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60 साल से 'मरा' पड़ा था NASA का सैटेलाइट, अचानक उसने भेज दिया सिग्नल, वैज्ञानिकों में हड़कंप

स्पेस एजेंसियां आए दिन सैटेलाइट्स भेजती रहती हैं, कई ऐसी भी होती हैं जिन्हें समय के साथ-साथ भूल जाते हैं. हाल ही में एक ऐसी ही सैटेलाइट ने सिग्नल भेजा है. अचानक मिले सिग्नल से वैज्ञानिकों में हड़कंप मच गया है. 

60 साल से 'मरा' पड़ा था NASA का सैटेलाइट, अचानक उसने भेज दिया सिग्नल, वैज्ञानिकों में हड़कंप
Tahir Kamran|Updated: Jun 22, 2025, 11:15 PM IST
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Nasa Relay Sattelite: हाल ही में एक ऐसी सैटेलाइट ने सिग्नल भेजा है जो पिछले 60 वर्षों से शांत पड़ी थी. 6 दशक से खामोश पड़ी इस सैटेइट से मिले बहुत तेज सिग्नल के बारे में जानकर वैज्ञानिक हैरान रह गए और सभी में एक जिज्ञासा फैल गई है. यह सिग्नल 13 जून को ऑस्ट्रेलिया की ऑस्ट्रेलियन स्क्वायर किलोमीटर  ऐरे पाथफाइंडर (ASKAP) टेलीस्कोप से पकड़ा गया. सिग्नल बेहद तेज था और सिर्फ 30 नैनोसेकंड तक चला, लेकिन उस एक पल में यह रेडियो आसमान में सबसे चमकदार चीज बन गया.

1967 तक बंद हुए सिस्टम

तेज सिग्नल मिलने के बाद बाद में वैज्ञानिकों ने इस सोर्स की तलाश की. यह NASA का Relay-2 सैटेलाइट था, जिसे 1964 में लॉन्च किया गया था. यह सैटेलाइट 1965 के बाद कभी इस्तेमाल नहीं हुआ और माना जा रहा था कि 1967 तक इसके सभी सिस्टम बंद हो चुके थे. कर्टिन यूनिवर्सिटी ऑस्ट्रेलिया के एस्ट्रोफिजिसिस्ट क्लैंसी जेम्स ने बताया,'जब हमने यह सिग्नल देखा तो सोचा कि शायद कोई नया पल्सर या ब्रह्मांडीय चीज मिली है लेकिन जब जांच की तो पता चला कि यह रिले-2 सैटेलाइट से आया है.'

अचानक कैसे आया सिग्नल

रिले-2 धरती से सिर्फ 20 हजार किलोमीटर की ऊंचाई पर कक्षा में चक्कर लगा रहा है. वैज्ञानिकों का मानना है कि यह सिग्नल सैटेलाइट के खुद से नहीं आया, बल्कि शायद किसी बाहरी घटना जैसे, Electrostatic discharge यानी बिजली जैसा झटका या Micrometeorite impact (छोटे उल्कापिंड की टक्कर) की वजह से हुआ है.

क्या होगा फायदा

इस खोज को जल्द ही The Astrophysical Journal में पब्लिश की जाएगी और इसकी शुरुआती रिपोर्ट arXiv पर पहले ही जारी कर दी गई है. ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी की वैज्ञानिक करेन एप्लिन ने कहा कि यह घटना भविष्य में Electrostatic Discharge को समझने का एक नया तरीका बन सकती है, खासकर जब अंतरिक्ष में छोटे और सस्ते सैटेलाइट्स की तादाद बढ़ रही है.

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