Spiders on Water: मकड़ियों को अक्सर पानी से दूर रहने के लिए जाना जाता है. पर क्या कभी आपने इन्हें पानी पर तैरते देखा है? सभी नहीं, लेकिन मकड़ियों की कुछ प्रजातियां ऐसी हैं जो पानी की सतह पर चल सकती हैं. इसके अलावा कुछ तो ऐसी भी होती हैं जो कुछ दूर तक तैरने की कला भी जानती हैं.
तेज रफ्तार की बादशाह
पानी के Molecules के बीच एक आकर्षण होता है जिसे सतही तनाव कहा जाता है जो पानी की सतह पर एक पतली झिल्ली बनाता है. मकड़ी के पैरों पर पतले बाल होते हैं जो पानी को रोकने के लिए होते हैं. मछली बहुत तेजी से पानी को पीछे धकेलती है और यहीं गति इसे आगे की ओर ले जाती है.
मछलियों का करती हैं शिकार
मकड़ियों की कुछ प्रजातियां तो ऐसी होती हैं जो ना सिर्फ पानी पर तैर सकती है बल्कि मछलियों का शिकार भी सकती हैं जैसे फिशिंग स्पाइडर, राफ्ट स्पाइडर ना सिर्फ तैर सकती है पर छोटी मछलियों या कीड़ों को अपना शिकार भी बना लेती हैं. वांडरिंग और वुल्फ स्पाइडर आमतौर पर जमीनी मकड़ियां हैं लेकिन बाढ़ जैसी आफत आने पर यह भी तैर सकती हैं.
सांस रोकने की क्षमता
पानी में लंबे समय तक रहने के लिए इनका तरीका बहुत अनोखा है. ऑस्ट्रेलियाई सिडनी फनल वेब जब पानी में गिरती है तो लगता है डूब जाएगी. यह तैर नहीं सकती लेकिन इसमें सांस लेने के लिए ट्रेकिआ और बुक लंग्स होते हैं. सिडनी फनल वेब मकड़ी इंसानों से ज्यादा लंबे समय तक पानी में सांस रोककर खुद को जिंदा रख सकती है जो लगभग 30 मिनट तक हो सकता है.
पानी के नीचे
कुछ मकड़ियां जैसे कि डाइविंग बेल स्पाइडर पानी के अंदर अपना घर बनाती हैं और सांस लेने के लिए शरीर पर हवा के बुलबुलों को जमा करती हैं. शोधकर्ताओं का कहना है कि मकड़ी की हर प्रजाति जो पानी पर चल सकती है या फिर तैर सकती है, सभी अलग-अलग मुद्राओं का इस्तेमाल करती हैं.