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साल के शुरू होते ही दुनिया के अंत की हुई शुरुआत? जानिए क्या कहते हैं भारत के बड़े-बड़े ज्योतिषी

Horoscope 2025: साल 2025 के शुरुआती हफ्ते में तबाही के इस मंजर ने ये सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या वाकई 2025 को लेकर भविष्यवक्ताओं की प्रलय की भविष्यवाणी सच होने जा रही है

साल के शुरू होते ही दुनिया के अंत की हुई शुरुआत? जानिए क्या कहते हैं भारत के बड़े-बड़े ज्योतिषी
Shwetank Ratnamber|Updated: Jan 10, 2025, 09:01 PM IST
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Horoscope 2025 Predictions: 2025 से पहले की गई ज्योतिषियों की भविष्यवाणियां और उन्हें धीरे धीरे सच साबित करती घटनाएं धर्म और ज्योतिष के कुछ जानकारों को यह सोचने पर मजबूर कर रही हैं कि लोगों को संभलकर रहने की जरूरत है. वो पूछ रहे हैं कि क्या वाकई नया साल 2025 मानव जाति के लिए प्रलयकारी है. शुरुआत करते हैं सुपरपावर अमेरिका से जहां तेज ठंड के मौसम में बीते कुछ दिनों से अग्नि का तांडव मचा हुआ है. एशिया महाद्वीप की बात करें तो 7.1 तीव्रता का भूकंप आ चुका है.

भूकंप के प्रलयकारी झटके और सऊदी अरब में बाढ़-बारिश से तबाही 

कुदरत के इस कहर और ज्योतिष के कुछ अजब संयोग की तुलना तब भी हुई थी जब तिब्बत समेत 5 देशों में धरती कांप उठी थी. सूखे रेगिस्तानों की धरती में बाढ़ और बारिश से प्रलय आई हुई है. रेगिस्तान में बाढ़ जैसे अनहोनी दिख रही है.

कोरोना से भयावह महामारी

जिसंबर 2019 में आई कोरोना महामारी के चार साल बाद मास्क लगाएं डॉक्टरों, अस्पताल कर्मियों और मरीजों की तस्वीरों से भी डर बना हुआ है. क्योंकि चारों ओर HMPV वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है.

अमेरिका में आतंकी हमले की खबर के साथ इस साल की शुरुआत हुई. और अब अग्नि  प्रलय. 2025 का पहला हफ्ता बीतने से पहले ही कई देश भूकंप के झटकों से दहल गए. 6 घंटों में धरती 14 बार कांप उठी. चीन में HMPV वायरस के  कहर के कारण अस्पताल से लेकर श्मशान घाट तक सब पटे पड़े हैं. भारत में भी इसके मामले बढ़ रहे हैं. क्या कोरोना जैसी महामारी की दस्तक भारत में भी हो गई है?

2025 में ये क्या हो रहा है?

तो क्या ये ग्रहों की महाविनाशकारी चाल है, जिससे दुनिया बेहाल है या फिर प्रलय की बातें भ्रम और भय है या फिर विनाश तय है. 

2025 को लेकर नास्त्रेदमस  और बाबा वेंगा के संकट के संकेत पर आज जी न्यूज के सबसे बड़ा शास्त्रार्थ में क्या निकला आइए बताएंगे आगे.

जहां कहीं भी धर्म होगा वहां अनिष्ट नहीं होगा

ज़ी न्यूज पर लगी सबसे बड़ी धर्म संसद में चर्चा हुई ऐसे विषय पर जिससे दुनिया डरी हुई है. बाढ़, बारिश, भूकंप और हिंसा से लाखों जानें जा चुकी हैं. कोरोना जैसे संकट के संकेत HMPV वायरस के बढ़ते मामले दे रहे हैं. हालांकि भारतीय ज्योतिषियों का कहना है कि जहां कहीं पर भी धर्म होगा वहां पर किसी तरह का अनिष्ट नहीं होगा.

जनवरी महीने में दुनियाभर में अबतक हुए तमाम अनिष्ट और अरिष्ट से जुड़ी खबरें पढ़कर एक बार तो मन में आता है कि क्या 2025 प्रलयंकारी है? विज्ञान के युग में ऐसी भविष्यवाणियां संदेह के साथ भय का भ्रम भी जगाती  हैं. आपको डरना नहीं है बस परिस्थितियों को समझना है.

जिस धरती से ज्ञान और विज्ञान का जन्म हुआ वहां भ्रम नहीं तथ्यों पर चर्चा करने के लिए देश के कई बड़े ज्योतिषाचार्य ज़ी न्यूज़ के स्टूडियो पहुंचे. उन्होंने लोगों को तमाम भय और भ्रांतियों से बाहर निकालकर लाखों करोड़ों लोगों के मन में उपजे अज्ञात भय को दूर किया. इस अद्भुत चर्चा में उपस्थित विद्वानों की बात करें तो प्रंडित प्रकाश जोशी, ज्योतिषाचार्य मान्या अधलखा, वान्या आर्या, नीति शर्मा, ओंकार शुक्ला, अलंकृता मानवी उपस्थित हुए तो हमारे साथ इस्लाम के बड़े स्कॉलर हाजिक खान साहब भी चर्चा में आए. जिनसे हमने प्रलय की बाबा वेंगा और नॉस्त्रेमदस की उन भविष्याणियों पर सबसे बड़ी चर्चा की जिनके हिसाब से दुनिया के कई देशों में 2025 में प्रलय आने का डर दिखाया जा रहा था.

महामंथन

सवाल - दुनिया में ये कैसे उल्टी गंगा बह रही है. बर्फीली जगहों पर गर्मी और रेगिस्तानों में बाढ़, क्या ये कयामत का संकेत हैं? 

सवाल - आखिर इन भविष्यवाणियों के पीछे का तर्क क्या है. क्या ये ग्रहों की विनाशकारी चाल है या फिर अनुमान मात्र है?

सवाल - ज्योतिष शास्त्र 2025 को सूर्य का साल मान रहा है और अंक शास्त्र मंगल का. ऊर्जा के कारक दोनों ग्रह क्या तस्वीर बनाएंगे?

सवाल - खप्पर योग क्या है, इसे विनाशकारी क्यों माना जाता है और इसका क्या असर होगा?

सवाल - भविष्य मालिका में मीन राशि में शनि के गोचर को लेकर डराने वाली बातें आईं थी. क्या मीन राशि में शनि का प्रवेश वाकई बुरा होगा?

देखिए सुनिये महासंवाद

तो देखा आपने 2025 को लेकर जाने माने ज्योतिषाचार्य ने क्या कुछ कहा यानी आपको घबराना नहीं है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और ज्योतिषीय जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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