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अंग्रेजों का घमंड चकनाचूर... इंग्लैंड के गढ़ में टीम इंडिया के इन 7 खिलाड़ियों की शेर सी दहाड़, बने सीरीज के नायक

भारत ने लंदन के केंनिग्टन ओवल के मैदान पर रोमांचक मुकाबले में इंग्लैंड को 6 रन से शिकस्त दी. यह 5वां टेस्ट जीतने के साथ ही शुभमन गिल की अगुवाई वाली इस युवा भारतीय टीम ने सीरीज 2-2 से बराबर पर खत्म की. सीरीज ड्रॉ कराने में टीम इंडिया के कई खिलाड़ियों का अहम योगदान रहा.

अंग्रेजों का घमंड चकनाचूर... इंग्लैंड के गढ़ में टीम इंडिया के इन 7 खिलाड़ियों की शेर सी दहाड़, बने सीरीज के नायक
Shivam Upadhyay|Updated: Aug 04, 2025, 06:17 PM IST
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Team India Heroes of IND vs ENG Test Series: भारत ने लंदन के केंनिग्टन ओवल के मैदान पर रोमांचक मुकाबले में इंग्लैंड को 6 रन से शिकस्त दी. यह 5वां टेस्ट जीतने के साथ ही शुभमन गिल की अगुवाई वाली इस युवा भारतीय टीम ने सीरीज 2-2 से बराबर पर खत्म की. सीरीज ड्रॉ कराने में टीम इंडिया के कई खिलाड़ियों का अहम योगदान रहा. आइए जानते हैं उन नायकों के बारे में जिन्होंने इंग्लैंड के घर में शेर सी दहाड़ लगाते हुए मेजबानों के हौसले पस्त किए और वर्ल्ड क्रिकेट में यह साफ मैसेज दिया कि यह यंग टीम दुनिया के किसी भी कौने में जाकर इतिहास रचने का दम रखती है.

कप्तान गिल का नहीं थमा बल्ला (754 रन)

बतौर कप्तान पहली ही टेस्ट सीरीज खेल रहे शुभमन गिल ने शतक के साथ इस दौरे की शुरुआत की. इसके बाद तो उनका बल्ला थमा ही नहीं. गिल शतक पर शतक और रिकॉर्डस पर रिकॉर्ड्स बनाते गए और पहली बार कप्तानी करते हुए तमाम नए कीर्तिमान रचे. गिल के बल्ले से 5 मैचों में 4 शतक (एक दोहरा शतक भी शामिल) और तीन अर्धशतक के साथ कुल 754 रन ठोके, जिससे वह सुनील गावस्कर के बाद भारत के लिए किसी भी एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए. वह इस सीरीज के टॉप रन स्कोरर रहे. सीरीज में गिल ने 269 रन की पारी भी खेली, जिससे उन्होंने क्रिकेट जगत के कई रिकॉर्ड्स पर राज किया.

केएल राहुल का कंसिस्टेंट फॉर्म (537 रन)

अनुभवी भारतीय बल्लेबाज केएल राहुल ने इस पूरी सीरीज में कंसिस्टेंट बैटिंग दिखाई. वह तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज और भारत के दूसरे टॉप रन स्कोरर बने. राहुल के बल्ले से 5 मैचों में 537 रन निकले, जिसमें तीन शतक और एक अर्धशतक भी शामिल रहे. इस दौरान उन्होंने लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर पर भी सैकड़ा जड़ा. उनके इस प्रदर्शन ने भारत को यह सीरीज ड्रॉ कराने में अहम भूमिका निभाई.

जडेजा का ऑलराउंड प्रदर्शन (516 रन और 7 विकेट)

रवींद्र जडेजा ने ऑलराउंड प्रदर्शन किया, जिसने अंग्रेजों के सीरीज जीतने के मसूबों पर पानी फेरा. जडेजा भारत के इस सीरीज में गिल और राहुल के बाद 500+ रन बनाने वाले टेस्ट खिलाड़ी बने. उन्होंने एक शतक और 5 फिफ्टी के साथ कुल 516 रन ठोके. खास बात यह रही कि उन्होंने यह रन उन परिस्थितियों में बनाए, जहां टीम को सबसे ज्यादा जरूरत थी. इसके अलावा जडेजा ने गेंद से भी कमाल दिखाया. उन्होंने कुल 7 विकेट चटकाए.

