5 Shameful Cricket Records: इंटरनेशनल क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर, मुथैया मुरलीधरन कैसी कई महान क्रिकेटर्स हुए, जिन्होंने कई ऐसे रिकॉर्ड बनाए जो अब तक नहीं टूटे हैं. इतना ही नहीं, कई ऐसे रिकॉर्ड्स भी हैं, जिनका भविष्य में टूटना असंभव के बराबर है. इन सबके इतर इंटरनेशनल क्रिकेट में कई शर्मनाक रिकॉर्ड भी बने हैं, जिन्हें सपने में भी कोई क्रिकेटर अपने नाम नहीं करना चाहेगा. आइए जानते हैं इतिहास के 5 सबसे शर्मनाक रिकॉर्ड्स के बारे में...
रनआउट क्रिकेट में बल्लेबाज के आउट होने का सबसे खराब तरीका है. हालांकि, वनडे फॉर्मेट में दो खिलाड़ी ऐसे हैं, जिनके नाम सबसे ज्यादा बार रनआउट होने का घटिया रिकॉर्ड दर्ज है. ये दोनों पाकिस्तानी के पूर्व रहे हैं. इंजमाम-उल-हक (Inzamam-ul-Haq) और वसीम अकरम (Wasim Akram) दोनों ही 50 ओवर के फॉर्मेट में 38 बार रनआउट होकर आउट हुए हैं.
न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर कर्टनी वॉल्श (Courtney Walsh) ने अपनी तेज गति से कई बल्लेबाजों को परेशान किया और वेस्टइंडीज के लिए 500 से अधिक टेस्ट विकेट लिए. हालांकि, जब भी वह बल्लेबाजी करने उतरे, तो उन्हें भी गेंदबाजों ने जमकर छकाया, जिससे उनके नाम खेल के सबसे लंबे फॉर्मेट में सबसे ज्यादा बार 0 पर आउट होने का रिकॉर्ड दर्ज हो गया. वॉल्श 43 बार डक का शिकार हुए.
राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) भारत के लिए टेस्ट और वनडे में 10000 से ज्यादा रन बनाने वाले महान खिलाड़ियों में से एक हैं. हालांकि, 'भारतीय बल्लेबाजी क्रम की दीवार' के रूप में मशहूर होने के बावजूद, द्रविड़ के नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार बोल्ड होने का शर्मनाक रिकॉर्ड है. द्रविड़ टेस्ट क्रिकेट में 55 बार बोल्ड आउट हुए हैं. महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) उनसे एक कम 54 बार टेस्ट में बोल्ड के जरिए आउट हुए.
पाकिस्तान के मोहम्मद समी (Mohammad Sami) ने एशिया कप 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ बेहद ही लंबा ओवर फेंका और क्रिकेट इतिहास का सबसे ज्यादा गेंद वाले ओवर का अनचाहा रिकॉर्ड नाम कर लिया समी ने उस ओवर में 17 गेंदें फेंकी, जिसमें सात वाइड और चार नो-बॉल शामिल थीं.
श्रीलंका के पूर्व दिग्गज ओपनर बल्लेबाज सनथ जयसूर्या (Sanath Jayasuriya) के नाम वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार 0 पर आउट होने का रिकॉर्ड है. जयसूर्या 50 ओवर के क्रिकेट में 34 बार 0 पर आउट हुए हैं.