Dark matter of Universe: डार्क मैटर ब्रह्मांड को खींचता है और डार्क एनर्जी इसे धकेलती है, ये दोनों ही रहस्य जो आज भी कायम हैं. नोबल पुरस्कार जीतने वाले ब्रायन श्मिट कहते हैं कि यह खोज बहुत बड़ी गेमचेंजर थी जिसमें ये पता चला था कि ब्रह्मांड का काफी हिस्सा ऐसी चीजों से बना है जो Gravity को खींचने की बजाय धकेलती हैं.
क्या है डार्क मैटर?
Dark Matter उन चीजों को कहते हैं जो आकाशगंगा और अंतरिक्ष में मौजूद संरचनाओं को एक साथ रखता है. वैज्ञानिक ऐसा भी कहते हैं कि डार्क मैटर में कुछ बहुत ही अजीबोगरीब गुण होते हैं, जैसे अदृश्य होना क्योंकि यह लाइट के साथ किसी भी तरह की कोई क्रिया नहीं करता है. लेकिन यह काफी अजीब लगता है कि डार्क मैटर और परमाणु ब्रह्मांड को खींच रहे हैं, वहीं डार्क एनर्जी ब्रह्मांड को धकेल रही है.
बिग बैंग ने दिया जन्म
माना जाता है कि Big Bang के बाद ब्रह्मांड का आज से लगभग 14 बिलियन साल पहले जन्म हुआ था. श्मिट ने कहा, समय के साथ परमाणुओं और डार्क मैटर का घनत्व कम होता गया और दोनों लगभग 6.5 बिलियन साल पहले एक-दूसरे से टकराए, इसका मतलब था कि डार्क एनर्जी ब्रह्मांड पर कब्जा कर सकती थी.
क्या हमेशा रहेगा ब्रह्मांड?
इस खोज पर काम कि ब्रह्मांड तेजी से फैल रहा है और डार्क एनर्जी ही इसकी ताकत है, 1994 में शुरू हुआ. नोबेल पुरस्कार विजेता ने कहा, हमने जो देखा वह यह था कि ब्रह्मांड पहले धीमी गति से फैल रहा था और अब इसकी रफ्तार काफी बढ़ी है. इसलिए धीमा होने की बजाय यह दूसरी तरफ से तेजी से बढ़ रहा है.