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8 साल बाद मिला था मौका, लेकिन पैरों पर मार ली कुल्हाड़ी; अब वापसी के इंतजार में बीत जाएगा इस प्लेयर का करियर!

Anderson-Tendulkar Trophy: ओवल में खेले गए पांचवे टेस्ट में जीत के बाद सिराज समेत कई खिलाड़ियों का भाग्य चमकने वाला है. वहीं एक खिलाड़ी ऐसा भी रहा, जिसे 8 साल बाद टेस्ट टीम में दोबारा मौका मिला लेकिन यह उसने गंवा दिया.

8 साल बाद मिला था मौका, लेकिन पैरों पर मार ली कुल्हाड़ी; अब वापसी के इंतजार में बीत जाएगा इस प्लेयर का करियर!
Devinder Kumar|Updated: Aug 05, 2025, 06:10 AM IST
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England vs India Test Series 2025: इंग्लैंड में खत्म हुई एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी कई मायनों में ऐतिहासिक रही है. इस टेस्ट सीरीज में जहां यशस्वी जायसवाल, मोहम्मद सिराज और आकाशदीप जैसे कई खिलाड़ी उभरकर सामने आए. वहीं एक खिलाड़ी ऐसा भी रहा, जिसे 33 साल की उम्र में 8 साल बाद टेस्ट टीम में दोबारा वापसी का मौका मिला था. लेकिन वह इस मौके को भुना नहीं पाया और अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली. असफल प्रदर्शन के बाद अब उसका टेस्ट करियर खत्म माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि उस दिग्गज खिलाड़ी का बचा करियर टेस्ट टीम में वापसी के इंतजार में ही बीत जाएगा. 

इस दिग्गज खिलाड़ी का नाम है करुण नायर. नायर ने अपने क्रिकेट करियर में कई अहम उपलब्धियां हासिल कीं. हालांकि उनका करियर कुल मिलाकर उतार-चढ़ाव से ही भरा रहा. कभी वे तिहरा शतक बनाकर टीम के चमकदार सितारे बनकर उभरे तो कभी लंबे समय तक नेशनल टीम से बाहर रहने का दर्द भी सहना पड़ा. 

करुण नायर का इंटरनेशल करियर

करुण नायर ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत 11 जून 2016 को जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे मैच से की थी. उसी साल उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया. उन्होंने चेन्नई के एम.ए. चिदंबरम स्टेडियम में 19 दिसंबर 2016 को इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में नाबाद 303 रनों की पारी खेली. यह टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए दूसरा तिहरा शतक था. इससे पहले केवल वीरेंद्र सहवाग ने ही यह कारनामा किया था. इस पारी ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया. हालांकि इसके बाद वे अपनी फॉर्म और चयन में निरंतरता की कमी से जूझते रहे. 

करुण नायर का टेस्ट करियर कैसा रहा है?

नायर ने अपने टेस्ट करियर में कुल 9 मैच खेले हैं. इनमें 13 पारियों में 42 की औसत से उन्होंने 505 रन बनाए. उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 303 रहा. उन्होंने 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धर्मशाला में आखिरी टेस्ट खेला था. इसके बाद उन्हें आठ साल तक भारतीय टेस्ट टीम में मौका नहीं मिला और वे वापसी के इंतजार में ही रह गए. 

8 साल बाद हुई टेस्ट टीम में वापसी

लंबी वेटिंग के बाद उन्हें इस साल इंग्लैंड में हुई टेस्ट सीरीज के लिए बुलाया गया लेकिन वे खास प्रदर्शन करने में असफल रहे.चार टेस्ट मैचों की आठ पारियों में उन्होंने 25.62 की औसत से केवल 205 रन बनाए. इसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 57 रन रहा. यह स्कोर उन्होंने ओवल में खेले गए पांचवे टेस्ट में बनाया. 

मौके नहीं भुना पाए करुणा नायर

उन्होंने पहले टेस्ट में 0 और 20 रन बनाए. दूसरे टेस्ट में वे 31 और 26 रन ही बना सके. तीसरे टेस्ट में भी उनका निराशाजनक प्रदर्शन जारी रहा. वे महज 40 और 14 रन ही बना सके. चौथे टेस्ट में उन्हें साई सुदर्शन से रिप्लेस कर दिया गया. पांचवे टेस्ट में भी वे 57 और 17 रन ही बना सके. इस खराब प्रदर्शन के बाद अब कई क्रिकेट विशेषज्ञ उनके टेस्ट करियर को समाप्त मान रहे हैं. हालांकि अपनी उम्र (33) और हाल के घरेलू प्रदर्शन को देखते हुए, वे आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में क्रिकेट खेलना जारी रख सकते हैं. 

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