पिछले लगभग एक से डेढ़ महीने के अंदर कई क्रिकेटर्स ने संन्यास का ऐलान किया. किसी ने सिर्फ एक फॉर्मेट से तो किसी ने तीनों फॉर्मेट से ही रिटायरमेंट का फैसला सुनाया. रोहित शर्मा और विराट विराट जैसे कुछ दिग्गज क्रिकेटर्स ने तो अपने संन्यास के फैसले से फैंस को तगड़ा झटका दिया. भारतीय क्रिकेट से सिर्फ रोहित-विराट ही नहीं, बल्कि एक तिहरा शतक ठोकने वाले बल्लेबाज ने भी संन्यास लिया. ऐसे में आइए जानते हैं उन 8 क्रिकेटर्स के बारे में, जिन्होंने पिछले एक से डेढ़ महीने में संन्यास का ऐलान किया है.
7 मई, 2025 का दिन भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक महत्वपूर्ण तारीख के रूप में दर्ज हो गया, जब 'हिटमैन' रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया. भारतीय टीम के कप्तान और एक दशक से अधिक समय तक टेस्ट फॉर्मेट में अपनी छाप छोड़ने वाले इस धुरंधर बल्लेबाज के संन्यास की खबर ने क्रिकेट प्रेमियों को भावुक कर दिया. रोहित शर्मा ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट साझा करते हुए अपने इस निर्णय की घोषणा की. अपने 67 टेस्ट मैचों के करियर में रोहित ने 116 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए 40.57 के औसत से कुल 4301 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने 12 शतक और 18 अर्धशतक भी जड़े.
रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट छोड़ने के कुछ रोज बाद ही दिग्गज भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली ने भी इस फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया. 12 मई, 2025 को टेस्ट क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा कर कर उन्होंने क्रिकेट प्रेमियों सहित हर किसी को हैरान कर दिया, क्योंकि इंग्लैंड के आगामी टेस्ट दौरे से ठीक पहले यह फैसला आया. विराट कोहली का टेस्ट करियर जून 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ किंग्सटन में शुरू हुआ था. उन्होंने 123 टेस्ट मैचों की 210 पारियों में कुल 9230 रन बनाए, जिसमें 7 दोहरे शतक सहित 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं. उनका औसत 46.85 रहा. टेस्ट क्रिकेट में उनका आखिरी मैच जनवरी 2025 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेला गया था.
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के धुरंधर ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने 2 जून 2025 को वनडे इंटरनेशनल (ODI) क्रिकेट से तत्काल प्रभाव से संन्यास की घोषणा की. 36 साल के मैक्सवेल का यह फैसला क्रिकेट जगत के लिए चौंकाने वाला था, खासकर 2023 वर्ल्ड कप में उनकी अविश्वसनीय 201* रन की पारी के बाद. हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया है कि वे T20 फॉर्मेट में खेलना जारी रखेंगे और 2026 के आगामी T20 विश्व कप पर फोकस करेंगे. ग्लेन मैक्सवेल ने अगस्त 2012 में अपना वनडे डेब्यू किया था और अपने 13 साल के करियर में कुल 149 वनडे मैच खेले. इस दौरान उन्होंने 33.81 की औसत से 3990 रन बनाए, जिसमें एक दोहरा शतक (201*), चार शतक और 23 अर्धशतक शामिल हैं. गेंदबाजी में उन्होंने 77 विकेट भी चटकाए.
क्रिकेट जगत को हैरान करते हुए दक्षिण अफ्रीका के विस्फोटक विकेटकीपर-बल्लेबाज हेनरिक क्लासेन ने हाल ही में महज 33 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी. उनका यह फैसला ऐसे समय में आया है जब वह अपनी करियर की सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में चल रहे थे, खासकर व्हाइट-बॉल क्रिकेट में. हेनरिक क्लासेन ने दक्षिण अफ्रीका के लिए 4 टेस्ट, 60 वनडे और 58 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले. वह अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग कौशल के लिए जाने जाते थे. आईपीएल में भी उन्होंने सनराइजर्स हैदराबाद के लिए शानदार प्रदर्शन किया था, जिसमें आईपीएल 2025 में 14 मैचों में 487 रन शामिल थे.
वेस्टइंडीज के विस्फोटक बल्लेबाज निकोलस पूरन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से सिर्फ 29 साल की उम्र में संन्यास ले लिया. उन्होंने 10 जून 2025 को सोशल मीडिया के जरिए अपने इस फैसले का ऐलान किया, जिसने क्रिकेट जगत को चौंका दिया. पूरन सिर्फ 29 साल के हैं और अपने करियर के बेहतरीन फॉर्म में थे. उन्होंने अपने देश के लिए 106 टी20 इंटरनेशनल और 61 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने कुल 4000 से अधिक रन बनाए.
श्रीलंका के अनुभवी ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज ने भी 23 मई, 2025 को खेल के सबसे लंबे फॉर्मेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी. मैथ्यूज ने अपने बयान में बताया कि बांग्लादेश के खिलाफ होने वाली आगामी टेस्ट सीरीज का पहला मैच उनका आखिरी टेस्ट मुकाबला होगा. श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज 17 जून, 2025 से शुरू होगी, जिसमें मैथ्यूज गाले में होने वाला पहला टेस्ट खेलकर अपने 17 साल के टेस्ट करियर को विराम देंगे. 37 साल के एंजेलो मैथ्यूज ने 2009 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था.
भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी लेग स्पिनर पीयूष चावला ने भी क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी है. करीब दो दशक लंबे अपने करियर के बाद 36 साल के इस खिलाड़ी ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट साझा करते हुए अपने फैंस और क्रिकेट जगत को इस फैसले से अवगत कराया. चावला का करियर उपलब्धियों से भरा रहा. वह भारतीय क्रिकेट के इतिहास के उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं, जिन्होंने दो वर्ल्ड कप (2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप ) जीते हैं. उनका इंटरनेशनल करियर देखें तो पीयूष चावला ने भारत के लिए 3 टेस्ट, 25 वनडे और 7 टी20 मैच खेले, जिनमें उन्होंने कुल 43 विकेट लिए.
भारतीय घरेलू क्रिकेट के जाने-माने खिलाड़ी गुजरात के सलामी बल्लेबाज प्रियांक पांचाल भी उन खिलाड़ियों में शामिल रहे, जिन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहा. उन्होंने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा की. 35 साल के इस अनुभवी खिलाड़ी ने एक शानदार करियर का अंत किया, जिसमें उनके नाम तिहरा शतक भी शामिल है. उन्होंने गुजरात के लिए 99 रणजी ट्रॉफी मैचों में 6,992 रन बनाए और अपने राज्य के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने. वह पार्थिव पटेल के 7,011 रनों के रिकॉर्ड से महज 19 रन दूर थे. प्रियांक पांचाल ने नवंबर 2016 में गुजरात के लिए तिहरा शतक (314*) जड़कर इतिहास रचा था. वह गुजरात के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में तिहरा शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने थे. हालांकि, उन्हें भारतीय टीम के लिए इंटरनेशनल लेवल पर खेलने का मौका नहीं मिला. पांचाल ने कुल 127 फर्स्ट क्लास मैच खेले, जिसमें उन्होंने 29 शतक और 34 अर्धशतक के साथ 45.18 की औसत से 8,856 रन बनाए.