IND vs ENG 5th Test: लंदन के ओवल मैदान पर खेले गए पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच में भारत ने इंग्लैंड को 6 रन से हरा दिया. इसी के साथ ही शुभमन गिल की युवा टीम इंडिया ने इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज 2-2 से ड्रॉ कर दी. भारत ने जब इंग्लैंड के सामने 374 रनों का टारगेट रखा था, उसी वक्त टीम इंडिया की जीत तय हो गयी थी. वहीं, इंग्लैंड की हार निश्चित हो गई थी. ऐसा इसलिए क्योंकि लंदन के केनिंगटन ओवल मैदान पर कभी भी 263 से ज्यादा रन चेज नहीं हो पाए हैं.
ओवल में कभी भी 300 या उससे ज्यादा रनों का टारगेट चेज नहीं हुआ
लंदन के ओवल मैदान पर कभी भी 300 या उससे ज्यादा रनों का टारगेट चेज नहीं हुआ है. लंदन के ओवल मैदान पर 1880 से टेस्ट मैच खेले जा रहे हैं. 145 साल में कभी भी लंदन के ओवल मैदान पर चौथी पारी में 300 या उससे ज्यादा रनों का टारगेट चेज नहीं हुआ है. इस मैदान पर अगर सबसे बड़े सफल रनचेज की बात करें तो यह रिकॉर्ड इंग्लैंड के नाम पर है. इंग्लैंड ने 13 अगस्त 1902 को ओवल के मैदान पर 263 रन का टारगेट चेज करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 1 विकेट से मात दी थी.
ओवल के मैदान पर सबसे सफल रन चेज
1. 263/9 (टारगेट 263) - इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को 1 विकेट से हराया (1902)
2. 255/2 (टारगेट 253) - वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड को 8 विकेट से हराया (1963)
3. 242/5 (टारगेट 242) - ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 5 विकेट से हराया (1972)
4. 226/2 (टारगेट 225) - वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड को 8 विकेट से हराया (1988)
5. 219/2 (टारगेट 219) - श्रीलंका ने इंग्लैंड को 8 विकेट से हराया (2024)
ओवल में भारत का रिकॉर्ड
टीम इंडिया ने केनिंग्टन ओवल में पहली बार अगस्त 1936 में टेस्ट खेला था, जिसमें उसे नौ विकेट से हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद अगस्त 1946 और अगस्त 1952 में इंग्लैंड के विरुद्ध मैच ड्रॉ रहे. भारत ने इस मैदान पर अगस्त 1959 में अपना चौथा टेस्ट खेला, जिसे पारी और 27 रन से गंवा दिया. अगस्त 1971 में भारत को इस मैदान पर पहली टेस्ट जीत मिली. भारत ने यह मैच चार विकेट से अपने नाम किया. टीम इंडिया ने साल 1979, 1982, 1990, 2002 और 2007 में यहां इंग्लैंड के खिलाफ लगातार पांच ड्रॉ मैच खेले. अगस्त 2011 में एक बार फिर उसे इंग्लैंड के हाथों पारी और 8 रन से शिकस्त झेलनी पड़ गई. अगस्त 2014 में टीम इंडिया ने यहां पारी और 244 रन से मैच गंवा दिया. सितंबर 2018 में इंग्लैंड ने केनिंग्टन ओवल में भारत के खिलाफ 118 रन से जीत दर्ज की, लेकिन सितंबर 2021 में भारत ने पासा पलटते हुए 157 रन से मैच जीत लिया. जून 2023 में टीम इंडिया ने यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का ऐतिहासिक फाइनल खेला, जिसे 209 रन से गंवा दिया. अब भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ साल 2025 में हुए इस रोमांचक टेस्ट मैच में 6 रन से जीत दर्ज कर ली है.
ओवल में कैसे मिली भारत को ऐतिहासिक जीत?
भारत ने 'केंनिग्टन ओवल' में खेले गए रोमांचक मुकाबले को 6 रन से अपने नाम किया. पांचवां टेस्ट जीतने के साथ टीम इंडिया ने सीरीज 2-2 से बराबरी पर खत्म की. मुकाबले में टॉस गंवाकर बल्लेबाजी के लिए उतरी भारतीय टीम पहली पारी में महज 224 रन की ही बना सकी. इस पारी में करुण नायर ने 57 रन बनाए, लेकिन टीम को सम्मानजनक स्कोर तक नहीं पहुंचा सके. इंग्लैंड के लिए इस पारी में गस एटकिंसन ने सर्वाधिक पांच शिकार किए, जबकि जोश टंग ने तीन विकेट चटकाए. इसके जवाब में इंग्लैंड ने पहली पारी में 247 रन बनाते हुए 23 रन की मामूली बढ़त हासिल कर ली. इंग्लैंड की ओर से जैक क्रॉली ने सर्वाधिक 64 रन बनाए, जबकि हैरी ब्रूक ने 53 रन का योगदान टीम के खाते में दिया. भारत की तरफ से मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा ने चार-चार विकेट चटकाए, जबकि आकाश दीप ने एक खिलाड़ी को अपना शिकार बनाया.