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11 अरब साल पुराना रेडियो सिग्नल! वैज्ञानिकों ने पकड़ी ब्रह्मांड की रहस्यमयी गूंज

Radio Burst: वैज्ञानिकों ने धरती पर 11 अरब साल बाद आए एक रेडियो सिग्नल को पकड़ा है और आपको बता दें कि इसका प्रकाश बिग बैंग के 3 अरब साल बाद ही निकला था. 

11 अरब साल पुराना रेडियो सिग्नल! वैज्ञानिकों ने पकड़ी ब्रह्मांड की रहस्यमयी गूंज
ritesh jaiswal|Updated: Aug 13, 2025, 02:06 PM IST
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FRB 20240304B: यह रेडियो सिग्नल धरती पर आने वाला कोई आम सिग्नल नहीं है, यह वैज्ञानिकों के लिए एक बड़ी पहेली बना हुआ है यह बहुत ही कम समय के लिए आते हैं या कहें तो कुछ मिलीसेकंड के लिए आते हैं लेकिन यह अरबों साल पुराने पहले निकले होते हैं. जो नया सिग्नल खोजा गया था और FRB 20240304B, दक्षिण अफ्रीका के MeerKAT रेडियो टेलीस्कोप से 4 मार्च 2024 को पकड़ा गया. इसकी दूरी रही था कि यह 11 अरब साल बाद धरती पर पहुंचा . 

कैसे हुई इसकी पहचान
इस सिग्नल का पता लगाने के लिए पहले कई फाइलों से होस्ट गैलैक्सी ढूंढने के कोशिश की गई, उसके बाद जब कुछ हाथ नहीं लगा तो  James Webb Space Telescope के NIRCam और NIRSpec इंस्ट्रूमेंट्स से यह पता लगाया गया और फिर इसकी मदद से सटीक जगह और गैलेक्सी की स्पेक्ट्रोस्कोपिक रेडशिफ्ट को पहचाना गया.

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होस्ट गैलेक्सी 
यह सिग्नल सितारा बन रही और टुकड़ों में बंटी गैलेक्सी से आया और इससे यह पता चला कि FRBs ऐसी जगह भी हो सकते हैं जहां गैलेक्सी बहुत पुरानी नहीं है और वैज्ञानिक मानते हैं कि इसके मैग्नेटार भी बन सकता है. आपको बता दें कि जब रेडियो वेव्स अंतरिक्ष में गुजरी तो यह 2,330 पारसेक्स प्रति क्यूबिक सेंटीमीटर में फैल गई और जिससे पता चला कि सिग्नल किधर से गुजरा और दूरी कितना थी. 

मैग्नेटिक फील्ड
जब यह रेडियो बर्स्ट एक नजदीकी गैलेक्सी से गुजरा तो इसके सिग्नल को अलग-अलग जगहों पर चुंबकीय जगहों के बारे में पता चला इससे यह पता चल पाया की ब्रहांम्ड में चुंबकिय क्षेत्र की बनावट है बहुत ही मौजूद हैं.  FRB Cosmic Noon नाम के समय का गवाह है, और खगोलशास्त्री ऐसा मानते हैं कि यह समय बहुत ही तेज गति से बने थे. इस खोज से पता चला कि हम यह भी जान सकते हैं कि गैलेक्सी कैसे बनी. जैसे जैसे आधुनिक टेलीस्कोप काम करते रहेंगे हमें धीरे धीरे यह जानने में मदद मिलेगी कि ब्रह्मांड अपनी संरचना को कैसे व्यवस्थित कर के रख रहा है.  

Disclaimer
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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