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Vastu Tips: पालतू जानवर बदल रहा है अपना व्यवहार, तो समझें कुछ तो झोल है! वास्तु अनुसार जानें घर की ऊर्जा का रहस्य

Pet Animals Signs Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के सरल उपाय अपनाकर आप अपने घर की ऊर्जा को संतुलित कर सकते हैं और अपने प्यारे पालतू को एक शांत, सुखद वातावरण दे सकते हैं। जब घर की ऊर्जा सही होती है, तो वहां रहने वाले हर प्राणी का जीवन खुशहाल और स्वास्थ्यपूर्ण हो जाता है।

Pet Animals Signs Vastu Tips
Pet Animals Signs Vastu Tips
Narinder Juneja|Updated: Aug 08, 2025, 03:43 PM IST
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Pet Animals Signs According to Vastu Tips: पालतू जानवर हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। वे न सिर्फ हमारे सुख-दुख के साथी बनते हैं, बल्कि घर की ऊर्जा को भी गहराई से महसूस करते हैं। आपने कई बार देखा होगा कि आपका पालतू अचानक चिड़चिड़ा हो गया है, बार-बार एक ही दिशा में देख रहा है, खाना कम कर रहा है या फिर बिना किसी कारण के डर रहा है। अगर ऐसी कोई भी चीज़ लगातार हो रही है, तो यह केवल कोई बीमारी नहीं, बल्कि आपके घर की नकारात्मक ऊर्जा या वास्तु दोष का संकेत भी हो सकता है। वास्तु शास्त्र में घर की दिशा, ऊर्जा और पालतू जीवों के बीच एक गहरा संबंध माना गया है। आइए जानते हैं कि अगर आपके पालतू जानवर का व्यवहार बदल रहा है तो उसके पीछे क्या वास्तु कारण हो सकते हैं और किस तरह से आप अपने घर की सकारात्मकता को बढ़ाकर अपने प्यारे साथी को सुकून दे सकते हैं।

पालतू जानवरों की संवेदनशीलता और ऊर्जा का संबंध
पालतू जानवर खासकर कुत्ते, बिल्ली, खरगोश या पक्षी, इंसानों की तुलना में बहुत अधिक संवेदनशील होते हैं। वे उन ऊर्जाओं को भी महसूस कर सकते हैं जो हमें नजर नहीं आतीं। जैसे ही घर में किसी तरह की ऊर्जा का असंतुलन होता है – चाहे वो वास्तु दोष हो, किसी सदस्य की नकारात्मक सोच या कोई भारी वस्तु गलत दिशा में रखी गई हो – तो उसका असर सबसे पहले इन मासूम प्राणियों पर दिखता है।

कुछ सामान्य लक्षण, जो आपके पालतू में वास्तु असंतुलन के कारण देखे जा सकते हैं:
अचानक चिड़चिड़ापन या आक्रामकता
खाना-पीना बंद कर देना
एक ही जगह बार-बार बैठना या घबराना
रात में लगातार भौंकना या रोना
खुद को अकेले में बंद करने की आदत

घर की दिशा और पालतू जानवरों का व्यवहार
वास्तु शास्त्र के अनुसार, हर दिशा की अपनी ऊर्जा होती है। अगर किसी दिशा में गलत वस्तु या गतिविधि होती है तो वहां का संतुलन बिगड़ जाता है और उसका असर घर के सभी निवासियों पर पड़ता है – विशेषकर पालतू जानवरों पर।

1. दक्षिण-पश्चिम दिशा (South-West):
यह दिशा स्थिरता और विश्वास की दिशा मानी जाती है। अगर पालतू जानवर यहां पर बार-बार जाते हैं या आराम से रहते हैं तो यह एक अच्छा संकेत है। लेकिन अगर वे इस दिशा से बचते हैं, वहां असहज होते हैं तो यह संकेत हो सकता है कि वहां की ऊर्जा कमजोर या बाधित है।

