Science News in Hindi: धरती पर किसी की मौत होने के बाद उसके धर्म के जुड़े रिजावों के साथ उसका अंतिम संस्कार किया जाता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर किसी इंसान की मौत अंतरिक्ष में हो जाए तो उसके शरीर के साथ क्या होगा? अगर किसी की मौत स्पेस में होती है तो उसे धरती पर वापस लाना काफी मुश्किल भरा काम होगा.
गैस बन जाएगा शरीर
टेक्सास में बेलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन में ट्रांसलेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस हेल्थ के चीफ इंजीनियर जिमी वू ने लाइव साइंस के साथ अपनी बातचीत में बताया कि, स्पेस में दबाव कम होता है जिस कारण से शरीर की आंखें, स्किन, मुंह और फेफड़े गैस में बदल जाएंगे. ऐसा होने पर ब्लड वेसल्स फट सकती हैं जिनसे खून निकल सकता है. इसके अलावा शरीर का पानी पूरा जम जाएगा.
खा जाएंगे बैक्टीरिया
International Space Station की रिसर्च के मुताबिक बैक्टीरिया लगभग 3 सालों तक अंतरिक्ष में जिंदा रह सकते हैं. ये शव को खाने का काम करेंगे. ISS की सतह पर तापमान अक्सर 328F से 392 F तक पहुंच सकता है. ऐसा होनो से शरीर पर बहुत ही गंभीर प्रभाव पड़ेंगे जिससे मसल्स और स्किन बुरी तरह से खराब होने लगेंगी.
बॉडी बैग बना रहा NASA
अंतरिक्ष का काफी सारा मलबा और सेटेलाइट्स ऑर्बिट में मौजूद रहता है. अगर शव इन दोनों से नहीं टकराता है तो यह गुरुत्वाकर्षण के कारण धरती की ओर खींचा चला जाएगा और वायुमंडल की तरफ बढ़ेगा. आपको बता दें कि NASA स्पेसशिप पर मृत शरीर को 48-72 घंटों तक संरक्षित करने के लिए बॉडी बैग बना रहा है. हालांकि इसका इस्तेमाल केवल उन्हीं शवों को लाने में किया जाएगा, जो ISS जैसे पृथ्वी के नजदीक वाले स्टेशन में मौजूद होंगे.