Uranus: सदियों से ब्रह्मांड लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता आ रहा है. साथ ही जैसे-जैसे वैज्ञानिक ब्रह्मांड को लेकर नई-नई जानकारियां लेकर आ रहे हैं वैसे-वैसे दिलचस्पी और बढ़ जाती है. ब्रह्मांड के बारे में काफी जानकारियां बड़े-बड़े टेलीस्कोप के जरिए हासिल की जाती हैं. जमीन और अंतरिक्ष दोनों से ब्रह्मांड को देखने के लिए टेलीस्कोप बनाए हैं. हमारी धरती इकलौती ऐसी जगह है जहां जिंदगी पाई गई है. हालांकि अब सवाल यह उठता है कि क्या हम ब्रह्मांड में अकेले हैं. चलिए जानते हैं और कुछ दिलचस्प जवाब तलाश करते हैं.
कहने को तो हमारे सौर मंडल में कुल ग्रहों की तादाद 8 है लेकिन पृथ्वी के अलावा किसी भी ग्रह पर जिंदगी मुमकिन नहीं है. वैज्ञानिकों को लगता है कि मंगल ग्रह पर कभी जिंदगी थी लेकिन अब नहीं है. इसी सौरमंडल में एक और नीला ग्रह भी है और जिसे यूरेनस कहा जाता है और जो सूरज का 7वां ग्रह है. कहा जाता है कि यह दिखने में इसलिए नीला है, क्योंकि इसकी हवा में मीथेन पाई जाती है और यह बहुत जहरीला भी है.
यूरेनस को लेकर कहा जाता है कि इसमें हाइड्रोजन सल्फाइड, हीलियम और मीथेन जैसे गैसें पाई जाती हैं. इसके अलावा यहां की बदबू भी बहुत बुरी, यहां तक कि असहनीय भी कहा जा सकता है. साथ ही यूरेनस पर कोई ठोस सतह भी नहीं है. अगर सोचें कि ऐसे हालात में अगर किसी इंसान को यह ग्रह पर भेज दिया जा क्या होगा? इसका सीधा जवाब यह है कि यहां पहुंचने के सिर्फ 5 सेकेंड में मौत हो जाएगी.
चलिए जानते हैं कि अगर कोई इंसान यूरेनस पर पहुंच जाए तो क्या होगा? एक यूट्यूब चैनल ने एक वीडियो की मदद से दिखाया है कि अगर इंसान यूरेनस पर पहुंच जाए तो क्या होगा. यूरेनस पर इंसान को सबसे पहले उसके 13 धूल भरे छल्लों से गुजरना होगा. इसके बाद वहां के -224 डिग्री सेल्सियस से गुजरना होगा. यह तापमान इतना ठंडा है कि इंसान का शरीर जम जाएगा.
अगर इंसान इन सभी चैलेंजेज को पार करता है तो फिर वो यूरेनस के बादलों में घुसेगा, जो हाइड्रोजन सल्फाइड से बने हैं. इन बादलों में घुसते ही इंसान की तुरंत मौत हो जाएगी. इसके बाद इंसान की बॉडी गैसों में तैरने लगेगी. यूरेनस की हवाएं 900 किलोमीटर प्रति घंटी की रफ्तार चलती हैं जो धरती के भयंकर तूफानों से भी कई गुना तेज है. यूरेनस के अंदरूनी हिस्सों में इतनी ज्यादा दबाव होती है कि मीथेन गैस हीरे में बदल जाती है. इंसान का शरीर दबकर चकनाचूर हो जाएगा और शायद उसके कार्बन से भी हीरा बन जाए.