मेडिकल साइंस ने एक और चमत्कार कर दिखाया है. अमेरिका में एक ऐसा बच्चा जन्मा है जो 30 साल से भी अधिक समय से फ्रीज किए गए भ्रूण से विकसित हुआ है. थाडियस डेनियल पियर्स नामक यह बच्चा 26 जुलाई को जन्मा और अब वह दुनिया का 'सबसे पुराना भ्रूण' से जन्म लेने वाला बच्चा बन गया है.
1994 में तैयार किए गए भ्रूण
असल में अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक थाडियस की मां लिंडसे पियर्स और उनके पति टिम पियर्स ने 1994 में तैयार किए गए एक भ्रूण को गोद लिया था. लिंडसे ने बताया कि हमारे लिए यह किसी साइंस फिक्शन फिल्म जैसा है. जन्म के वक्त थोड़ी परेशानी जरूर हुई लेकिन अब हम दोनों स्वस्थ हैं और बेहद खुश हैं.
1994 में IVF तकनीक से
इस भ्रूण की असली माता लिंडा आर्चर्ड है. जिन्होंने 1994 में IVF तकनीक से चार भ्रूण बनवाए थे उन्हीं में से यह एक भ्रूण था. उस समय एक भ्रूण को उनके गर्भ में प्रत्यारोपित किया गया जिससे एक स्वस्थ बच्ची का जन्म हुआ. जो अब खुद 30 साल की हो चुकी है. बाकी तीन भ्रूणों को क्रायोप्रिजर्व करके फ्रीज में रखा गया था.
लिंडा आर्चर्ड ने कभी सोचा था कि शायद भविष्य में इन भ्रूणों का इस्तेमाल खुद करेंगी. लेकिन समय के साथ ऐसा नहीं हो सका. मेनोपॉज के बाद उन्होंने फैसला किया कि वे इन भ्रूणों को किसी जान-पहचान वाले परिवार को देंगी. ताकि वह यह जान सकें कि बच्चा कहां और किनके साथ पल रहा है.
इसके बाद उन्होंने एम्ब्रायो अडॉप्शन के बारे में जाना जो अमेरिका में विशेष धार्मिक संस्थानों द्वारा संचालित एक प्रक्रिया है. कई संस्थानों ने इतने पुराने भ्रूण को स्वीकार करने से मना कर दिया. लेकिन स्नोफ्लेक्स प्रोग्राम नामक एजेंसी ने इसे स्वीकार कर लिया. 2022 में लिंडा ने अपने पुराने डॉक्टर्स से मेडिकल रिकॉर्ड जुटाए और आखिरकार यह भ्रूण लिंडसे और टिम को सौंपा गया. जिससे थाडियस का जन्म हुआ.
FAQ
Q1: यह बच्चा कितने साल पुराने भ्रूण से जन्मा है?
Ans: थाडियस का जन्म 30 साल और 6 महीने पुराने भ्रूण से हुआ है.
Q2: यह भ्रूण कब तैयार किया गया था?
Ans: यह भ्रूण मई 1994 में IVF तकनीक से बनाया गया था.
Q3: यह मामला मेडिकल इतिहास में क्यों खास है?
Ans: क्योंकि यह दुनिया का सबसे पुराना संरक्षित भ्रूण है जिससे जीवित बच्चा जन्मा.