चीन के वैज्ञानिकों के इंटरनेशनल टीम के साथ प्रशांत महासागर में 31,000 फीट नीचे ऐसी जगह खोजी है जहां पर काफी जीव रहते हैं. उस जगह पर काफी अंधेरा था और पानी का दबाव ज्यादा था लेकिन हैरान करने वाली बात यह थी कि यहां पर कुछ जीव जिंदा थे जो एलियन की तरह दिख रहे थे. इस रिसर्च में पता चला कि कैसे मुश्किल हालात में जीव खुद को जिंदा रखते हैं.
कैसे की गई ये खोज?
इस खोज को करना आसान नहीं था क्योंकि सागर की इतनी गहराई में जाना मुश्किल है और यह रिसर्च इसीलिए खास भी हो जाती है. इस खोज को करने के लिए फेंडौज़े नाम की पनडुब्बी का इस्तेमाल किया गया है. जब सागर के गहराइयों में वैज्ञानिक गए तो उन्होंने पाया कि इतनी गहराई में जहां सूरज की रोशनी नहीं पहुंचती है वहां पर ये जीव रसायनों से अपनी उर्जा को बनाते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि ये जीव मीथेन और हाइड्रोजन सल्फाइड जैसे रसायनों को खाते हैं और उसी से जीते हैं.
गहरे समुद्र के नीचे का जीवन
गहरे सागर का वातावरण बहुत ही कठोर होता है यहां का दबाव बहुत ज्यादा ही होता है और यहां का तापमान जीरो हो जाता है साथ ही यहां का दबाव बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और किसी भी मानव निर्मित चीजें या मानव का जीवित रहना लगभग असंभव जैसा है. हैरानी की बात ये है कि यहां पर भी जीवन मौजूद होने के साथ साथ अच्छे से फल फूल रहा है. इस खोज से यह तय हो जाता है कि जीवन पहले से ज्यादा अनुकूल होने लगा है और धीरे-धीरे और भी विकसित हो सकता है.
FAQ
1.सागर की गहराई में कैसे जिंदा रहते हैं जीव?
Ans. सागर के जीव मीथेन और हाइड्रोजन सल्फाइड जैसे रसायनों को खाकर जिंदा रहते हैं.
2. वैज्ञानिकों ने समुद्र में कहाँ और कितनी गहराई में की जीवन की खोज?
Ans. प्रशांत महासागर में 31,000 फीट की गहराई पर फलते-फूलते जीवों की खोज की गई.
3. इतनी गहराई में जाने के लिए किस उपकरण का इस्तेमाल किया गया?
Ans. इस खोज के लिए "फेंडौज़े" नाम की एक खास पनडुब्बी का इस्तेमाल किया गया.