2. उत्तर-पूर्व दिशा (North-East):
यह दिशा आध्यात्मिक ऊर्जा और शांति से जुड़ी होती है। अगर पालतू इस दिशा में घबराते हैं, या बार-बार रोते हैं, तो घर में मानसिक तनाव या अशांति का वास हो सकता है।

3. दक्षिण दिशा (South):
यह दिशा यम की दिशा मानी जाती है और यहां भारी वस्तुएं रखना अच्छा माना जाता है। अगर यहां हल्की वस्तुएं या कोई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण रखे हैं तो इससे वहां की ऊर्जा असंतुलित हो सकती है, जिससे पालतू जानवर परेशान हो सकते हैं।

वास्तु दोष जो पालतू जानवरों को प्रभावित कर सकते हैं
टूटे हुए शीशे या आईने:

घर में टूटे हुए शीशे या खिड़कियां नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देती हैं, जिससे जानवर असहज हो सकते हैं।

बंद या अंधेरी जगहें:
जहां सूर्य का प्रकाश नहीं पहुंचता या जहां वेंटिलेशन कम होता है, वहां ऊर्जा रुक जाती है। जानवर वहां खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं।

नकारात्मक चित्र या मूर्तियां:
घर में लड़ाई, शिकार या दुखद दृश्य वाले चित्र या मूर्तियां रखने से घर का माहौल अशांत होता है और इसका सीधा असर पालतू पर पड़ता है।

गलत स्थान पर रखा पूजा स्थल:
पूजा स्थान को लेकर वास्तु में स्पष्ट दिशाएं बताई गई हैं। अगर वह गलत दिशा में है, तो ऊर्जा का बहाव बिगड़ता है।

सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने के वास्तु उपाय
पशु के सोने का स्थान सही दिशा में रखें:
पालतू जानवरों के आराम और नींद का स्थान दक्षिण-पूर्व या उत्तर-पश्चिम दिशा में रखना अच्छा माना जाता है।

घर में नियमित धूप और हवा आने दें:
प्राकृतिक प्रकाश और ताज़ी हवा से घर की ऊर्जा स्वच्छ और सकारात्मक रहती है।

नियमित रूप से नमक और पानी से पोछा लगाएं:
हफ्ते में एक बार घर में सेंधा नमक मिलाकर पोछा लगाएं। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।

घंटी, शंख या म्यूजिक का प्रयोग करें:
हर सुबह या शाम को हल्की ध्वनि जैसे घंटी, शंख या मंत्रों की रिकॉर्डिंग चलाएं। इससे घर का वातावरण ऊर्जा से भरपूर रहता है और पालतू जानवर शांत रहते हैं।

सुगंध और प्राकृतिक पौधों का उपयोग करें:
तुलसी, एलोवेरा, मनीप्लांट जैसे पौधे नकारात्मक ऊर्जा को दूर करते हैं और घर की हवा को शुद्ध करते हैं। साथ ही लैवेंडर या सैंडलवुड जैसी प्राकृतिक खुशबुओं का प्रयोग करें।

खास ध्यान देने योग्य बातें
अगर पालतू जानवर लगातार बीमार पड़ रहा है, तो सिर्फ मेडिकल जांच ही नहीं, घर का वास्तु निरीक्षण भी करवाएं।
बच्चों और पालतुओं की प्रतिक्रियाएं घर की ऊर्जा का सबसे सटीक संकेत देती हैं।
कुछ लोग पालतू जानवरों को वास्तु दोष से बचाने के लिए रुद्राक्ष या काले धागे भी पहनाते हैं, लेकिन इसे किसी जानकार के परामर्श से ही करें।

निष्कर्ष
अगर आपके पालतू जानवर का व्यवहार असामान्य हो गया है, तो इसे नजरअंदाज करना गलत होगा। यह न सिर्फ किसी बीमारी का संकेत हो सकता है, बल्कि आपके घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा या वास्तु दोष का भी संकेत हो सकता है।

(Disclaimer- प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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