trendingNow12679858
Hindi News >>क्रिकेट
Advertisement

क्रिकेट इतिहास की चमत्कारी गेंद... बल्लेबाज का चकराया माथा, 90 डिग्री टर्न से रातों-रात हीरो बन गया था 'स्पिन का जादूगर'

Unique Cricket Records: क्रिकेट इतिहास में कई बड़े-बड़े अजूबे देखने को मिलते हैं, फिर चाहे अनोखे रिकॉर्ड्स की बात करें या फिर मैदान पर हुए किसी चमत्कार की. हम ऐसे चमत्कार के बारे में बात करने जा रहे हैं जिसे देख मैदान में बैठा हर शख्स ही नहीं बल्कि खिलाड़ी भी दंग थे.   

Test Cricket
Test Cricket
Kavya Yadav|Updated: Mar 13, 2025, 02:21 PM IST
Share

क्रिकेट इतिहास में कई बड़े-बड़े अजूबे देखने को मिलते हैं, फिर चाहे अनोखे रिकॉर्ड्स की बात करें या फिर मैदान पर हुए किसी चमत्कार की. हम ऐसे चमत्कार के बारे में बात करने जा रहे हैं जिसे देख मैदान में बैठा हर शख्स ही नहीं बल्कि खिलाड़ी भी दंग थे. कहानी 32 साल पहले की है जब स्पिन के जादूगर शेन वॉर्न रातों-रात मशहूर हो गए थे. उन्होंने ऐसी गेंद फेंकी थी जो दोबारा क्रिकेट में देखने को नहीं मिली. 

एशेज के पहले मैच में किया था कमाल

साल 1993 को ऑस्ट्रेलिया की टीम एशेज सीरीज में इंग्लैंड का सामना करने उतरी थी. वॉर्न की एशेज सीरीज में पहली गेंद थी. जिसे ‘बॉल ऑफ द सेंचुरी’ कहा गया. उन्होंने यह करिश्मा मैनचेस्टर में खेले गए टेस्ट मैच में किया था. इसका वीडियो देख आज भी सभी हैरान हो जाते हैं. उन्होंने इंग्लैंड के धाकड़ बल्लेबाज माइक गैटिंग को आउट किया था, बॉल हवा में ऐसी नाची और इतना टर्न मिला जिसे देख बल्लेबाज भी दंग था.

90 डिग्री टर्न हुई थी बॉल

वॉर्न ने मैच के दूसरे दिन कमाल किया. माइक गैटिंग क्रीज पर थे और कप्तान एलन बॉर्डर ने वॉर्न को गेंद थमा दी. शेन वॉर्न की यह लेग स्पिन गेंद थी जो लेग स्टंप के बाहर टप्पा खाने के बाद गैटिंग का ऑफ स्टंप ले उड़ी. उनकी इस जादुई गेंद पर माइक गैटिंग भौचक्के रह गए. इस गेंद को 90 डिग्री टर्न मिला और बल्लेबाज को इसका अता-पता नहीं था. 90 डिग्री टर्न होने के बाद गेंद जाकर सीधे स्टंप में लगी.

ये भी पढ़ें... ऑस्ट्रेलिया के पूर्व स्पिनर को कोर्ट से मिली राहत, कोकीन का चक्कर खत्म, जल्द सुनाई जाएगी सजा

वॉर्न खुद थे हैरान

‘बॉल ऑफ द सेंचुरी’ को लेकर शेन वॉर्न ने कई बार स्पष्ट किया कि उन्होंने जानबूझकर ऐसी गेंद नहीं फेंकी थी. वॉर्न का कहना था कि मैं सिर्फ लेग स्पिन करा रहा था. उन्होंने स्वीकार किया था कि, 'मैं ऐसी गेंद चाहकर भी दोबारा नहीं फेंक सकता.' वॉर्न ने अपने करियर में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की. 

Read More
{}{}