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Ranji Trophy: चक्रव्यूह में फंसी मुंबई... गुजरात की भी अटकी सांसे, रोमांचक हुई रणजी फाइनल की जंग

रणजी ट्रॉफी में फाइनल की जंग रोमांचक होती नजर आ रही है. एक तरफ विदर्भ ने डिफेंडिंग चैंपियन मुंबई की टीम पर शिकंजा कस लिया है तो दूसरी तरफ केरल ने गुजरात की सांसे अटका दी हैं. आईए देखते हैं कि किस टीम का गणित फाइनल की रेस में गड़बड़ाता नजर आ रहा है.

Ajinkya Rahane
Ajinkya Rahane
Kavya Yadav|Updated: Feb 18, 2025, 09:55 PM IST
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Ranji Trophy Final: रणजी ट्रॉफी में फाइनल की जंग रोमांचक होती नजर आ रही है. एक तरफ विदर्भ ने डिफेंडिंग चैंपियन मुंबई की टीम पर शिकंजा कस लिया है तो दूसरी तरफ केरल ने गुजरात की सांसे अटका दी हैं. आईए देखते हैं कि किस टीम का गणित फाइनल की रेस में गड़बड़ाता नजर आ रहा है. विदर्भ के स्पिनर पार्थ रेखाडे अपनी फिरकीका जादू ऐसा दिखाया कि मुंबई की टीम बैकफुट पर आ चुकी है. उन्होंने तीन विकेट अपने नाम किए, जिससे विदर्भ ने सेमीफाइनल में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है.

दूसरे दिन बिगड़ा मुंबई का खेल

विदर्भ के 383 रन के जवाब में मुंबई का खेल दूसरे दिन बिगड़ता नजर आया. दिन के अंत तक अपनी पहली पारी में सात विकेट पर 188 रन बनाए थे और अभी 195 रन पीछे है. मुंबई के सलामी बल्लेबाज आकाश आनंद ने एक छोर संभाले रखा है और वह 67 रन पर नाबाद हैं. उनका साथ फिलहाल तनुष कोटियन दे रहे हैं. मुंबई का स्कोर एक समय दो विकेट पर 113 रन था लेकिन अपना केवल दूसरा प्रथम श्रेणी मैच खेल रहे पार्थ ने उसकी बल्लेबाजी को लड़खड़ा दिया. उन्होंने रहाणे को 18 रन के स्कोर पर पवेलियन का रास्ता दिखा दिया. 

मुश्किल में गुजरात

दूसरी तरफ केरल ने गुजरात पर शिकंजा कस लिया है. केरल की तरफ से मोहम्मद अजहरुद्दीन की नाबाद 149 रन की पारी ने गुजरात की उम्मीदें कम कर दी हैं. टीम ने इस शतक की बदौलत स्करबोर्ड पर 418 रन लगा दिए. देश की शीर्ष घरेलू प्रथम श्रेणी प्रतियोगिता में केरल की टीम कभी सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ पाई है. अजहरूद्दीन और सलमान निजार (202 गेंद में 52 रन) ने छठे विकेट के लिए 149 रन जोड़कर टीम का स्कोर 350 रन के पार पहुंचाया.

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अजहरुद्दीन की शानदार पारी

तीसरे दिन केरल की नजरें अधिक से अधिक समय तक बल्लेबाजी करने पर टिकी होगी. कल दिन का खेल खत्म होने पर 30 रन बनाकर खेल रहे अजहरूद्दीन ने दूसरे दिन पूरे समय बल्लेबाजी की. उन्होंने 303 गेंद की अपनी पारी में 17 चौके मारे हैं. नवंबर 2015 में रणजी पदार्पण करने वाले 30 साल के अजहरूद्दीन का यह दूसरा प्रथम श्रेणी शतक है. उन्होंने सात साल बाद पहला प्रथम श्रेणी शतक लगाया है. नागवासवाला मंगलवार को गुजरात के सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने अब तक तीन विकेट चटकाए हैं. अब देखना दिलचस्प होगा कि दोनों सेमीफाइनल में कौन सा खिलाड़ी मैच की काया पलटने में कामयाब होता है.

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