Yogini Ekadashi 2025: आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को योगिनी एकादशी कहा जाता है. इस साल योगिनी एकादशी का व्रत 21 जून को यानी आज रखा जा रहा है. ज्योतिष शास्त्र के जानकारों की मानें तो योगिनी एकादशी की तिथि बहुत ही दिव्य होती है और इसमें कुछ अचूक उपाय करने से जातक को बहुत लाभ मिलता है. ऐसे में आइए जानते हैं कि योगिनी एकादशी पर आज किन उपायों को करने से घर में मां लक्ष्मी का स्थाई वास हो सकता है.
भगवान विष्णु को चढ़ाएं ये चीज
योगिनी एकादशी के दिन धन लाभ के लिए भगवान विष्णु को तुलसी दल अर्पित करना ना भूलें. साथ ही, तुलसी के समक्ष के दीप भी जलाएं. हालांकि, ध्यान रहे कि एकादशी पर तुलसी के पत्ते तोड़ना वर्जित है. इसलिए एक दिन पहले ही तुलसी के पत्ते तोड़कर रख लें.
विशेष मंत्र का करें जाप
योगिनी एकादशी के दिन सुबह और शाम के समय ओम् भगवते वासुदेवाय नमः मंत्र का जाप करें. इसके साथ ही तुलसी की सात बार परिक्रमा करते हुए लाल रंग का कलावा बांध दें. फिर मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु से धन धान्य की प्राप्ति की कामना करें.
अन्न दान
योगिनी एकादशी के शुभ अवसर पर गेहूं, चावल, दाल जैसे अनाज का दान करने से भी भगवान प्रसन्न होते हैं. कहते हैं कि जो लोग योगिनी एकादशी पर गरीबों या जरूरतमंदों को अन्न का दान करता है, उसे जीवन में कभी अन्न-धन की कमी नहीं होती है.
तुलसी के पौधे में दीपक जलाएं
योगिनी एकादशी के दिन शाम के समय तुलसी के पौधे के पास शुद्ध घी या तिल के तेल का दीपक जलाएं. ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और दरिद्रता दूर होती है.
तुलसी पर जल अर्पित करें
प्रातः स्नान के बाद तुलसी के पौधे में स्वच्छ जल में कुमकुम या हल्दी मिलाकर अर्पित करें. जल अर्पित करते समय ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जप करें.
तुलसी दल से विष्णु पूजन
भगवान विष्णु की पूजा करते समय उन्हें तुलसी दल (पत्ते) अर्पित करें. मान्यता है कि तुलसी पत्र के बिना विष्णु पूजा अधूरी मानी जाती है.
तुलसी माला से मंत्र जप
योगिनी एकादशी के दिन तुलसी की माला से भगवान विष्णु का मंत्र “ॐ विष्णवे नमः” या “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” का 108 बार जाप करें. इससे मानसिक शांति और पुण्य की प्राप्ति होती है.
तुलसी का दान करें
इस दिन तुलसी पौधे का दान करना या किसी जरूरतमंद को तुलसी पौधा भेंट करना भी अत्यंत शुभ माना जाता है. इससे रोग, दोष और दरिद्रता दूर होती है.
तुलसी के पत्तों का सेवन करें
सुबह खाली पेट तुलसी के 5 पत्तों का सेवन करने से शरीर निरोगी रहता है और पाप नाश होते हैं. ध्यान रखें कि तुलसी को कभी बिना स्नान किए या शाम के समय नहीं तोड़ना चाहिए.
तुलसी विवाह का संकल्प लें
अगर घर में तुलसी का विवाह नहीं हुआ है तो इस दिन तुलसी विवाह कराने का संकल्प भी ले सकते हैं. इससे घर में वैवाहिक सुख और सुख-शांति आती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)