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पाकिस्तान की हार का कसूरवार कौन? लपेटे में आए इमरान खान, इस गलती से बन गए विलेन

ICC Champions Trophy 2025: पाकिस्तान की टीम चैंपियंस ट्रॉफी से हार गई. उसे 1996 के बाद आईसीसी इवेंट की मेजबानी मिली, लेकिन मोहम्मद रिजवान की टीम ने शर्मनाक प्रदर्शन करके फैंस का दिल तोड़ दिया. मेजबानों को पहले मैच में न्यूजीलैंड तो दूसरे मैच में भारत ने हराया.

पाकिस्तान की हार का कसूरवार कौन? लपेटे में आए इमरान खान, इस गलती से बन गए विलेन
Rohit Raj|Updated: Feb 26, 2025, 12:57 PM IST
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ICC Champions Trophy 2025: पाकिस्तान की टीम चैंपियंस ट्रॉफी से हार गई. उसे 1996 के बाद आईसीसी इवेंट की मेजबानी मिली, लेकिन मोहम्मद रिजवान की टीम ने शर्मनाक प्रदर्शन करके फैंस का दिल तोड़ दिया. मेजबानों को पहले मैच में न्यूजीलैंड तो दूसरे मैच में भारत ने हराया. अब उसका मुकाबला बांग्लादेश से होगा. हालांकि, यह अब सिर्फ एक औपचारिक मैच रह गया है. टूर्नामेंट से बाहर होने के बाद पाकिस्तान की चौतरफा आलोचना हो रही है. हार के कसूरवार ढूंढे जा रहे हैं. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) चेयरमैन से लेकर टीम मैनेजमेंट और कप्तान तक सवालों के घेरे में हैं.

इमरान पर फोड़ा ठीकरा

इसी बीच, पीसीबी के पूर्व चेयरमैन नजम सेठी ने इमरान खान को इसका कसूरवार बताया है. उन्होंने नाम लिए बिना पूर्व कप्तान और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान को विलेन बताया है. नजम सेठी ने कहा कि अप्रत्यक्ष रूप से पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को पाकिस्तान क्रिकेट के पतन के लिए जिम्मेदार ठहराया है. ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में सेठी ने कहा कि देश का राष्ट्रीय टीम के प्रदर्शन पर नाराज होना उचित है. चैंपियंस ट्रॉफी का मेजबान पाकिस्तान लगातार दो हार के बाद टूर्नामेंट से बाहर हो गया है.

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नजम सेठी ने क्या लिखा?

नजम सेठी ने लिखा, ''क्रिकेट बिरादरी का कहना है कि पाकिस्तान का स्तर बहुत नीचे गिर गया है. एक क्रिकेट टीम जो कभी टी20 (2018) और टेस्ट (2016) और वनडे (1990 और 1996) में नंबर एक थी, जिसने 1992 में विश्व कप और 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती, आज उसकी तुलना जिंबाब्वे से कैसे की जा रही है?'' सेठी के अनुसार टीम का पतन 2019 में शुरू हुआ जब एक नए प्रधानमंत्री/संरक्षक (उस समय इमरान खान प्रधानमंत्री थे और वह एहसान मनी को पीसीबी अध्यक्ष के रूप में लाए थे) के तहत एक नए प्रबंधन ने घरेलू क्रिकेट ढांचे को बदल दिया.

 

 

नजम सेठी ने बताए कारण

नजम सेठी ने लिखा, ''राजनीतिक हस्तक्षेप जारी रहा, विरोधाभासी पीसीबी नीतियां नियम बन गईं- विदेशी कोचों को काम पर रखा गया और उन्हें फिर निकाल दिया गया, चयनकर्ताओं को मनमाने ढंग से नामित किया गया, पुराने त्यागे हुए लोगों को सलाह देने और प्रबंधन करने के लिए भर्ती किया गया. आखिरकार खिलाड़ियों की ताकत, कप्तान के अहंकार का टकराव और टीम में गुटबाजी ने प्रबंधन की विफलता पर जीत हासिल कर ली. भयानक परिणाम हमारे सामने हैं.''

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इमरान ने किए थे ये बदलाव

इमरान के प्रधानमंत्री बनने के तुरंत बाद सेठी ने पीसीबी से इस्तीफा दे दिया. इससे आईसीसी के पूर्व अध्यक्ष एहसान मनी की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया. साल 2019 में इमरान के निर्देश पर पीसीबी ने घरेलू क्रिकेट ढांचे को नया रूप दिया और घरेलू क्रिकेट आयोजनों में प्रतिस्पर्धा करने वाली 16-18 विभागीय और क्षेत्रीय संघ की पुरानी प्रणाली को समाप्त कर दिया और छह टीमों का प्रथम श्रेणी ढांचा पेश किया गया. बाद में इमरान ने 2021 में रमीज राजा को भी अध्यक्ष नियुक्त किया जब मनी ने अपने अनुबंध के विस्तार को स्वीकार करने से इनकार कर दिया. दिसंबर 2022 में इमरान सरकार के पतन के बाद सेठी ने फिर रमीज राजा की जगह ली.

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