Vastu Tips for Water Fountain At Home Garden: आज के समय में हर कोई अपने घर को सुंदर और सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर बनाना चाहता है। घर के बाहर के हिस्से में गार्डन का खास महत्व होता है, और उसे सजाने के लिए वाटर फाउंटेन (जलधारा) एक बेहतरीन विकल्प माना जाता है। यह न सिर्फ सौंदर्य को बढ़ाता है, बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को भी बढ़ाता है। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर वाटर फाउंटेन को सही दिशा और नियमों के अनुसार नहीं लगाया गया, तो यह उल्टा असर भी डाल सकता है। इस लेख में हम जानेंगे कि गार्डन में वाटर फाउंटेन लगाते समय किन वास्तु नियमों का पालन करना चाहिए ताकि घर में समृद्धि, सुख और शांति बनी रहे।
1. वाटर फाउंटेन की दिशा का रखें विशेष ध्यान
वास्तु शास्त्र में दिशा का विशेष महत्व है। गार्डन में वाटर फाउंटेन लगाते समय उत्तर (North), उत्तर-पूर्व (North-East) या पूर्व (East) दिशा का चयन करना सबसे शुभ माना जाता है।इन दिशाओं में जल तत्व का प्रवाह घर में सकारात्मक ऊर्जा और धन वृद्धि के संकेत देता है।दक्षिण, पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम दिशा में वाटर फाउंटेन लगाना नकारात्मक ऊर्जा का कारण बन सकता है और इससे आर्थिक हानि भी हो सकती है।
2. जल का प्रवाह घर की ओर हो, बाहर की ओर नहीं
वास्तु के अनुसार जलधारा का प्रवाह घर के भीतर की ओर होना चाहिए न कि बाहर की ओर।अगर वाटर फाउंटेन से बहता पानी बाहर की ओर जा रहा है, तो यह धन और सौभाग्य के बाहर जाने का संकेत होता है।इसलिए वाटर फाउंटेन का ऐसा डिज़ाइन चुनें, जिसमें पानी का फ्लो घर की ओर या अंदर की दिशा में हो। यह आर्थिक स्थिरता और तरक्की में सहायक होता है।
3. स्वच्छ और चलता हुआ पानी हो जरूरी
वास्तु शास्त्र के अनुसार, ठहरा हुआ या गंदा पानी नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है।इसलिए वाटर फाउंटेन का पानी साफ, स्वच्छ और लगातार चलता हुआ होना चाहिए।सप्ताह में कम से कम दो बार पानी बदलें और फाउंटेन की सफाई जरूर करें।यह न सिर्फ अच्छे स्वास्थ्य और ऊर्जा प्रवाह के लिए आवश्यक है, बल्कि देखने में भी सुंदर लगता है।
4. फाउंटेन का आकार और सामग्री
फाउंटेन के आकार और उसके निर्माण में उपयोग की गई सामग्री भी वास्तु में मायने रखती है।गोल या अर्धवृत्ताकार फाउंटेन शुभ माने जाते हैं क्योंकि ये संतुलन और साकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होते हैं।पत्थर, तांबे या ब्रास (पीतल) के बने फाउंटेन वास्तु दृष्टि से उत्तम माने जाते हैं।शीशे या बहुत ज्यादा मेटल वाले फाउंटेन से परहेज करें, क्योंकि ये मानसिक तनाव को बढ़ा सकते हैं।
5. बड़े और छोटे फाउंटेन का संतुलन बनाए रखें
अगर आपके गार्डन में कई फाउंटेन हैं, तो उनका आकार और स्थिति संतुलित होनी चाहिए।बहुत बड़े फाउंटेन लगाने से घर के वास्तु में असंतुलन आ सकता है, जो मानसिक अशांति का कारण बन सकता है।छोटे, मध्यम आकार के फाउंटेन सुंदर भी लगते हैं और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी बनाए रखते हैं।साथ ही, सुनिश्चित करें कि फाउंटेन गार्डन में सबसे ऊंचे स्थान पर न हो।
6. फाउंटेन के पास हरे-भरे पौधे लगाना फायदेमंद
वास्तु में जल और हरियाली का संयोजन अत्यंत शुभ माना गया है।वाटर फाउंटेन के पास हरे-भरे पौधे लगाने से वातावरण में ताजगी बनी रहती है और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।आप मनी प्लांट, तुलसी, एलोवेरा, या कोई सुगंधित पौधा वहां रख सकते हैं।लेकिन ध्यान रखें कि कांटेदार या सूखते हुए पौधे फाउंटेन के पास न हों, ये नेगेटिविटी को बढ़ावा देते हैं।
7. फाउंटेन के पास लाइटिंग की व्यवस्था भी हो वास्तु अनुसार
रात के समय वाटर फाउंटेन के पास सुंदर लाइटिंग लगाने से सौंदर्य बढ़ता है, परंतु इसका वास्तु से भी संबंध है।हल्की, सफेद या पीली रोशनी शुभ मानी जाती है।तेज, लाल या नीली फ्लैशिंग लाइट्स से बचना चाहिए, क्योंकि ये चंचलता और अस्थिरता को दर्शाती हैं।फाउंटेन के चारों ओर सधी हुई रोशनी घर की सुख-शांति में वृद्धि करती है।
8. फाउंटेन से संबंधित नियमित देखभाल करें
वास्तु शास्त्र के अनुसार, टूटा-फूटा या खराब हालत में पड़ा फाउंटेन नकारात्मक ऊर्जा का केंद्र बनता है।यदि फाउंटेन काम नहीं कर रहा है या उसमें जंग लग गया है, तो तुरंत उसकी मरम्मत करवाएं या उसे हटा दें।इसकी नियमित सफाई, मोटर चेकिंग और पानी की गुणवत्ता बनाए रखना बहुत आवश्यक है।खराब फाउंटेन धन, स्वास्थ्य और रिश्तों में बाधा उत्पन्न कर सकता है।
9. फाउंटेन के आस-पास कोई अनावश्यक वस्तुएं न रखें
गार्डन का फाउंटेन एक ऊर्जा केंद्र की तरह काम करता है। इसलिए उसके आस-पास अनावश्यक वस्तुएं जैसे टूटी हुई गमले, रद्दी सामान या कूड़ा न रखें।यह स्थान साफ, सुंदर और व्यवस्थित होना चाहिए।साफ-सफाई और सौंदर्य के साथ-साथ यह सकारात्मक ऊर्जा के लिए भी जरूरी है।
10. फेंगशुई से मिलती-जुलती वास्तु मान्यता
जैसे भारतीय वास्तु में जल को समृद्धि का प्रतीक माना गया है, वैसे ही फेंगशुई में भी जल तत्व को धन और अवसरों से जोड़ा जाता है।अगर आप फाउंटेन के पास कुछ सिक्के या क्रिस्टल बॉल्स रखते हैं, तो यह और भी शुभ हो सकता है।फेंगशुई में भी उत्तर दिशा को वॉटर एलिमेंट के लिए सबसे अनुकूल माना गया है, जो भारतीय वास्तु से मेल खाता है।
निष्कर्ष:
वाटर फाउंटेन जहां आपके गार्डन की शोभा बढ़ाता है, वहीं वास्तु नियमों के अनुसार इसे लगाने से यह सौंदर्य के साथ-साथ सकारात्मक ऊर्जा, सुख-शांति और समृद्धि भी लाता है।
(Disclaimer - प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.)