Sunita Williams Return to Earth: NASA के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर अंतरिक्ष में 9 महीने और 14 दिन गुजारने के बाद सही सलामत धरती पर लौट चुके हैं. दोनों को लेकर पहुंचे ड्रैगन कैप्सूल को इस यात्रा में कुल 17 घंटे का समय लगा. सुनीता और बुच ने भारतीय समय के अनुसार सुबह 19 मार्च 2025 की सुबह 3 बजकर 27 मिनट पर फ्लोरिडा के तट पर पानी में लैंड किया. बता दें कि इस यात्रा के दौरान 10 मिनट के लिए कैप्सूल से संपर्क टूट गया था.
यान से टूटा संपर्क
सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर के साथ निक हेग और अलेक्सांद्र गोरबुनोव ये दोनों अंतरिक्ष यात्री भी मंगलवार 18 मार्च 2025 को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से रवाना हुए थे. बता दें कि पृथ्वी के वायुमंडल मं प्रवेश लेते समय स्पेसक्राफ्ट का तापमान 1650 डिग्री सेल्सिय हो गया था. इस दौरान तकरीबन 10 मिनट के लिए यान से संपर्क टूट गया था और कम्यूनिकेशन ब्लैकआउट हो गया था.
कम्यूनिकेशन ब्लैकआउट
अतंरिक्ष यान से संपर्क टूटना धड़कनों को तेजी से बढ़ाने वाला पल होता है. इन मिनट में ड्रैगन कैप्सूल का ग्राउंड पर बैठे मिशन कंट्रोल से पूरी तरह संपर्क टूट गया था. इसे कम्यूनिकेशन ब्लैकआउट भी कहा जाता है. यह क्षण बेहद क्रिटिकल माना जाता है. इस दौरान कैप्सूल पर बैठे एस्ट्रोनॉट्स को बाहर देखने पर ऐसा लगता है, जैसे वे आग के गोले में बैठे हैं, हालांकि इस दौरान उन्हें तापमान का महसूस नहीं होता है.
कैसे टूटा संपर्क?
बता दें कि धरती के वायुमंडल में आने पर कैप्सूल की स्पीड तकरीबन 28000 किमी प्रति घंटे होती है. कैप्सूल के इस स्पीड से गुजरने पर वह वायुमंडल से रगड़ खाता है. इस दौरान फ्रिक्शन के चलते कैप्सूल लगभग 3500 फेरेनाइट तक तपता है यानी इसका तापमान अधिक मात्रा में बढ़ जाता है. यह एक लोहे को पानी बनाने समान हो सकता है, हालांकि कैप्सूल में लगे कुछ विशेष धातु इसे गर्मी से बचाते हैं. इस मुश्किल घड़ी में कैप्सूल का सिग्नल भी टूट जाता है. NASA के मुताबिक लगभग 7-10 मिनट तक कैप्सूल का सिग्नल टूटा. कैप्सूल पर मिशन कंट्रोल का कोई नियंत्रण नहीं होता है.