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BCCI ने किया पोस्ट... भारत-इंग्लैंड टेस्ट के बीच आई बुरी खबर, इस क्रिकेटर के अचानक निधन से शोक में क्रिकेट जगत

भारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स में टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला खेला जा रहा है. इस बीच एक बुरी खबर सामने आई है. दरअसल, इंग्लैंड के एक पूर्व तेज गेंदबाज का 61 की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया है.

BCCI ने किया पोस्ट... भारत-इंग्लैंड टेस्ट के बीच आई बुरी खबर, इस क्रिकेटर के अचानक निधन से शोक में क्रिकेट जगत
Shivam Upadhyay|Updated: Jun 22, 2025, 05:38 PM IST
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England Cricketer Death: भारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स में टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला खेला जा रहा है. इस बीच एक बुरी खबर सामने आई है. दरअसल, इंग्लैंड के एक पूर्व तेज गेंदबाज ने दुनिया को अलविदा कह दिया है. इंग्लैंड और ग्लूस्टरशायर के पूर्व तेज गेंदबाज डेविड वैलेंटाइन लॉरेंस का 61 वर्ष की आयु में मोटर न्यूरॉन रोग (MND) से जूझने के बाद निधन हो गया. लीड्स टेस्ट के तीसरे दिन का खेल शुरू होने से पहले भारत और इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने डेविड लॉरेंस के सम्मान में काली पट्टी पहनी. BCCI ने भी अपने 'एक्स' हैंडल पर एक पोस्ट भी शेयर किया है.

इस बीमारी से जूझ रहे थे

2023 में उन्हें मोटर न्यूरॉन रोग का पता चला, जो जीवन को छोटा करने वाला एक न्यूरोलॉजिकल विकार है जो मांसपेशियों की कमजोरी का कारण बनता है. 1988 में अपने इंटरनेशनल डेब्यू के बाद लॉरेंस ने 1988 और 1992 के बीच पांच टेस्ट खेले, जिसमें 18 विकेट लिए. 1991 में 'द ओवल' में वेस्टइंडीज के खिलाफ एक प्रसिद्ध 5 विकेट हॉल भी शामिल है. उसी पारी में उन्होंने महान विव रिचर्ड्स को आउट किया था. 1992 में वेलिंगटन, न्यूजीलैंड में एक टेस्ट मैच के दौरान लगी भयानक घुटने की चोट के कारण उनका इंटरनेशनल करियर दुखद रूप से समाप्त हो गया. 

काली पट्टी पहनकर उतरे खिलाड़ी

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा, 'दोनों टीमें इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर डेविड 'सिड' लॉरेंस को श्रद्धांजलि देने के लिए काली बांह की पट्टियां पहने हुए हैं, जिनका दुखद निधन हो गया है. तीसरे दिन खेल शुरू होने से पहले कुछ देर के लिए तालियां भी बजीं.'

17 साल की उम्र में किया था फर्स्ट क्लास डेब्यू

28 जनवरी, 1964 को जन्मे लॉरेंस ने 1981 में ग्लूस्टरशायर के लिए मात्र 17 साल की उम्र में फर्स्ट क्लास में डेब्यू किया था. उन्होंने ग्लूस्टरशायर के लिए 170 फर्स्ट क्लास मैच खेले, जिसमें 31.27 की औसत से 477 विकेट लिए. इस दौरान वारविकशायर के खिलाफ 47 रन देकर 7 विकेट का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी शामिल है. 16 साल के करियर में वह अपनी निडर तेज गेंदबाजी के लिए क्लब आइकन बन गए. एक दिवसीय क्रिकेट में उन्होंने 110 मैचों में 148 विकेट लिए, जिसमें 1991 में संयुक्त विश्वविद्यालय XI के खिलाफ 20 रन देकर 6 विकेट शामिल हैं, जो ग्लूस्टरशायर के 50 ओवर के इतिहास में तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है.

परिवार ने दिया बयान 

लॉरेंस परिवार की ओर से ग्लूस्टरशायर द्वारा साझा किए गए एक बयान में कहा गया, 'हमें बहुत दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि डेव लॉरेंस एमबीई का निधन हो गया है, जो मोटर न्यूरॉन बीमारी से बहादुरी से जूझ रहे थे. 'सिड' क्रिकेट के मैदान पर और उसके बाहर एक प्रेरणादायक व्यक्ति थे और उनके परिवार के लिए भी, जो उनके निधन के समय उनके साथ थे.'

ग्लूस्टरशायर क्रिकेट क्लब ने लॉरेंस के लिए पोस्ट करते हुए लिखा, 'ग्लूस्टरशायर क्रिकेट को पूर्व खिलाड़ी और क्लब अध्यक्ष डेविड 'सिड' लॉरेंस एमबीई के निधन की खबर सुनकर गहरा सदमा लगा है. वे 61 वर्ष के थे. ग्लूस्टरशायर क्रिकेट में हर कोई इस बेहद दुखद समय में डेविड के परिवार को अपनी शुभकामनाएं भेजना चाहता है.'

इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रिचर्ड थॉम्पसन ने एक बयान में कहा, 'अपनी बीमारी के बावजूद डेविड ने असाधारण शक्ति और गरिमा दिखाई, अपनी दृढ़ता और भावना से दूसरों का उत्थान करना जारी रखा. वह अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं, जो क्रिकेट से प्यार करने वाले सभी लोगों के दिलों में हमेशा रहेगी. इस समय हमारी संवेदनाएं उनके परिवार, दोस्तों और पूरे क्रिकेट समुदाय के साथ हैं.'

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