सिराज की लाजवाब बॉलिंग (23 विकेट)

मोहम्मद सिराज का डंका पूरी सीरीज में बजा और वह सबसे सफल गेंदबाज बने. सिराज ने कुल 23 विकेट चटकाए, जिसमें दो पंजे भी शामिल हैं. आखिरी टेस्ट में मैच विनिंग प्रदर्शन करते हुए उन्होंने 9 विकेट लिए. इससे पहले उन्होंने बर्मिंघम के एजबेस्टन में खेले गए सीरीज के दूसरे टेस्ट में भी पंजा खोला था और कुल 7 विकेट चटकाए थे. सिराज ने इंग्लैंड में खेली गई किसी एक टेस्ट सीरीज में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने के जसप्रीत बुमराह के रिकॉर्ड की बराबरी भी कर ली. बुमराह ने 2021-22 में 23 विकेट चटकाए थे.

प्रसिद्ध कृष्णा का कमबैक

सीरीज की शुरुआत प्रसिद्ध कृष्णा के लिए अच्छी नहीं रही, लेकिन उन्होंने आखिरी मैच में वापसी करते हुए इंग्लिश बल्लेबजों को रुला दिया. शुरुआती दो मैच में उन्होंने सिर्फ 6 विकेट ही विकेट किए, जिसके बाद उन्हें प्लेइंग-11 से ड्रॉप कर दिया गया. हालांकि, सीरीज के निर्णायक टेस्ट में उन्हें फिर मौका मिला, जिसमें वह छा गए. कृष्णा ने ओवल के मैदान पर दोनों पारियों में चार-चार विकेट लेकर मैच भारत की झोली में डाला. सीरीज में कृष्णा ने कुल 14 विकेट चटकाए.

वॉशिंगटन सुंदर ने गेंद और बल्ले से बोला हमला

युवा ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर ने भी सीरीज में प्रभावशाली प्रदर्शन किया. उन्होंने गेंद और बल्ले दोनों से कमाल किया. सुन्दर ने एक शतक और एक अर्धशतक के साथ कुल 284 रन बनाए. वहीं, गेंद से कहर बरपाते हुए इस युवा खिलाड़ी ने 7 विकेट झटके. लॉर्ड्स में उन्होंने सीरीज की अपनी सबसे बेहतरीन बॉलिंग की और दूसरी पारी में चार विकेट झटके. 5वें टेस्ट की दूसरी पारी में सुंदर ने तूफानी अंदाज में फिफ्टी ठोकी, जो भारत की जीत के लिए बेहद जरूरी साबित हुई. वहीं, एजबेस्टन टेस्ट में उन्होंने पहली पारी में 42 रन का महत्वपूर्ण योगदान दिया था.

पंत-जायसवाल का भी चला बल्ला

ऋषभ पंत का भी सीरीज में बल्ला चला. चौथे टेस्ट में चोटिल होकर सीरीज से बाहर होने से पहले इस बल्ले से 479 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने दो शतक भी लगाए. सीरीज के पहले ही मैच में उन्होंने दोनों पारियों में शतक जड़कर इतिहास रचा था. इसके अलावा यशस्वी जायसवाल के लिए इस सीरीज की स्टार्टिंग और एंडिंग अच्छी रही. उन्होंने शतक के साथ ही शुरुआत की और इसके साथ ही दौरा खत्म किया. बीच में वह अपनी लय में नजर नहीं आए. यशस्वी ने दो शतक के साथ 411 रन बनाए.

आकाशदीप भी चमके

आकाशदीप ने दूसरे मैच में भारत के लिए टेस्ट डेब्यू किया, जिसमें अपनी शानदार बॉलिंग ने उन्होंने टीम इंडिया को ऐतिहासिक जीत दिलाई. उन्होंने इस मुकाबले में कुल 10 विकेट लिए, जिसमें दूसरी पारी में झटके 6 विकेट भी शामिल हैं. इसके अलावा उन्होंने लॉर्ड्स और ओवल टेस्ट में भी खेला, जिसमें कुल 3 विकेट लिए. 

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