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वही स्पीड.. वही धार... 42 की उम्र में भी नहीं मिट रही विकेट की भूख, गिल्लियां बिखेर रहा ये महान गेंदबाज

इंग्लैंड के महान तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन 42 साल की उम्र में भी क्रिकेट के मैदान पर अपना कमाल दिखा रहे हैं. पिछले साल इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद वह काउंटी चैंपियनशिप में एक्शन में दिखे और डर्बीशायर के एक बल्लेबाज की गिल्लियां बिखेर दीं. एंडरसन ने दिखाया कि उम्र उनके प्रदर्शन के आड़े नहीं आती. वही पुरानी रफ्तार, सटीकता और विकेट लेने की भूख आज भी उनमें बरकरार है.

वही स्पीड.. वही धार... 42 की उम्र में भी नहीं मिट रही विकेट की भूख, गिल्लियां बिखेर रहा ये महान गेंदबाज
Shivam Upadhyay|Updated: May 17, 2025, 11:18 PM IST
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क्रिकेट की दुनिया में जहां युवा खिलाड़ियों का दबदबा रहता है, वहीं कुछ खिलाड़ी उम्र को मात देकर अपने प्रदर्शन से सबको चौंका देते हैं. 42 साल की उम्र में एक तेज गेंदबाज के लिए वही रफ्तार, वही स्विंग और विकेट लेने की वही भूख बनाए रखना अविश्वसनीय है. हालांकि, इंटरनेशनल क्रिकेट में लंबे समय तक राज करने वाले इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज इस उम्र में अपनी घातक गेंदबाजी का लोहा मनवा रहे हैं. इंटरनेशनल क्रिकेट से पिछले साल संन्यास ले चुके एंडरसन काउंटी चैंपियनशिप में क्रिकेट के मैदान पर एक्शन में लौटे. उन्होंने डर्बीशायर के एक बल्लेबाज की गिल्लियां बिखेरते हुए यह साबित कर दिया कि विकेट लेने की उनकी भूख अभी भी खत्म नहीं हुई है. एंडरसन की वही पुरानी रफ्तार, सटीकता और विकेट लेने की भूख ने फैंस का मन फिर मोह लिया.

42 की उम्र में भी बिखेर रहे गिल्लियां

इंग्लैंड के महान खिलाड़ी जेम्स एंडरसन ने काउंटी में वापसी करते हुए लंकाशायर के लिए इस सीजन का अपना पहला विकेट लिया. उन्होंने मैच के दूसरे दिन डर्बीशायर के खिलाफ कमाल की गेंदबाजी दिखाई. 42 साल के एंडरसन ने पिछले जून में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने विदाई इंटरनेशनल मैच के बाद से अपना पहला प्रतिस्पर्धी मैच खेला और 18वीं गेंद पर कैलेब ज्वेल को आउट कर विकेट चटकाया. उनकी इस बेहतरीन गेंद का बल्लेबाज के पास कोई जवाब नहीं दिया और वह चारों खाने चित होकर क्लीन बोल्ड हो गया. एंडरसन ने जिस अंदाज में गिल्लियां बिखेरीं, उसने फैंस को उनके इंटरनेशनल क्रिकेट वाले दिनों की याद दिला दी.

एंडरसन ने इस साल की शुरुआत में रेड रोज के साथ एक नया एक साल का करार किया था, लेकिन पिंडली में चोट लगने के कारण वे अपने अभियान के पहले 5 मैचों में अनुपस्थित रहे. हालांकि, एंडरसन को अपनी लय में वापस आने में ज्यादा समय नहीं लगा. चाय से पहले लंकाशायर के 408 रन पर ऑल आउट होने के बाद, जब जेम्स एंडरसन से गेंदबाजी की शुरुआत करने के लिए उनके नाम की घोषणा की गई तो ओल्ड ट्रैफर्ड के अंदर मौजूद फैंस ने खुशी मनाई. इंग्लैंड के रिकॉर्ड विकेट लेने वाले गेंदबाज को शुरुआत में क्रीज पर वापस आने में काफी मुश्किल हुई, जब उनके तीसरे ओवर में तीन बाउंड्री लग गईं, लेकिन वे राउंड द विकेट आए और सीजन का पहला विकेट लिया.

एंडरसन का इंटरनेशनल करियर

जेम्स एंडरसन, जिन्हें प्यार से 'जिमी' कहा जाता है. वह इंग्लैंड क्रिकेट के इतिहास के सबसे सफल तेज गेंदबाज हैं और उनका इंटरनेशनल करियर दो दशकों से अधिक समय तक चला है. 2003 में डेब्यू करने वाले एंडरसन टेस्ट क्रिकेट में अपनी स्विंग गेंदबाजी के लिए पहचाने जाने लगे. खासकर इंग्लैंड की परिस्थितियों में, जहां गेंद को दोनों तरफ मूव कराने की उनकी कला ने उन्हें बेहद खतरनाक बना दिया.

टेस्ट क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड जबरदस्त है. वह 700 से अधिक विकेट लेने वाले एकमात्र तेज गेंदबाज हैं और ओवरऑल टेस्ट विकेट लेने वालों में तीसरे स्थान पर हैं. 2024 में 700 टेस्ट विकेट पूरे कर उन्होंने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की. एंडरसन ने ग्लेन मैक्ग्रा का रिकॉर्ड तोड़कर तेज गेंदबाजों में सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने का कीर्तिमान अपने नाम किया. हालांकि उन्होंने वनडे और टी20 इंटरनेशनल मैच भी खेले. टेस्ट क्रिकेट में उनकी फिटनेस और विकेट लेने की क्षमता उन्हें महान बनाती है. इंग्लैंड की सफलता में उनका बड़ा योगदान रहा है. इस दिग्गज ने 991 विकेट के साथ अपने करियर को विराम दिया.

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