Pakistan Cricket: चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर होने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट में हाहाकार मचा हुआ है. न्यूजीलैंड और भारत से मिली हार के बाद मेजबानी टीम टूर्नामेंट से आउट हो गई. इसके बाद बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी मैच भी बारिश के कारण रद्द हो गया. इस तरह पाकिस्तान को चैंपियंस ट्रॉफी में एक भी जीत नहीं मिली. उसे 1996 के बाद पहली बार आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी मिली और टीम के खिलाड़ियों ने देश की नाक कटवा दी.
ट्राई सीरीज में भी मिली थी हार
टीम चैंपियंस ट्रॉफी से पहले घरेलू मैदान पर ट्राएंगुलर सीरीज में भी हार गई थी. पाकिस्तान के साथ-साथ न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका ने इसमें हिस्सा लिया था. कीवी टीम ने फाइनल में मेजबानों को हराकर ट्रॉफी अपने नाम किया था. उसके बाद चैंपियंस ट्रॉफी में भी टीम ने शर्मनाक खेल दिखाया. इसके बाद यह तय माना जा रहा है कि कुछ खिलाड़ियों पर हंटर चलेगा. न्यूजीलैंड दौरे से कई खिलाड़ियों को बाहर किया जा सकता है.
ये भी पढ़ें: भारत के लिए बड़ा खतरा साबित होंगे ये 5 कीवी स्टार! पलक झपकते ही पलट देते हैं मैच
बाबर और शाहीन पर चलेगा हंटर!
लगातार शर्मनाक प्रदर्शन के बाद टीम के स्टार खिलाड़ियों जैसे बाबर आजम और शाहीन अफरीदी के भविष्य पर असर पड़ सकता है. क्रिकेट पाकिस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की हार के बाद टीम के प्रदर्शन की व्यापक समीक्षा की घोषणा की है. इसमें बाबर आजम, शाहीन अफरीदी, हारिस रऊफ और नसीम शाह जैसे खिलाड़ियों को बाहर करने के साथ टीम में भारी बदलाव शामिल हो सकता है.
आकिब जावेद की हो सकती है छुट्टी
भले ही मुख्य कोच आकिब जावेद ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की हार के बाद इस्तीफा नहीं देने की बात कही है, लेकिन पीसीबी उन्हें भी हटा सकता है. क्रिकेट पाकिस्तान की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान के ड्रेसिंग रूम में कप्तान मोहम्मद रिजवान और मुख्य कोच आकिब जावेद के बीच दरार है.
ये भी पढ़ें: मोहम्मद रिजवान की टीम पर गिरेगी गाज! पाकिस्तान संसद में गूजेंगी हार की गूंज, PM करेंगे कार्रवाई?
कोच के फैसलों से रिजवान निराश
मोहम्मद रिजवान टीम चयन के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णयों पर उनसे बातचीत की कमी के कारण निराश दिखे. पाकिस्तान के कप्तान ने खुशदिल शाह को शामिल करने की वकालत की. हालांकि, आकिब जावेद ने रिजवान से बात किए बिना फहीम अशरफ को टीम में चुन लिया. चयन समिति और पाकिस्तान के कप्तान एकमत नहीं थे.