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IND vs ENG: चौथे टेस्ट में इंग्लैंड की खैर नहीं! पलटवार को तैयार गिल-आर्मी, मिल गया जीत का फॉर्मूला

भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का चौथा मैच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में 23 जुलाई से खेला जाना है. मुकाबले में 24 घंटे से भो कम का वक्त बचा है. इससे ठीक पहले इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने एक बयान दिया, जिससे भारतीय खिलाड़ियों को कॉन्फिडेंस मिलेगा. दरअसल, पनेसर का मानना है कि भारत के पास चौथे टेस्ट मैच को जीतने का अच्छा मौका है.

IND vs ENG: चौथे टेस्ट में इंग्लैंड की खैर नहीं! पलटवार को तैयार गिल-आर्मी, मिल गया जीत का फॉर्मूला
Shivam Upadhyay|Updated: Jul 22, 2025, 08:29 AM IST
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Indian Cricket Team: भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का चौथा मैच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में 23 जुलाई से खेला जाना है. मुकाबले में 24 घंटे से भो कम का वक्त बचा है. सीरीज में 2-1 से पिछड़ रही भारतीय टीम को को हर हाल में यह मैच जीतना ही होगा, क्योंकि अगर इस मैच में हार मिली तो उसके लिए सीरीज यहीं खत्म हो जाएगी. ऐसे में टीम इंडिया की नजरें चौथा टेस्ट जीतने पर होंगी. मैच से ठीक पहले इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने एक बयान दिया, जिससे भारतीय खिलाड़ियों को कॉन्फिडेंस मिलेगा. दरअसल, पनेसर का मानना है कि भारत के पास चौथे टेस्ट मैच को जीतने का अच्छा मौका है. उन्होंने यह भी बताया कि भारत कैसे इस मुकाबले में जीत दर्ज कर सकता है.

भारत जीत सकता है मैच - पनेसर

एक इंटरव्यू में मोंटी पनेसर ने बताया कि ओल्ड ट्रैफर्ड की 5 दिनों तक पिच कैसी रहेगी और कैसे सभी के लिए कुछ न कुछ होगा. पनेसर ने कहा, 'मुझे लगता है कि भारत के पास अगले टेस्ट मैच में अच्छा प्रदर्शन करने का अच्छा मौका है. पिच में सब कुछ होगा, लेकिन बात है अपनी रणनीति पर और अगर वे ऐसा कर पाते हैं, तो उनके जीतने की अच्छी संभावना होगी.'

मैनचेस्टर में कभी नहीं जीता भारत

बता दें कि ओल्ड ट्रैफर्ड में भारत ने अब तक खेले गए 9 टेस्ट मैचों में से एक भी जीत दर्ज नहीं की है. 4 मैचों में इंग्लैंड ने जीत हासिल की है, जबकि 5 मैच ड्रॉ रहे हैं. पिछली बार भारत ने 2014 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में इस मैदान टेस्ट खेला था, जब वे 24 साल बाद पहली बार इस मैदान पर खेल रहे थे. हालांकि, शर्मनाक हार झेलनी पड़ी. इंग्लैंड ने भारत को पारी और 54 रनों से हराया था.

भारत को करना होगा ये काम

पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर ने आगे कहा, 'यह बल्लेबाजी और गेंदबाजी के लिए अच्छा विकेट होगा, जिसमें स्पिनरों को बाद में कुछ मदद मिलेगी. इसमें सभी के लिए हर तरह की संभावना होगी. अगर आप खराब गेंदबाजी करेंगे, तो आपको सजा मिलेगी. बल्लेबाजी करते समय गति और उछाल दोनों मिलेंगे, यह अब तक की सीरीज की सबसे तेज पिच होगी. गेंदबाजों को विकेट लेने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी और बल्लेबाज ढीले शॉट खेलकर बच नहीं पाएंगे.'

42 साल के इस खिलाड़ी ने इंग्लैंड में सफल होने को लेकर कहा, 'इंग्लैंड के लिए खेलते समय, प्रोसेस ही सबसे महत्वपूर्ण है. मैंने अपनी तैयारी और प्रोसेस पर फोकस किया, इससे मुझे दबाव को संभालने में मदद मिली. अगर मैं परिणाम पर फोकस करता, तो यह बहुत मुश्किल होता. यह कठिन था, हमें मानसिक रूप से मजबूत होना था. यही सबसे महत्वपूर्ण है और बाकी सब अपने आप ठीक हो जाता है. समीकरण से महत्व को हटा दें. मौका जितना बड़ा होगा, मानसिकता उतनी ही कम महत्वपूर्ण होगी ताकि आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें.'

FAQ

मोंटी पनेसर ने कब संन्यास लिया?
2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोंटी पनेसर ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच टेस्ट के रूप में खेला था. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह मुकाबला खेला.

इंग्लैंड का सर्वश्रेष्ठ स्पिनर कौन है?
इंग्लैंड ने कई बेहतरीन स्पिन गेंदबाज दिए हैं, जिनमें डेरेक अंडरवुड को अक्सर दूसरों का मूल्यांकन करने का मानक माना जाता है. अन्य स्पिनरों में जिम लेकर, टोनी लॉक, ग्रीम स्वान और मोंटी पनेसर शामिल हैं.

दुनिया का सबसे तेज गेंदबाज कौन है?
क्रिकेट इतिहास के सबसे तेज गेंदबाज पाकिस्तान के शोएब अख्तर हैं. उनके नाम सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकॉर्ड है, जो उन्होंने 2003 क्रिकेट वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ 161.3 किमी/घंटा (100.23 मील प्रति घंटे) की रफ़्तार से फेंकी थी.

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