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Electric Shock touching someone: अचानक से करता है कोई टच तो लगता है करंट? नसों में छिपा है रहस्‍य; आप भी जान लें

Feel electrical shock: आपने भी नोटिस किया होगा. जब आपको कोई अचानक से टच कर देता है तो शॉक लग जाता है. ऐसा कभी-कभी ही होता है लेकिन क्‍यों? आइए जानते हैं.         

फाइल फोटो
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ritesh |Updated: Feb 19, 2023, 03:21 PM IST
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Static current: आपने भी ऐसे करंट के झटके महसूस किए होंगे, लेकिन क्‍या आपने सोचा है कि ऐसा क्‍यों होता है? इसके पीछे की वजह बहुत ही साधारण है. शॉक लगने का संबंध हमारे शरीर की नसों से होता है. कुछ लोग इस शॉक से ज्‍यादा डरने लगते हैं. ये बहुत ही साधारण प्रक्रिया होती है. हालांकि डाॅक्‍टर इसके पीछे की वजह विटामिन B12, B6 और B1 की कमी को बताते हैं. अगर आपको लगातार ऐसे झटके लगते हैं तो आप डॉक्‍टर को जरूर बताएं. ऐसे झटके मानसून के वक्‍त ज्‍यादा लगते हैं. चलिए जानते हैं शॉक लगने की वजह.             

क्‍यों लगता है अचानक से शॉक 

न्यूरोलोजिस्ट बताते हैं कि हमारी बॉडी में इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी होती रहती है. जिस तरह घर में बिजली पहुंचाने के लिए तार का इस्‍तेमाल किया जाता है और उसमें कॉपर के तार के ऊपर प्लास्टिक की कोटिंग की जाती है. ठीक उसी तरह हमारी बॉडी की नसों के ऊपर भी कोटिंग रहती है. इसे मेडिकल भाषा में म्येलिन शीथ कहा जाता है. म्येलिन शीथ कभी-कभी डिस्बैलेंस हो जाती हैं और ऐसा तब होता है जब आपका बहुत देर से एक जैसी स्थिति में रहते हैं. इस वजह से बॉडी में इलेक्ट्रॉन्स डिस्टर्ब हो जाते हैं. इस वक्‍त कोई अचानक से छू देता है तो नसों में म्येलिन शीथ एक्टिव हो जाता है. जिससे हमें ऐसा महसूस होता है कि शॉक लगा हो.  

कुछ लोगों को बिलकुल नहीं लगता करंट?

डॉक्टर बताते हैं कि करंट का झटका महसूस होना उस शख्‍स पर डिपेंड करता है. जैसे जिन लोगों के दांतों में झनझनाहट ज्यादा होती है. उन्‍हें ठंडी और गर्म चीजें ज्यादा महसूस होती है. वहीं कुछ लोगों को इससे फर्क नहीं पड़ता है. ये उनकी सेंसेटिविटी पर निर्भर करता है. 

क्‍या आपको भी लगा है प्लास्टिक की कुर्सी पर करंट? 

आपके साथ भी ऐसा कई बार हुआ होगा कि आप प्‍लास्टिक की कुर्सी पर बैठे हैं और आपको शॉक लगा हो. ऐसा इसलिए होता है क्‍योंकि जब हम प्लास्टिक की कुर्सी पर बैठे रहते हैं और पैर जमीन से नहीं छूते हैं तो, उस वक्‍त प्लास्टिक की कुर्सी हमारे कपड़ों से इलेक्ट्रॉन को जमा कर लेती है और इसमें पॉजिटिव चार्ज जमा होता है और जैसे ही आप कुर्सी से उठते हैं तभी ये चार्ज कुर्सी की तरफ चला जाता है और उस समय कुर्सी को छूने से हल्‍का सा करंट महसूस होने लगता है. 

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