को सबसे श्रेष्ठ माना गया है।यह नकारात्मक शक्तियों को घर में आने से रोकता है और अतिथियों के स्वागत का प्रतीक भी बनता है।तोरण को हर सप्ताह बदलने की सलाह दी जाती है ताकि उसकी ताजगी बनी रहे।
9. कछुआ (Tortoise):
कछुआ दीर्घायु, समृद्धि और सुरक्षा का प्रतीक है। इसे उत्तर दिशा में रखें और ध्यान रखें कि इसका मुख घर के अंदर की ओर हो।धातु, क्रिस्टल, लकड़ी या मिट्टी से बने कछुए अलग-अलग प्रकार के लाभ देते हैं। जैसे, धातु का कछुआ धन संबंधित मामलों में लाभ देता है।कछुए को जल में भी रखा जा सकता है, जिससे यह और अधिक ऊर्जा उत्पन्न करता है।
10. सात घोड़े (Seven Horses Painting):
सात घोड़ों की दौड़ती हुई तस्वीर को घर या ऑफिस में दक्षिण दिशा की दीवार पर लगाने से व्यापार, करियर और ऊर्जा में तेजी आती है।घोड़े शक्ति, प्रगति और गतिशीलता के प्रतीक होते हैं।
इस चित्र में सूर्य का भी होना शुभ माना जाता है, जिससे इसका प्रभाव और अधिक बढ़ जाता है।
निष्कर्ष:
वास्तु शास्त्र में हर प्रतीक का गहरा अर्थ और ऊर्जा होती है। यदि इन्हें सही दिशा और भावना के साथ घर में रखा जाए तो जीवन में सुख, समृद्धि, स्वास्थ्य और सफलता स्वतः ही आने लगते हैं।
(Disclaimer - प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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