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मनु भाकर ने भी उठाई आवाज, 'डिफेक्टिव मेडल' से IOC ने कटाई नाक, दोबारा मिलेंगे पदक

Manu Bhakar: पेरिस ओलंपिक्स में भारत का नाम रौशन करने वाली मनु भाकर अपने मेडल्स को लेकर परेशान हैं. उन्होंने भी अपने डिफेक्टिव मेडल्स को लेकर आवाज उठाई. अब उन्हें भी नए मेडल्स मिलने की उम्मीद है.  

Manu Bhakar
Manu Bhakar
Kavya Yadav|Updated: Jan 15, 2025, 08:37 AM IST
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Manu Bhakar: पेरिस ओलंपिक्स में भारत का नाम रौशन करने वाली भारत की स्टार पिस्टल निशानेबाज मनु भाकर अपने मेडल्स को लेकर परेशान हैं. उन्होंने भी अपने डिफेक्टिव मेडल्स को लेकर आवाज उठाई. अब उन्हें भी नए मेडल्स मिलने की उम्मीद है. मनु भाकर ने पिस्टल निशानेबाजी में पेरिस ओलंपिक के दौरान जीते दो कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा था. लेकिन अब वह उन खिलाड़ियों के बड़े समूह में से हैं जिन्होंने शिकायत की है कि उनके पदक खराब हो चुके हैं.

सोशल मीडिया पर फोटोज वायरल

दुनियाभर के कई खिलाड़ियों ने हाल के दिनों में अपने घिसे हुए पदकों की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर पोस्ट की हैं. यह पता चला है कि भाकर के पदकों का रंग ‘उतर’ गया है और वे खराब स्थिति में हैं. हालांकि, आईओसी ने कहा कि क्षतिग्रस्त पदकों को ‘मोनैई डे पेरिस (फ्रांस का राष्ट्रीय टकसाल)’ द्वारा व्यवस्थित रूप से बदला जाएगा. खिलाड़ियों को मिलने वाला नया पदक पुराने के समान ही होगा.  

कितना होता है वजन?

प्रत्येक ओलंपिक पदक के केंद्र में लगे लोहे के टुकड़ों का वजन 18 ग्राम (लगभग दो-तिहाई औंस) होता है.  ‘मोनैई डे पेरिस’ फ्रांस के लिए सिक्के और अन्य मुद्रा तैयार करती है. पेरिस ओलंपिक की आयोजन समिति सभी क्षतिग्रस्त पदक बदलने के लिए ‘मोनैई डे पेरिस’ के साथ मिलकर काम कर रही है.  पेरिस ओलंपिक और पैरालंपिक 2024 में दिये गये पदकों में प्रतिष्ठित एफिल टॉवर के टुकड़े शामिल थे. पेरिस 2024 के लिए 5,084 स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक महंगे आभूषण और घड़ी बनाने वाली कंपनी चौमेट (एलवीएमएच समूह का हिस्सा) द्वारा डिजाइन किए गए थे.  इन्हें ‘मोनाई डे पेरिस’ ने बनाया था.

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मनु ने रचा था इतिहास

मनु आजादी के बाद ओलंपिक के एक ही सत्र में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय हैं. उन्होंने व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर इन खेलों में भारत के पदक का खाता खोला था. वह ओलंपिक पदक जीतने वाली देश की पहली महिला निशानेबाज बनीं। इस 22 वर्षीय खिलाड़ी ने इसके बाद सरबजोत सिंह के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम में कांस्य पदक जीता था.

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