Eating Vastu Tips: आज के आधुनिक युग में जहां तकनीक ने हर पहलू को बदल दिया है, वहीं लोगों की जीवनशैली भी पहले से बिल्कुल अलग हो गई है। घर का माहौल, पारिवारिक संवाद, खाने के तरीके — सब कुछ तकनीक के साए में आ गया है। खासकर मोबाइल और टीवी ने हमारी दिनचर्या को इस कदर घेर लिया है कि हम भोजन जैसे पवित्र कार्य को भी बिना इन गैजेट्स के नहीं कर पा रहे।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि वास्तु शास्त्र और स्वास्थ्य विज्ञान दोनों ही मानते हैं कि भोजन करते समय कुछ आदतें आपकी ऊर्जा, किस्मत और समृद्धि पर बुरा असर डाल सकती हैं? आइए जानते हैं उन 4 आदतों के बारे में जो भोजन के समय करने से बचना चाहिए, वरना यह आपके भाग्य, स्वास्थ्य और परिवारिक सुख-शांति को प्रभावित कर सकती हैं।
1. भोजन करते समय मोबाइल या टीवी देखना
आजकल यह आम हो गया है कि लोग खाने के समय टीवी पर सीरियल या मोबाइल पर सोशल मीडिया स्क्रॉल करना पसंद करते हैं। कुछ लोग तो पूरी प्लेट लेकर टीवी के सामने बैठ जाते हैं या मोबाइल पर वीडियो देखते हुए खाना खाते हैं।
लेकिन यह आदत कई कारणों से हानिकारक है:
पाचन पर असर: जब आप खाना खाते समय ध्यान भटकाते हैं, तो दिमाग शरीर को सही तरीके से पाचन का संकेत नहीं देता, जिससे एसिडिटी, गैस और भारीपन की समस्या हो सकती है।
वास्तु दोष: वास्तु शास्त्र के अनुसार भोजन एक पूजा के समान होता है। इसे मन लगाकर और शांति से करना चाहिए। टीवी या मोबाइल से आने वाली तरंगें उस सकारात्मक ऊर्जा को नष्ट कर देती हैं, जो भोजन से मिलती है।
मानसिक अस्थिरता: जब हम स्क्रीन देखते हुए खाते हैं, तो दिमाग शांत नहीं रह पाता। इससे चिड़चिड़ापन, तनाव और बेचैनी जैसी मानसिक समस्याएं जन्म ले सकती हैं।
उपाय:
भोजन करते समय फोन को साइड में रखें या टीवी बंद कर दें। परिवार के साथ बातचीत करें, इससे रिश्तों में मिठास और मन में संतुलन बना रहेगा।
2. खड़े होकर या चलते-फिरते भोजन करना
भागदौड़ की ज़िंदगी में कई लोग खड़े-खड़े खाना खा लेते हैं या ऑफिस में चलते हुए खाना खाते हैं। कभी-कभी लोग वाहन चलाते समय भी स्नैक्स खा लेते हैं।
इसके नुकसान:
शारीरिक हानि: खड़े होकर खाने से खाना जल्दी-जल्दी निगला जाता है, जिससे पाचन क्रिया बाधित होती है।
वास्तु के अनुसार: भोजन करते समय बैठकर खाना चाहिए और दक्षिण या पूर्व दिशा की ओर मुख करके खाना श्रेष्ठ माना गया है।
किस्मत पर असर: ऐसा माना जाता है कि बिना सम्मान और ध्यानपूर्वक खाया गया खाना धन और सौभाग्य को दूर कर सकता है।
उपाय:
समय निकालकर शांत जगह पर बैठकर भोजन करें। थाली को अच्छे से सजाएं और हर निवाले को ध्यान से खाएं। यह आदत न सिर्फ पाचन को सुधारती है, बल्कि मानसिक शांति भी देती है।
3. गुस्से या उदासी के साथ खाना खाना
कई बार हम गुस्से में, तनाव में या रोते हुए खाना खा लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपके शरीर और घर की ऊर्जा पर गहरा प्रभाव डालता है?
ऐसा क्यों न करें?
भोजन की ऊर्जा: हमारे भावनात्मक विचार भोजन की ऊर्जा को प्रभावित करते हैं। यदि आप नकारात्मक भावनाओं के साथ खाते हैं, तो वह भोजन भी आपकी ऊर्जा को नकारात्मक बना देता है।
कुल लक्ष्मी का अपमान: भारतीय संस्कृति में भोजन को 'अन्नपूर्णा' का रूप माना गया है। गुस्से या रोते हुए भोजन करना देवी लक्ष्मी के अनादर के समान है।
कुंडली और ग्रहों पर असर: ऐसी आदतें राहु-केतु जैसे नकारात्मक ग्रहों को सक्रिय कर सकती हैं, जिससे किस्मत के रास्ते बंद होने लगते हैं।
उपाय:
भोजन करने से पहले शांत हो जाएं। एक-दो मिनट आंखें बंद करके गहरी सांस लें और मन को स्थिर करें। फिर आदरपूर्वक भोजन ग्रहण करें।
4. भोजन करते समय बहस या विवाद करना
कुछ परिवारों में खाने के दौरान टीवी पर बहस चलती रहती है, या फिर आपस में तर्क-वितर्क होने लगते हैं। यह बहुत ही नकारात्मक प्रभाव डालता है।
नुकसान:
परिवारिक तनाव: भोजन का समय पारिवारिक एकता और प्रेम बढ़ाने का समय होता है। बहस या नाराजगी उस ऊर्जा को नष्ट कर देती है।
वास्तु के अनुसार: वास्तु शास्त्र कहता है कि भोजन के समय घर का वातावरण शांत और सौहार्दपूर्ण होना चाहिए। क्रोध या वाद-विवाद से सकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और घर में दरिद्रता प्रवेश कर सकती है।
स्वास्थ्य पर असर: तनावपूर्ण वातावरण में खाया गया खाना शरीर में एसिडिटी, अल्सर और नींद की समस्या बढ़ा सकता है।
उपाय:
खाने के समय अपने मतभेदों को एक तरफ रख दें। एक दूसरे की बातें सुनें, बच्चों से बात करें, दिनभर के अनुभव साझा करें।
भोजन को बनाएं शुभ और सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत
अब सवाल आता है — भोजन को कैसे बनाएं ऊर्जा और भाग्यवृद्धि का माध्यम?
यहां कुछ आसान उपाय दिए गए हैं:
भोजन से पहले "ॐ अन्नपूर्णायै नमः" का जप करें।
थाली में परोसने से पहले भोजन को प्रेम से देखें और धन्यवाद करें।
हर निवाले को चबाकर खाएं, बिना किसी जल्दीबाज़ी के।
खाने के बाद कुछ समय ध्यान या मौन में बैठें, ताकि पाचन सही हो और मन शांत।
निष्कर्ष
भोजन केवल पेट भरने का माध्यम नहीं है, यह ऊर्जा, स्वास्थ्य और सौभाग्य का स्रोत है। लेकिन यदि आप भोजन करते समय मोबाइल, टीवी, गुस्सा या बहस जैसे नकारात्मक तत्वों को साथ जोड़ते हैं, तो यह आपकी किस्मत, स्वास्थ्य और धन पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
(Disclaimer - प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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