NASA: नासा ने अपना सबसे नया सोलर रिसर्च मिशन हाल ही में लॉन्च किया है. इस मिशन को NASA ने PUNCH (Polarimeter to Unify the Corona and Heliosphere) नाम दिया है. लेकिन इस मिशन को लेकर वैज्ञानिकों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. वैज्ञानकिों ने बताया कि यह मिशन पहले से ही कुछ आश्चर्यजनक परिणाम देने लगा है. मिशन को 12 मार्च 2025 को लॉन्च किया गया था. इसमें चार छोटे सैटेलाइट्स शामिल हैं जो पृथ्वी की निचली कक्षा (low Earth orbit) में मिलकर काम कर रहे हैं. इनका मकसद सूर्य के बाहरी एनवायरमेंट और सौर पवन (solar wind) का स्टडी करना है.
लॉन्च के कुछ ही हफ्तों के भीतर इस मिशन ने तस्वीरें भेजनी शुरू कर दी हैं, जिनमें एक बेहद अनोखी और रंग-बिरंगी 'इंद्रधनुष' जैसी तस्वीर भी शामिल है, जो स्पेस की धूल पर सूर्य की रोशनी के बिखराव (scattering) की वजह से बनी हल्की चमक को दिखाती है. यह नजारा बहुत ही नायाब है और इससे पहले शायद ही कभी देखा गया हो.
इन तस्वीरों ने सिर्फ वैज्ञानिकों को ही नहीं, बल्कि आम अंतरिक्ष प्रेमियों को भी आकर्षित कर लिया है. 18 अप्रैल को WFI-2 नाम के यंत्र द्वारा ली गई एक तस्वीर में लाल, हरे और नीले रंग की कोमल ग्रेडिएंट (हल्के से गहरे रंग की परतें) एक तारे भरे आसमान के साथ दिखाई दी हैं. यह तस्वीर दिखाती है कि स्पेसशिप किस तरह अलग-अलग तरंगदैर्ध्य (wavelengths) की रोशनी को मापता है और यह भी कि वह रोशनी स्पेस में मौजूद कणों के कारण किस दिशा में ध्रुवीकृत (polarised) हुई है.
हालांकि, यह तस्वीर वास्तविक इंद्रधनुष नहीं है, बल्कि स्पेस की धूल से पोलराइज्ड लाइटका एक मिथ्या-रंगीय प्रतिनिधित्व है. लाल, हरा और नीला समेत रंग अलग-अलग ध्रुवीकरण कोणों को दर्शाते हैं जो वैज्ञानिकों को यह समझने में मदद करते हैं कि प्रकाश interplanetary particles से कैसे बिखरता है.
जैसा कि नासा ने SwRI प्रेस विज्ञप्ति में कहा, 'तस्वीर को राशिचक्रीय प्रकाश के ध्रुवीकरण (या कोण) को दिखाने के लिए रंगीन किया गया है, जो सूर्य की परिक्रमा करने वाली धूल से निकलने वाली एक मंद चमक है.' ये शुरुआती तस्वीरें वैज्ञानिकों को यह पुष्टि करने में मदद करती हैं कि उपकरण सही ढंग से काम कर रहे हैं और अधिक विस्तृत सौर अवलोकन के लिए तैयार हैं.'
27 अप्रैल को उस वक्त सबसे शानदार लम्हा था, जब PUNCH के कैमरों में से एक, नैरो फील्ड इमेजर (NFI) ने सूर्य के पास से गुज़रते हुए नए चंद्रमा को देखा. इसे स्पष्ट रूप से देखने के लिए, NFI ने सूर्य की चमकदार रोशनी को रोकने के लिए एक स्पेशल कवर का इस्तेमाल किया, जिसे ऑक्लुडर कहा जाता है. तस्वीर में, चंद्रमा पूर्ण दिखाई देता है. भले ही यह तकनीकी रूप से एक नया चंद्रमा था. ऐसा 'अर्थशाइन' नाम किसी चीज़ के कारण होता है, या सूर्य का प्रकाश पृथ्वी से टकराकर चंद्रमा के अंधेरे हिस्से को रोशन करता है. इससे वैज्ञानिकों को यह सुनिश्चित करने में मदद मिली कि चंद्रमा सूर्य की बाहरी परतों के PUNCH के फ्यूचर के नजारों के रास्ते में नहीं आएगा.
वहीं, 16 अप्रैल को, दो अन्य PUNCH सैटेलाइट्स, WFI-1 और WFI ने भी राशिचक्रीय प्रकाश की कोमल चमक को कैप्चर किया. अपने वाइड-एंगल नजर के माध्यम से, उन्होंने रात के आकाश में कुछ प्रसिद्ध नजारों को देखा, जैसे कि हाइडेस और प्लीएड्स तारा समूह, एंड्रोमेडा आकाशगंगा और कैसिओपिया तारामंडल. ये शुरुआती तस्वीरें वैज्ञानिकों को उपकरणों को ठीक से ट्यून करने में मदद कर रही हैं, लेकिन वे यह भी दिखाती हैं कि PUNCH कितना संवेदनशील है क्योंकि यह स्पेस में सबसे धुंधले विवरणों को भी देख सकता है.
वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट पर PUNCH के साथ लॉन्च किया गया, SPHEREx बड़े टारगेट्स वाला एक और नासा मिशन है. जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप के उलट, जो दूर की वस्तुओं पर ज़ूम करता है, SPHEREx पूरे आकाश को 102 इन्फ्रारेड रंगों में स्कैन कर लेता है. जैसा कि नासा के विज्ञान मिशन निदेशालय के एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर निकी फॉक्स ने SPHEREx ब्रीफिंग में कहा, 'हम मानवता के इतिहास में पहली बार 102 इन्फ्रारेड रंगों में पूरे आकाश का मानचित्रण कर रहे हैं.'