ICC Champions Trophy 2025: पाकिस्तान क्रिकेट टीम का प्रदर्शन चैंपियंस ट्रॉफी में शर्मनाक रहा है. टीम पहले ही राउंड में बाहर हो गई. अपनी मेजबानी में ही मोहम्मद रिजवान को एक भी जीत टूर्नामेंट में नहीं मिली. उसे पहले मैच में न्यूजीलैंड ने हराया. इसके बाद भारत ने उसे करारी शिकस्त दी. उम्मीद थी कि रावलपिंडी में बांग्लादेश के खिलाफ मैच से टीम चैंपियंस ट्रॉफी का समापन करेगी, लेकिन बारिश ने इस सपने को भी तोड़ दिया.
संसद में हार के मुद्दे को उठाने की मांग
टूर्नामेंट से बाहर होने के बाद भी पाकिस्तान टीम के लिए मुश्किलें समाप्त नहीं हो रही हैं. चैंपियंस ट्रॉफी में हार का मुद्दा वहां कि संसद में उठाया जा सकता है और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से कार्रवाई करने की मांग की जा सकती है. पाकिस्तान सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि वह प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से चैंपियंस ट्रॉफी में देश की क्रिकेट टीम के निराशाजनक प्रदर्शन का मामला संसद और संघीय मंत्रिमंडल में उठाने का अनुरोध करेंगे.
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प्रधानमंत्री के सलाहकार ने क्या कहा?
राजनीतिक और सार्वजनिक मामलों पर प्रधानमंत्री के सलाहकार राणा सनाउल्लाह ने जियो टीवी चैनल को कहा, ''(पाकिस्तान) क्रिकेट बोर्ड एक स्वतंत्र संस्था है. वे जैसा चाहे वैसा कर सकते हैं. मैं प्रधानमंत्री से कैबिनेट और संसद में इस मामले पर चर्चा करने का अनुरोध करूंगा.'' उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब जमीनी स्तर और क्लब स्तर पर हालात निराशाजनक बने हुए हैं, पीसीबी को खर्च किए गए पैसे के लिए जवाबदेह बनाने की जरूरत है.
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'काम न करने के लिए पैसे ले रहे'
उन्होंने दावा किया, ''उच्च स्तर (पीसीबी) पर होने वाले खर्च को देश और संसद के सामने लाया जाना चाहिए. सलाहकारों को पांच मिलियन रुपये का भुगतान किया जा रहा है और उन्हें मीडिया में यह स्वीकार करते हुए सुना गया है कि वे अपनी जिम्मेदारियों से अनजान हैं. इसलिए वे काम न करने के लिए पैसे ले रहे हैं. आप अगर खिलाड़ियों और अधिकारियों को पीसीबी के भत्ते और विशेषाधिकारों को देखेंगे, तो आपको आश्चर्य होगा कि क्या यह पाकिस्तान है या कोई प्रगतिशील यूरोपीय देश है. ये ऐसी चीजें हैं जिन पर प्रधानमंत्री खुद ध्यान देंगे.''