Champions Trophy: भारतीय क्रिकेट टीम चैंपियंस ट्रॉफी में अपने मुकाबले दुबई में खेल रही है. टूर्नामेंट का मेजबान पाकिस्तान है, लेकिन सुरक्षा चिंताओं के कारण भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अपनी टीम को वहां भेजने से मना कर दिया. इस कारण इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) को हाइब्रिड मॉडल पर टूर्नामेंट का आयोजन करना पड़ा. इसके तहत भारत अपने सारे मैच दुबई में ही खेलेगा. चैंपियंस ट्रॉफी के बीच पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के प्रमुख मोहसिन नकवी को राजनीति की याद आई है.
भारत के नहीं जाने से निराश नकवी
मोहसिन नकवी ने दोहराया है कि चैम्पियंस ट्रॉफी के मैच तटस्थ स्थान पर खेलने के भारत के फैसले से वह निराश है. उन्होंने उम्मीद जताई कि 29 साल में पहली बार पाकिस्तान में हो रहा आईसीसी टूर्नामेंट देश में खेल के लिए एक स्थायी विरासत छोड़ेगा. नकवी ने भारत और पाकिस्तान से ठीक पहले कहा, ''हम टूर्नामेंट की विश्व स्तरीय मेजबानी करने पर फोकस कर रहे हैं. बेशक भारत का पाकिस्तान में नहीं खेलना निराशाजनक है.''
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नकवी का छलका दर्द
नकवी ने कहा, ''यह निराशाजनक है, सिर्फ पीसीबी के लिए ही नहीं बल्कि दुनिया भर के क्रिकेटप्रेमियों, आईसीसी, व्यावसायिक साझेदारों और अन्य प्रतिभागी देशों के लिए भी.'' नकवी ने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा खेलों को सियासत से अलग रखा है. उन्होंने कहा, ''हमारी टीम 2011, 2012, 2016 और 2023 में भारत खेलने गई. हमें उम्मीद थी कि भारतीय टीम भी बदले में पाकिस्तान में चैम्पियंस ट्रॉफी खेलने आएगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं. ''
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नकवी ने किया ये दावा
पाकिस्तान के गृह मंत्री नकवी ने कहा कि पीसीबी और पाकिस्तान सरकार ने सुरक्षा, आतिथ्य और लाजिस्टिक बंदोबस्त को लेकर भारतीय टीम को पूरा आश्वासन दिया था. उन्होंने कहा, ''हमने हर तरह का आश्वासन दिया था लेकिन इसके बावजूद भारत ने यहां नहीं खेलने का फैसला लिया. भारतीय खिलाड़ी उस गर्मजोशी, मुहब्बत और मेहमानवाजी से महरूम रह गए जो हमेशा पाकिस्तान आने वाली टीमों को मिलती है.''