भारत के इंग्लैंड दौरे से पहले टीम के दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली और पूर्व कप्तान रोहित शर्मा जैसे प्लेयर्स के संन्यास के बाद मानो टीम इंडिया की बागडोर कमजोर सी दिखने लगी थी. ऐसे में टीम की कमान भारत के युवा बल्लेबाज शुभमन गिल को दी गई. गिल को कप्तानी देने के बाद कई लोगों ने निशाना साधते हुए कहा कि गिल को कप्तानी कैसे दी जा सकती है उनका तो एवरेज भी मात्र 35 का है. साथ ही कई लोगों ने ये भी कहा उनके पास खास अनुभव नहीं है उन्हें कप्तानी देना सही नहीं है.
टीम इंडिया के प्रिंस ने किया खुद को प्रूफ
सीरीज की शुरुआत के पहले शुभमन गिल की कप्तानी के ऊपर कई सवाल उठ रहे थे. लेकिन, तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी 2-2 से बराबर होने के बाद लोगों के आंकड़े रखे के रखे रह गए. गिल ने कोहली और रोहित की गैरमौजूदगी में टीम की कमान संभालते हुए न सिर्फ कप्तान के रूप में बल्कि बतौर बल्लेबाज भी अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए शानदार प्रदर्शन कर टीम के लिए अहम योगदान दिया. गिल ने पूरे सीरीज में बल्ले से वो कारनामा किया जो इससे पहले केवल सुनील गावस्कर ने किया था.
सलामी बल्लेबाज से 4 नंबर तक का सफर
भारत के नए-नवेले कप्तान शुभमन गिल कप्तानी मिलने से पहले बतौर सलामी बल्लेबाज टीम के लिए खेलते थे. वहीं रोहित के संन्यास लेने के बाद गिल को टीम का जिम्मा मिला और गिल ने 4 नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 4 शतक जड़ डाले. साथ ही गिल ने इस सीरीज के दौरान 754 रन बना डाले और वे भारत के महान खिलाड़ी सुनील गावस्कर का रिकॉर्ड बस तोड़ते-तोड़ते रह गए. गावस्कर ने एक सीरीज में सबसे ज्यादा 774 रन बनाए हैं गिल उनका रिकॉर्ड तोड़ने से मात्र 21 रन पीछे रह गए. हालांकि, कोहली और सचिन जैसे दिग्गज खिलाड़ियों की बैटिंग पोजिशन पर उन्होंने बल्लेबाजी करते हुए इस पोजिशन का रुतबा बरकरार रखा.
ओवल टेस्ट में शानदार कप्तानी
भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा गए 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के आखिरी मैच में द ओवल क्रिकेट ग्राउंड में शुभमन गिल ने शानदार कप्तानी की. लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम एक समय बेहद मजबूत स्थिति में दिखाई दे रही थी. एक समय इंग्लैंड का स्कोर 301 रनों पर महज 3 विकेट था. उसके बाद हैरी ब्रूक को आकाशदीप ने आउट कर मोमेंटम तोड़ा. गिल बीच-बीच में सुंदर और जडेजा को भी गेंदबाजी के लिए लगाते रहे. कप्तान गिल ने तेज गेंदबाजों का शानदार तरीके से इस्तेमाल किया जिससे वे थके नहीं. ये दर्शाता है कि गिल ने किस स्तर की कप्तानी की. मैच के आखिरी दिन नई गेंद न लेने के बावजूद कप्तान गिल ने पुरानी गेंद ही चुनी और इंग्लैंड को 35 रन भी बना पाने में पसीने छूट गए और भारत ये मुकाबला महज 6 रनों से जीत गई.